सूचना भवन, दुमका
प्रेस विज्ञप्ति
संख्या 191 दिनांक - 22/08/2014
आज दिनांक 22 अगस्त 2014 को दुमका के इन्डोर स्टेडियम में उद्योग विभाग द्वारा आयोजित प्रमंडल स्तरीय कार्यषाला सह उत्प्रेरक विकास कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री, झारखण्ड सरकार श्री हेमन्त सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि स्वरोजगार से आर्थिक समृद्धि लाई जा सकती है जिससे राज्य एवं देष का समग्र विकास संभव है। हरएक विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक में हमने बताया है कि षिक्षा का स्तर कम है, सभी पदाधिकारी यह सुनिष्चित करें कि लोगों को योजनाओं का लाभ मिल सके। जागरूक जनता योजनाओं का लाभ उठा सकती है। अतः लोगों की भी जिम्मेवारी है कि वे अपने जिला मुख्यालय से सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त करें एवं लाभ उठाएँ। उद्योग विभाग के द्वारा रोजगार सृजन की बहुत सारी योजनाएँ चलाई जा रही है। इन योजनाओं की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब इनका लाभ अधिक से अधिक व्यक्तियों तक पहुँचे। इस अवसर पर उपस्थित हस्तषिल्पी, बुनकरों, रेषम कृषकों से उन्होंने अपील की कि इन योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास करें।
इस आवसर पर जिला स्थापना समिति द्वारा अनुषंसित चतुर्थवर्गीय पदों पर अनुसुचित जनजाति के 51 कर्मियों में से 28 को नियुक्ति-पत्र प्रदान किया गया। जिसमें दुमका समाहरणालय संवर्ग के 5, स्वास्थ्य विभाग के 23 कर्मी शामिल थे।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा कुल 42 उत्कृष्ठ रेषम कृषकों को प्रोत्साहन राषि के रूप में प्रत्येक को 5000/- रुपये का चेक एवं प्रषस्ति-पत्र दिया गया।
प्रमंडल के सभी जिले से आये 13 बुनकरों को हस्तकरघा प्रक्षेत्र के अन्तर्गत प्रोत्साहन राषि के रूप में प्रत्येक को 5000/-रुपये का चेक एवं प्रषस्ति-पत्र दिया गया। प्रमंडल के लाह, चुड़ी, जरदोजी तसर रिलिंग, बेंत, वस्त्र बुनाई, तसर घींच्चा उत्पादन, बाँस कला, जादोपेटिया कला तथा काथा कुल 26 षिल्पियों को भी प्रोत्साहन राषि के रूप में प्रत्येक को 5000/-रुपये का चेक एवं प्रषस्ति-पत्र दिया गया। इस अवसर पर उद्योग विभाग के विषेष सचिव श्री धीरेन्द्र कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। रेशम विभाग के संयुक्त निदेषक श्री जी0 हाँसदा ने धन्यवाद ज्ञापन किया एवं श्री जीवानन्द यादव ने मंच संचालन किया।
मुख्यमंत्री ने सिंधी चैक दुमका में नवनिर्मित आधुनिक सुलभषौचाल का उद्घाटन समारोह में भी भाग लिया।
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