Friday 20 February 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 047 दिनांक - 20/02/2015

जनजातीय हिजला मेला का उद्घाटन परम्परागत रीति रिवाज के अनुसार आज दिनांक 20 फरवरी को अप0 2 बजे ग्राम प्रधान सुनीलाल हाँसदा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मन्दान भेड़, सिंगा, सकवा आदि पारंपरिक वाद्यय यंत्रों के द्वारा अतिथियों का आह्वान किया गया। स्थानीय कलाकारों द्वारा पारंपरिक पायका नृत्य से अतिथियों का स्वागत किया गया। हिजला मुख्य द्वार उद्घाटन के पश्चात उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि आयुक्त, श्री फिदलिस टोप्पो एवं उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने मेले में लगाये गये विभिन्न प्रदर्षनियों का उद्घाटन एवं अवलोकन किया। जनजातीय हिजला मेला में मेले के दौरान आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का उद्घाटन खेल-कूद ध्वजारोहण कर किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं विषिष्ट अतिथियों ने तीर चलाकर तिरंदाजी प्रतियोगिता का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसमें सांस्कृतिक सं. प. महिला महाविद्यालय, कस्तुरबा गांधी बालिका विद्यालय, दुमका एवं काठीकुण्ड, एकलव्य आवासीय विद्यालय काठीजोरिया, अ0ज0जा0आ0 उच्च विद्यालय कड़हरबील, संत तेरेसा बालिका उच्च विद्यालय, आदिवासी महिला कल्याण छात्रावास, करहड़बील दुमका की छात्राओं ने हिस्सा लिया। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त, दुमका ने कहा कि 125 वर्षों से चली आ रही यह हिजला मेला की ऐतिहासिक परंपरा को हमें आगे बढ़ाना है। मैं बेहद भाग्यषाली हूँ कि संताल परगना की धरती पर आज इस मेले का साक्षातकार हो पा रहा है। यहाँ की समृद्धषाली परंपरा की अनूठी मिसाल है हिजला मेला। अनुमंडल पदाधिकारी सह सचिव जनजातीय हिजला मेला द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।















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