Thursday 4 December 2014

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति
संख्या 266 दिनांक - 04/12/2014

दुमका जिला का ऐतिहासिक ‘‘मलूटी गांव’’ अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करने जा रहा है। सूचना एवं  जनसम्पर्क विभाग के प्रस्ताव पर मलूटी मंदिर के टेराकोटा कला को गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के राजपथ पर प्रदर्षित करने हेतु भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय ने अपनी सहमति प्रदान कर दी है। विभाग ने पूरी तत्परता के साथ इस सांस्कृतिक धरोहर को अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने का कार्य शुरू कर दिया है। 
मलूटी गांव षिकारीपाड़ा प्रखंड में है, जहाँ पूर्व में 108 मंदिरों का समूह हुआ करता था। वर्तमान में कई मंदिर/सांस्कृतिक धरोहर जमींदोज हो गये हैं, वर्तमान में 72 मंदिर बचे हुए हैं। गणतंत्र दिवस पर नई दिल्ली में झांकी के प्रदर्षन की तैयारी के सिलसिले में सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के सचिव, श्री एम.आर. मीणा के निर्देष पर आज निदेषक, सू0ज0स0वि0 ने ऐतिहासिक मंदिरों के गांव मलूटी का भ्रमण किया तथा स्थानीय लोगों सहित श्री गोपाल दास मुखर्जी से जानकारी प्राप्त की। 85 वर्षीय श्री मुखर्जी मलूटी को राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हेतु विगत कई वर्षों से अनवरत प्रयासरत हैं। उन्होंने इच्छा जाहिर की कि मलूटी को अन्तरराष्ट्रीय ख्याति मिले क्योंकि यह गांव इसका हकदार है। 
पर्यटन विभाग एवं जिला परिषद के द्वारा मलूटी में पर्यटकों की सुविधा हेतु दो गेस्ट हाउस बनाया गया है, जिसे संचालन हेतु मलूटी स्थित एन0जी0ओ0, श्री दुर्गा ग्रामीण उन्नयन समिति को सौंप दिया गया है। उनके प्रबंधक श्री बबलू चटर्जी ने टेराकोटा आर्ट को संजोने का संकल्प लिया है तथा वर्तमान में उस गांव की 20 महिलाओं को अपने संसाधन से टेराकोटा आर्ट का प्रषिक्षण दे रहे हैं। प्रषिक्षण हेतु शंतिनिकेतन से प्रषिक्षकों को बुलाया गया है। प्रषिक्षण से यहाँ के युवक-युवतियों को रोजगार का अवसर भी प्राप्त होगा।  
दुमका जिला के लिए यह गौरव की बात है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर मलूटी विष्व के मानचित्र पर अपनी छाप छोड़ने जा रहा है।


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