Sunday 29 December 2013

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति
संख्या 230 दिनांक - 27 दिसम्बर 2013

दिनांक 27/12/2013 को इन्डोर स्टेडियम दुमका में हस्तषिल्प प्रषिक्षण सह प्रदर्षनी कार्यक्रम का उद्घटन मुख्य अतिथि उपायुक्त, दुमका श्री हर्ष मंगला के कर कमलों द्वारा किया गया। विषिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित विषेष सचिव उद्योग विभाग सह निदेषक हस्तकरघा रेषम एवं हस्तषिल्प श्री धीरेन्द्र कुमार ने अपने विभाग के की गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया। प्रषिक्षण पर विषेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि प्रषिक्षण के दौरान 80 प्रतिषत उपस्थिति जरूरी है। ततपष्चात बाजार के हिसाब से उत्पाद बनाने की कला भी आनी चाहिए तभी करीगर आर्थिक रूप से सुदृढ हो सकेंगे। जो टेªनर अच्छी ट्रेनिंग अच्छा करते हैं उन्हें मास्टर ट्रेनर बनाया जाता है जो मास्टर ट्रेनर अच्छा काम करते हैं उनको क्लस्टर कोडिनेटर बनाया जाता है जो क्लस्टर कोडिनेटर बेहतर काम करते हैं उनको क्लस्टर मैनेजर बनाया जाता है। झारखण्ड राज्य के तीन प्राकृतिक संसाधन यथा तसर, बाँस एवं लाह हमारे विभाग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। तसर के उत्पाद की मांग बाजार में अत्यधिक है और इसमें असीम संभावनाएँ हैं। बाँस से तरह तरह के सामान बनाये जाते हैं। सिंहभूम में बाँस का घर भी बनाया जाता है जो काफी टिकाउ होता है। नेषनल इन्स्टीच्यूट आॅफ डिजाईन, हैदराबाद के साथ पाँच साल का बाँस पर शोध किया जाएगा एवं उससे नये-नये उत्पाद विकसित किये जायेंगे। सार्क (ै।।त्ब्) में प्रषासनिक स्वीकृति के बाद दुमका जिले में क्लस्टर डेवलपमेंट किया जाएगा। लाह का उपयोग खुषबुदार इत्र बनाने में किया जा सकता है। इसका उपयोग फ्रांस में परफ्युम बनाने में हो रहा है। भारत सरकार की योजना अन्तर्गत मेगा हेन्डलुम क्लस्टर लगने से छः जिलों में एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। भविष्य में भी ऐसी योजनाएँ आयेंगी। उपायुक्त, दुमका ने इस अवसर पर विषेष सचिव की भूरि-भूरि प्रषंसा करते हुए कहा कि इस विभाग को उन्होंने बहुत आगे बढ़ाया है। काथा स्टीचिंग, जादोपेटिया, एप्लिक इत्यादि को लोकप्रिय बनाया गया है। इस ट्रेनिंग को द्वितीय एवं तृतीय चरण तक लेकर जाने की उनकी मंषा जरूर पूरी होगी। प्रषिक्षणोंपरान्त कारीगर उत्साह के साथ अपने उत्पाद की विक्री करें तभी उनका उद्देष्य पूरा होगा। पी0एम0ई0जी0पी0 की स्कीम के तहत काम करने की पूंजी लेकर उद्योग लगा सकते हैं। प्रषासन की ओर से हर संभव सहायता की जाएगी। पंचायत भवन या अन्य सरकारी भवन प्रषिक्षण के लिए उपलब्ध कराये जायेंगे। 
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि, श्री विजय कुमार सिंह, नगर परिषद अध्यक्षा, श्रीमती अमिता रक्षित, जिला परिसद के अध्यक्ष श्री अषोक कुमार, संयुक्त निदेषक, उद्योग विभाग, निदेषक डी0आर0डी0ए0 एवं संबंधित विभाग के पदाधिकारीगण/कर्मचारिगण उपस्थित थे।

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