सूचना भवन, दुमका
गणतंत्र दिवस 2015 के अवसर पर पुलिस लाईन मैदान दुमका में माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास का अभिभाषण
प्यारे भाइयों, बहनों एवं बच्चों,
जोहार!
66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य की समस्त जनता को बहुत-बहुत बधाई। आप जहां कहीं भी हैं, मेरी बधाई आप तक पहुँचे।
आज पुण्य स्मरण का दिन है। आत्मनिरीक्षण का अवसर है। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, पं0 जवाहरलाल नेहरू, डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल आदि राष्ट्र निर्माताओं के साथ-साथ झारखण्ड के सभी महान विभूतियों भगवान बिरसा मुण्डा, तिलका मांझी, वीर शहीद सिदो-कान्हू, चाँद-भैरव, बहन फूलो-झानो, वीर बुधु भगत, जतरा टाना भगत, नीलाम्बर-पीताम्बर, शेख भिखारी, पंडित गणपत राय, शहीद विश्वनाथ शाहदेव सहित तमाम शहीदों को अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। उनकी शहादत सदैव हमें प्रेरणा देती रहेगी।
हमारी सरकार ने अल्प समय में ही राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में विकास के लिए गंभीर एवं सार्थक प्रयास किये हैं। हम राज्य के चतुर्दिक विकास के लिए स्वच्छ, पारदर्शी एवं संवदेनशील प्रशासन प्रदान करने की दिशा में अग्रसर हैं। हमें विकास की प्रक्रिया को अधिक तीव्र और व्यापक बनाना है ताकि कोई भी झारखंडवासी भूखा न रहे, बेघर न रहे, बेरोजगार न रहे, बिना दवा के न रहे।
हमें क्षेत्रीय तथा सामाजिक असंतुलनों को दूर करना है। हमें दलित, अनुसूचित जनजाति, पिछडे वर्ग तथा अल्पसंख्यक बंधुओं को विकास की यात्रा में भागीदार बनाना है। इसके लिए जल्द ही झारखंड विकास पर्षद का गठन होगा। जिसमें सरकार, जनप्रतिनिधि, अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ, काॅरपारेट क्षेत्र के लोग रहेंगे। प्रखंड स्तर पर मुख्यमंत्री समेकित समाधान केंद्र काम करेगा, जहां जनता को सभी सुविधाएं एक ही कार्यालय से सरलतापूर्वक प्राप्त हो सकेगी।
आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए Tribal
Development Council (अनुसूचित जनजाति विकास पर्षद) का गठन होगा, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, विधायक, जिला के बुद्धिजीवी लोगों को शामिल किया जायेगा, ताकि अनुसूचित क्षेत्रों के विकास के लिए जिला स्तर पर योजना बनाई जा सके।
उग्रवाद प्रभावी क्षेत्र सहित ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया जायेगा। Jharkhand State road Project –II से एक सौ पथों के उन्नयन पुनर्रूद्धार, चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य को शीघ्र शुरू किया जायेगा। राज्य में अधिक से अधिक अनजुड़े बसावटों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 2935 योजनाओं के कार्यान्वयन से 5556 अनजुड़े बसावटों को जोड़ा जाएगा।
कोई राज्य ऐसा देखा है आपने, जिसके पास कोयले की खदान है, लेकिन वह अंधेरे में है। दोस्तों, विकास का रहस्य ऊर्जा में छिपा हुआ है। भविष्य उसी का है जिसके पास ऊर्जा है। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के स्वामित्व वाली पी.टी.पी.एस. को एन.टी.पी.सी. द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है। साथ ही पतरातू में एन.टी.पी.सी. द्वारा नयी ऊर्जा उत्पादन इकाई का निर्माण कराया जायेगा। वित्तीय वर्ष 2015-16 में दीनदयाल आवास योजनान्तर्गत प्रत्येक विधान सभा के 25 गाँवों को पूर्ण विद्युतिकृत किया जायेगा और 100
MVA
का ट्रांसफारमर लगाया जायेगा। तिलका मांझी कृषि पंप योजना के तहत् किसानों को कृषि कार्य हेतु 06 (छः) घंटे बिजली मिले, इसकी व्यवस्था की जायेगी।
सरकार एक समग्र स्वास्थ्य नीति बनायेगी, जिसका लक्ष्य होगा- सभी के लिए स्वास्थ्य। इसके अन्तर्गत प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाओं को हर नागरिक को उपलब्ध कराया जायेगा। डाॅक्टरों के रिक्त पदों पर शीघ्र बहाली की जायेगी। राज्य में एम्स के निर्माण से उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने के लिए हमारे राज्यवासियों को राज्य से बाहर नहीं जाना होगा।
झारखण्ड के भविष्य निर्माण में सबसे बहुमूल्य पँुजी, जिसका निवेश हम कर सकते हैं, वह है- सबों को शिक्षा। राज्य के सभी विधार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में
Technical Education Hub
की स्थापना किये जाने का प्रस्ताव है।
महिलायें हमारी संस्कृति एवं सामाजिक प्रणाली की मुख्य आधार हैं। झारखण्ड के भविष्य का हमरा सपना तभी सकार हो सकता है, जब महिलाओं को शिक्षित किया जाय, आर्थिक दृष्टि से उनका विकास किया जाये, उन्हें राजनीतिक दृष्टि से अधिकार सम्पन्न बजाया जाये तथा समाज में उन्हें बड़ी भुमिका निभाने के अवसर दिये जायें। ग्राम पंचायतों और नगर पालिकाओं में आरक्षित स्थानों पर चुन कर आई अनेक महिला सदस्यों और अध्यक्षों में मिलने का मुझे अवसर मिला है। उन्होंने अपने कार्य निष्पादन से साबित कर दिया है कि वे जनतांत्रिक प्रक्रिया और प्रशासन में पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं हैं।
हम राज्य के सभी शहरी तथा ग्रामीण बस्तियों में अगले 04 (चार) वर्षों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प हैं।
रांची सहित धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, देवघर तथा दुमका को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
हमारे राज्य की लगभग 70 प्रतिशत जनता गाँवों में रहती है और कृषि कार्य पर निर्भर है। हमारे राज्य में कृषि के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनायें हैं। हजारीबाग के गौरी करमा में कृषि अनुसंधान केन्द्र खोले जाने पर केन्द्र ने सहमति दे दी है। इसके लिए झारखण्ड सरकार ने भूमि भी चिन्हित कर ली है। मार्च महीने में कृषि अनुसंधान केन्द्र के शिलान्यास की योजना है।
हमारी सरकार राज्य में रोजगार के द्वार शीघ्र खोलने जा रही है। आदिम जनजातियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार ने राज्य में विशिष्ट इंडिया रिजर्व बटालियन के गठन का निर्णय लिया है, जिसमें आदिम जनजाति के नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया जायेगा। महिला बटालियन बनाने की दिशा में भी सरकार गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। सभी सरकारी रिक्त पदों पर बहाली की कार्रवाई प्राथमिकता पर की जायेगी। कुपोषण राज्य की एक बड़ी समस्या है। कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए 14,000 कुपोषण सखी की नियुक्ति अनुबंध के अधार पर करने का निर्णय लिया गया है और फरवरी माह से नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जायेगी। महिला पर्यवेक्षिकाओं की नियुक्ति की कार्रवाई भी प्रारम्भ कर दी गई है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तह्त पूरे प्रदेश में 24 लाख नये बैंक खाते खुल चुके हैं, जिनमें से 12 लाख लोगों को रुपे डेबिट कार्ड भी उपलब्ध कराया जा चुका है। सभी लाभुकों को योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए सीधे नगद हस्तातंरण (DBT) योजना की शुरूआत की जा रही है। सरकार की प्रत्येक योजना का पारदर्शी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इसमें सभी योजनाओं को शामिल किया जायेगा। इस योजना के अंतर्गत लाभुकों के बैंक खातों में सीधे नगद राशि का हस्तातंरण किया जा सकेगा।
साठ (60) साल बाद पहली बार हमारे प्रधानमंत्री ने देश के नौजवानों की चिन्ता की और Skill
Development के लिए केन्द्र में अलग से एक मंत्रालय बनाया गया है। नौजवानों को स्वरोजगार के लिए कुशल एवं दक्ष बनाना हमारी भी प्राथमिकता है। नौजवानों को कुशल एवं दक्ष बनाने के लिए राज्य में Skill
Development Council का गठन हो चुका है। इसमें विभागों के पदाधिकारी, कारपोरेट जगत के लोग, विशेषज्ञों PSU के प्रतिनिधियों को रखा जायेगा ताकि राज्य के नौजवानों को रोजगार मिल सके और वे अपनी इच्छा के अनुरूप व्यवसाय भी कर सकें।
मेरी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में शून्य सहनशीलता की नीति अपनायेगी। राज्य के किसी भी क्षेत्र में भ्रष्टाचार कदापि क्षम्य नहीं होगा। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से निगरानी तंत्र को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा। प्रशासनिक और सार्वजनिक जीवन में सुचिता लाये बिना राज्य का अपेक्षित विकास नहीं हो सकता। हमारी सरकार जनकल्याण में कोताही या लापरवाही नहीं बर्दाश्त करेगी। किसी भी तरह का पक्षपात किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
राज्य में नक्सलबाद प्रमुख चुनौती है। सरकार ने इससे निबटने के लिए बहुआयामी रुख अख्तियार किया है। मैं उन सभी विमुख युवाओं का आवाहन करता हूँ कि वे हिंसा का त्याग करें, क्योंकि हिंसा किसी समस्सया का समाधान नहीं है। रांची में National
Game के लिए अधारभूत संरचना बनी थी उसका उचित देखरेख नहीं हो रहा है। उसे खेल विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जायेगा।
प्यारे झारखण्ड बासी हमे अतीत के उज्जवल पक्षों से प्रेरणा लेनी है, लेकिन हमे भूतजीवी नहीं बनना है। मैं इस बात पर बल देता आ रहा हूँ कि झारखण्ड को भविष्य की चुनौतियों तथा सुअवसरों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। विगत के विवादस्पद मुद्दों पर नहीं उलझाना चाहिए। आईये, अब भविष्य की ओर देखें। हमे एक समृद्ध, स्वावलम्बी झारखण्ड का निर्माण करना है। हम इस दिशा में चल पड़ें हैं, हमे रूकना नहीं है, रफ्तार को और तेज करना है। मै किसानों, मजदूरों, कारीगरों, कर्मचारियों, नौजवानों एवं झारखण्ड के तमाम सवा तीन करोड़ वासियों से सुखी एवं सम्पन्न झारखण्ड के निर्माण में अपना योगदान देने का आवाह्न करता हूँ।
चिरकाल से हमारा उदघोष रहा है:
सं गच्छ धवम
सं वदध्वम
सम वो मनासी जानताम
यानि हम एक होकर चलें। मिलकर चलें। सबको मिलाकर चलें। हमें सबके साथ आगे बढना है। खुद के साथ औरों को बढाना है। यही हमारा संकल्प है।
जय हिन्द! जय भारत! जय झारखण्ड!
प्यारे भाइयों, बहनों एवं बच्चों,
जोहार!
66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य की समस्त जनता को बहुत-बहुत बधाई। आप जहां कहीं भी हैं, मेरी बधाई आप तक पहुँचे।
आज पुण्य स्मरण का दिन है। आत्मनिरीक्षण का अवसर है। मैं राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, पं0 जवाहरलाल नेहरू, डाॅ0 राजेन्द्र प्रसाद, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, बाबा साहब डाॅ0 भीमराव अम्बेदकर, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल आदि राष्ट्र निर्माताओं के साथ-साथ झारखण्ड के सभी महान विभूतियों भगवान बिरसा मुण्डा, तिलका मांझी, वीर शहीद सिदो-कान्हू, चाँद-भैरव, बहन फूलो-झानो, वीर बुधु भगत, जतरा टाना भगत, नीलाम्बर-पीताम्बर, शेख भिखारी, पंडित गणपत राय, शहीद विश्वनाथ शाहदेव सहित तमाम शहीदों को अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करता हूँ। उनकी शहादत सदैव हमें प्रेरणा देती रहेगी।
हमारी सरकार ने अल्प समय में ही राज्य के प्रत्येक क्षेत्र में विकास के लिए गंभीर एवं सार्थक प्रयास किये हैं। हम राज्य के चतुर्दिक विकास के लिए स्वच्छ, पारदर्शी एवं संवदेनशील प्रशासन प्रदान करने की दिशा में अग्रसर हैं। हमें विकास की प्रक्रिया को अधिक तीव्र और व्यापक बनाना है ताकि कोई भी झारखंडवासी भूखा न रहे, बेघर न रहे, बेरोजगार न रहे, बिना दवा के न रहे।
हमें क्षेत्रीय तथा सामाजिक असंतुलनों को दूर करना है। हमें दलित, अनुसूचित जनजाति, पिछडे वर्ग तथा अल्पसंख्यक बंधुओं को विकास की यात्रा में भागीदार बनाना है। इसके लिए जल्द ही झारखंड विकास पर्षद का गठन होगा। जिसमें सरकार, जनप्रतिनिधि, अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ, काॅरपारेट क्षेत्र के लोग रहेंगे। प्रखंड स्तर पर मुख्यमंत्री समेकित समाधान केंद्र काम करेगा, जहां जनता को सभी सुविधाएं एक ही कार्यालय से सरलतापूर्वक प्राप्त हो सकेगी।
आदिवासी क्षेत्रों के विकास के लिए Tribal
Development Council (अनुसूचित जनजाति विकास पर्षद) का गठन होगा, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, विधायक, जिला के बुद्धिजीवी लोगों को शामिल किया जायेगा, ताकि अनुसूचित क्षेत्रों के विकास के लिए जिला स्तर पर योजना बनाई जा सके।
उग्रवाद प्रभावी क्षेत्र सहित ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया जायेगा। Jharkhand State road Project –II से एक सौ पथों के उन्नयन पुनर्रूद्धार, चैड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य को शीघ्र शुरू किया जायेगा। राज्य में अधिक से अधिक अनजुड़े बसावटों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए 2935 योजनाओं के कार्यान्वयन से 5556 अनजुड़े बसावटों को जोड़ा जाएगा।
कोई राज्य ऐसा देखा है आपने, जिसके पास कोयले की खदान है, लेकिन वह अंधेरे में है। दोस्तों, विकास का रहस्य ऊर्जा में छिपा हुआ है। भविष्य उसी का है जिसके पास ऊर्जा है। ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से राज्य सरकार के स्वामित्व वाली पी.टी.पी.एस. को एन.टी.पी.सी. द्वारा अधिग्रहित किया जा रहा है। साथ ही पतरातू में एन.टी.पी.सी. द्वारा नयी ऊर्जा उत्पादन इकाई का निर्माण कराया जायेगा। वित्तीय वर्ष 2015-16 में दीनदयाल आवास योजनान्तर्गत प्रत्येक विधान सभा के 25 गाँवों को पूर्ण विद्युतिकृत किया जायेगा और 100
MVA
का ट्रांसफारमर लगाया जायेगा। तिलका मांझी कृषि पंप योजना के तहत् किसानों को कृषि कार्य हेतु 06 (छः) घंटे बिजली मिले, इसकी व्यवस्था की जायेगी।
सरकार एक समग्र स्वास्थ्य नीति बनायेगी, जिसका लक्ष्य होगा- सभी के लिए स्वास्थ्य। इसके अन्तर्गत प्राथमिक चिकित्सा की सुविधाओं को हर नागरिक को उपलब्ध कराया जायेगा। डाॅक्टरों के रिक्त पदों पर शीघ्र बहाली की जायेगी। राज्य में एम्स के निर्माण से उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधा प्राप्त करने के लिए हमारे राज्यवासियों को राज्य से बाहर नहीं जाना होगा।
झारखण्ड के भविष्य निर्माण में सबसे बहुमूल्य पँुजी, जिसका निवेश हम कर सकते हैं, वह है- सबों को शिक्षा। राज्य के सभी विधार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की कार्रवाई की जा रही है। शिक्षा के क्षेत्र में
Technical Education Hub
की स्थापना किये जाने का प्रस्ताव है।
महिलायें हमारी संस्कृति एवं सामाजिक प्रणाली की मुख्य आधार हैं। झारखण्ड के भविष्य का हमरा सपना तभी सकार हो सकता है, जब महिलाओं को शिक्षित किया जाय, आर्थिक दृष्टि से उनका विकास किया जाये, उन्हें राजनीतिक दृष्टि से अधिकार सम्पन्न बजाया जाये तथा समाज में उन्हें बड़ी भुमिका निभाने के अवसर दिये जायें। ग्राम पंचायतों और नगर पालिकाओं में आरक्षित स्थानों पर चुन कर आई अनेक महिला सदस्यों और अध्यक्षों में मिलने का मुझे अवसर मिला है। उन्होंने अपने कार्य निष्पादन से साबित कर दिया है कि वे जनतांत्रिक प्रक्रिया और प्रशासन में पुरुषों से किसी भी तरह कम नहीं हैं।
हम राज्य के सभी शहरी तथा ग्रामीण बस्तियों में अगले 04 (चार) वर्षों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कृत संकल्प हैं।
रांची सहित धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो, देवघर तथा दुमका को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है।
हमारे राज्य की लगभग 70 प्रतिशत जनता गाँवों में रहती है और कृषि कार्य पर निर्भर है। हमारे राज्य में कृषि के क्षेत्र में विकास की अपार संभावनायें हैं। हजारीबाग के गौरी करमा में कृषि अनुसंधान केन्द्र खोले जाने पर केन्द्र ने सहमति दे दी है। इसके लिए झारखण्ड सरकार ने भूमि भी चिन्हित कर ली है। मार्च महीने में कृषि अनुसंधान केन्द्र के शिलान्यास की योजना है।
हमारी सरकार राज्य में रोजगार के द्वार शीघ्र खोलने जा रही है। आदिम जनजातियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार ने राज्य में विशिष्ट इंडिया रिजर्व बटालियन के गठन का निर्णय लिया है, जिसमें आदिम जनजाति के नौजवानों को प्राथमिकता के आधार पर बहाल किया जायेगा। महिला बटालियन बनाने की दिशा में भी सरकार गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। सभी सरकारी रिक्त पदों पर बहाली की कार्रवाई प्राथमिकता पर की जायेगी। कुपोषण राज्य की एक बड़ी समस्या है। कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए 14,000 कुपोषण सखी की नियुक्ति अनुबंध के अधार पर करने का निर्णय लिया गया है और फरवरी माह से नियुक्ति की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जायेगी। महिला पर्यवेक्षिकाओं की नियुक्ति की कार्रवाई भी प्रारम्भ कर दी गई है।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तह्त पूरे प्रदेश में 24 लाख नये बैंक खाते खुल चुके हैं, जिनमें से 12 लाख लोगों को रुपे डेबिट कार्ड भी उपलब्ध कराया जा चुका है। सभी लाभुकों को योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए सीधे नगद हस्तातंरण (DBT) योजना की शुरूआत की जा रही है। सरकार की प्रत्येक योजना का पारदर्शी कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इसमें सभी योजनाओं को शामिल किया जायेगा। इस योजना के अंतर्गत लाभुकों के बैंक खातों में सीधे नगद राशि का हस्तातंरण किया जा सकेगा।
साठ (60) साल बाद पहली बार हमारे प्रधानमंत्री ने देश के नौजवानों की चिन्ता की और Skill
Development के लिए केन्द्र में अलग से एक मंत्रालय बनाया गया है। नौजवानों को स्वरोजगार के लिए कुशल एवं दक्ष बनाना हमारी भी प्राथमिकता है। नौजवानों को कुशल एवं दक्ष बनाने के लिए राज्य में Skill
Development Council का गठन हो चुका है। इसमें विभागों के पदाधिकारी, कारपोरेट जगत के लोग, विशेषज्ञों PSU के प्रतिनिधियों को रखा जायेगा ताकि राज्य के नौजवानों को रोजगार मिल सके और वे अपनी इच्छा के अनुरूप व्यवसाय भी कर सकें।
मेरी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में शून्य सहनशीलता की नीति अपनायेगी। राज्य के किसी भी क्षेत्र में भ्रष्टाचार कदापि क्षम्य नहीं होगा। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से निगरानी तंत्र को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा। प्रशासनिक और सार्वजनिक जीवन में सुचिता लाये बिना राज्य का अपेक्षित विकास नहीं हो सकता। हमारी सरकार जनकल्याण में कोताही या लापरवाही नहीं बर्दाश्त करेगी। किसी भी तरह का पक्षपात किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
राज्य में नक्सलबाद प्रमुख चुनौती है। सरकार ने इससे निबटने के लिए बहुआयामी रुख अख्तियार किया है। मैं उन सभी विमुख युवाओं का आवाहन करता हूँ कि वे हिंसा का त्याग करें, क्योंकि हिंसा किसी समस्सया का समाधान नहीं है। रांची में National
Game के लिए अधारभूत संरचना बनी थी उसका उचित देखरेख नहीं हो रहा है। उसे खेल विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जायेगा।
प्यारे झारखण्ड बासी हमे अतीत के उज्जवल पक्षों से प्रेरणा लेनी है, लेकिन हमे भूतजीवी नहीं बनना है। मैं इस बात पर बल देता आ रहा हूँ कि झारखण्ड को भविष्य की चुनौतियों तथा सुअवसरों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। विगत के विवादस्पद मुद्दों पर नहीं उलझाना चाहिए। आईये, अब भविष्य की ओर देखें। हमे एक समृद्ध, स्वावलम्बी झारखण्ड का निर्माण करना है। हम इस दिशा में चल पड़ें हैं, हमे रूकना नहीं है, रफ्तार को और तेज करना है। मै किसानों, मजदूरों, कारीगरों, कर्मचारियों, नौजवानों एवं झारखण्ड के तमाम सवा तीन करोड़ वासियों से सुखी एवं सम्पन्न झारखण्ड के निर्माण में अपना योगदान देने का आवाह्न करता हूँ।
चिरकाल से हमारा उदघोष रहा है:
सं गच्छ धवम
सं वदध्वम
सम वो मनासी जानताम
यानि हम एक होकर चलें। मिलकर चलें। सबको मिलाकर चलें। हमें सबके साथ आगे बढना है। खुद के साथ औरों को बढाना है। यही हमारा संकल्प है।
जय हिन्द! जय भारत! जय झारखण्ड!
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