Sunday 25 January 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 017 दिनांक - 25/01/2015

माननीय मुख्यमंत्री झारखण्ड श्री रघुवर दास के द्वारा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राजभवन, दुमका में स्वतंत्रता सेनानियों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के लड़ाई में उनके बहुमूल्य योगदान है। उनके दीर्घायु की कामना की और कहा कि हमें आप को सम्मानित करने का सौभाग्य मिलता रहे। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई सामाजिक विषमता को दूर करने के लिए लड़ी गई थी लेकिन आज भी हम सामाजिक विषमता से मुक्त नहीं हो पाए हैं इसलिए हमें इसके खिलाफ अभी भी संघर्षरत रहने की जरूरत है। उन्होने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों के अनुरूप समाज में व्याप्त विषमता को दूर कर देष शक्तिषाली राष्ट्र बनने की दिषा में अग्रसर है। इस अवसर पर उन्होंने देवघर के 6 एवं गोड्डा के 9 कुल 15 स्वतंत्रता सेनानियों को शाॅल देकर सम्मानित किया गया।
झारखंड के मुख्यमंत्री श्री दास ने दुमका स्थित राजभवन में आयोजित समारोह में राज्य के नवचयनित,मत्स्य पदाधिकारी,महिला पर्यवेक्षिका और इंटर प्रषिक्षित प्राथमिक षिक्षकों के बीच नियुक्ति पत्र वितरित किये। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री दास ने नवनियुक्त मत्स्य पदाधिकारी,पर्यवेक्षिका और प्राथमिक षिक्षकों को संबोधित करते हुए उन्हें कर्तब्यनिष्ठा और ईमानदारी से अपने कार्याें को निवर्हन करने की सलाह दी। उन्हांेने कहा कि कुपोषण के प्रति आम लोगों को जागरूक करने के लिए संतालपरगना सहित पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान में वे स्वयं और मंत्री के साथ विधायक और अधिकारी व कर्मचारी भी षामिल रहेंगे। उन्होंने कहा कि कुपोषण से मुक्ति के लिए  राज्य द्वारा 14 हजार कुपोषण सखी का पद सृजित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने ने विषेष कर प्राथमिक षिक्षकों से इस नियुक्ति को महज नौकरी के रूप में नहीं लेने का आह्वान करते हुए बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण षिक्षा मुहैया कराने की अपील की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में षिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। प्राथमिक विद्यालय ही बच्चों के संस्कार का पहली पाठषाला है। इसलिए  नव नियुक्त षिक्षक इस नियुक्ति को एक महज नौकरी के रूप में नहीं लेकर ईमानदारी के साथ देष और समाज की सेवा के रूप में लें। श्री दास ने संतालपरगना के 7 मत्स्य पदाधिकारी,समाज कल्याण विभाग की ओर से नवचयनित 56 महिला पर्यवेक्षिका और 440 इंटर प्रषिक्षित प्राथमिक विद्यालय षिक्षक अभ्यार्थियों के बीच नियुक्ति पत्र वितरित किये।
माननीय मुख्यमंत्री द्वारा समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास विभाग अन्तर्गत महिला पर्यवेक्षिका के पद पर चयनित अजिमा नसरीन, नीहारिका मल्लिक, मोनिका कुमारी, बुलबुल कुमारी, दरखषाँ खातून, तनु पण्डा, स्वाति विभाकर, रूपा कुमारी, रेणु कुमारी, मिली कुमारी, अ0ज0जा0 के स्कोलास्टिका हाँसदा, ललीता कुमारी, फूलमुनी मराण्डी, सुषीला कुमारी, ज्ञानी बाड़ा, लता किरण किस्कु एवं अ0जा0 के अर्चना पासवान, सुनीता कुमारी, कुमारी सुमन लता एवं पुनम कुमारी को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। 
इंटर प्रषिक्षित प्राथमिक षिक्षक के पद पर नीलू कुमारी, प्रवीण कुमार, सोमलाल टुडू, षिबु मुर्मू, पकलु मराण्डी, सागर रविदास, संतोष कुमार दास, संजय कुमार, चम्पा कुमारी, सुष्मिता, सीता कुमारी, निर्मला मराण्डी निकोलस मराण्डी, मुन्नु हाँसदा जीमरूद्दीन, प्रेमषीला टुडू, रिंकु झा, निरोजिनी सोरेन, खुषबू कुमारी एवं वन्दाना कुमारी को नियुक्ति पत्र माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किया गया। 
माननीय मुख्यमंत्री, झारखण्ड सरकार द्वारा पदस्थापन पत्र हेतु नवनियुक्त जिला मत्स्य पदाधिकारियों  को पेरिषेटि भार्गवि, अरूप कुमार चैधरी, रचना निष्चल, मु0 कमरूज्जमा, प्रदीप कुमार, सीमा कुमारी कुजूर, अल्का पन्ना, नवराजन तिर्की, दीपांकर सीट, दिव्या गुलाब बाआः, नीलम सरोज एक्का, मो0 मुजाहिद अंसारी एवं गितांँजली कुमारी न्युक्ति पत्र प्रदान किया गया। 
उन्होंने कहा कि राज्य में मत्स्य के निर्यात की असीम संभावनाएँ है। इस लिए राज्य सरकार द्वारा मत्स्य पदाधिकारियों के रिक्त पदों को भरकर राज्य से मछली निर्यात का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्य के धनबाद, जमषेदपूर और बोकारो में मत्स्य बाजार खोला जाएगा। झारखण्ड मत्स्य सेवा वर्ग-02 (राजपत्रित) के सत्रह (17) जिला मत्स्य पदाधिकारियों/समकक्ष पदाधिकारियों को नियुक्ति-पत्र आज माननीय मुख्य मंत्री महोदय द्वारा दिया जा रहा है। ये सभी पदाधिकारी झारखण्ड लोक सेवा आयोग के माध्यम से नियुक्ति हेतु अनुषंसित किए गए हैं। झारखण्ड राज्य गठन के बाद मत्स्य विभाग की यह एक बड़ी उपलब्धि है। विगत 15 वर्षों में बिहार, छत्तीसगढ़, उड़ीसा आदि राज्यों में जिला मत्स्य पदाधिकारी के पदों पर इतनी संख्या में पदाधिकारियों की नियुक्ति एक साथ नहीं हुई है। यह बहुत ही खुषी की बात है कि राज्य और देष में आधी आबादी के आधार पर इन 17 पदाधिकारियों में 9 महिला पदाधिकारी हैं। आषा है कि ये सभी पदाधिकारी राज्य और जनता के हित में अपने दायित्यों का सफल निर्वहन करेंगे। 













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