सूचना भवन, दुमका
प्रेस विज्ञप्ति
संख्या 083 दिनांक - 09/04/2015
ट्यूषन फीस एवं परीक्षा शुल्क के अतिरिक्त विद्यालय प्रबंधन कोई भी फीस नहीं लेंगे। अगर इन दोनों फीस के अलावा कोई अन्य फीस यथा री-एडमिषन (पुनर्नामांकन शुल्क) फीस, विकास शुल्क इत्यादि लिया गया हैं तो वे उक्त राषि अभिभावकों को अविलंब लौटा दें या एडजस्ट करें। अन्यथा मैं सभी अभिभावकों से यह अपील करूँगा कि आपसे जो ज्यादा फीस ली गई है उसे स्वयं एडजस्ट कर लें। एडजस्टमंेट के क्रम में अगर अभिभावक मासिक फीस नहीं देते हैं तो विद्यालय प्रबंधन विद्यार्थियों का नाम नहीं काट सकता है। उक्त बातें उपायुक्त, दुमका श्री राहुल कुमार सिन्हा ने लगातार बढ़ रही फीस से संबंधित विद्यालय प्रबंधन एवं अभिभावकों के साथ आयोजित बैठक में कही। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन को स्पष्ट निर्देष दिया है कि विद्यालय को ज्ञान अर्जन का केन्द्र रहने दें। इसे व्यापार का केन्द्र न बनाएँ। अनावष्यक फीस न लें तथा अप्रत्याषित रूप से किसी भी फीस में वृद्धि न करें।
उपायुक्त ने सभी विद्यालय के प्रतिनिधियों को स्पष्ट शब्दांे में कहा कि विद्यार्थियों से अनावष्यक फीस लेकर अभिभावकों पर आर्थिक बोझ डालना सरासर गलत है। उन्होंने बताया कि झारखण्ड सरकार ने संकल्प जारी किया है। जिसमें सारे अनिबंधित विद्यालयों को बंद करने का आदेष है। उन्होंने कहा कि जिला प्रषासन विद्यार्थियों एवं अभिभावकों के हित में कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है। विद्यालयों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाना होगा अन्यथा प्रषासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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