दुमका 8 मार्च 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 117
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता...
- शशि रंजन, उपविकास आयुक्त, दुमका
स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इंडोर स्टेडियम दुमका में ‘‘स्वच्छ शक्ति सप्ताह‘‘ का आयोजन किया गया। इस दौरान महिला मुखिया, ग्रामीण जल सहिया, सखी मंडल, रानी मिस्त्री, पंचायत स्वंय सेविका द्वारा शौचालय निर्माण एवं अपने पंचायत को ओडिएफ करने में योगदान करने वालों को पुरस्कृत किया गया।
उपस्थित महिलाओं को उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने महिला दिवस की शुभकामनायें देते हुए कहा कि महिला समाज का महत्वपूर्ण अंग है। महिलाओं के बिना समाज, राज्य और देष का विकास संभव नही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को स्वावलंबी एवं सषक्त होने की जरुरत है। महिलाओं के बिना किसी भी प्रकार के विकास की कल्पना नही की जा सकती। पूरे जिले में एक महीनें के भीतर 18 हजार शौचालय का निर्माण किया गया है। यह निर्माण महिलाओं के सहयोग से ही हो सका है। उन्होंने कहा कि शौचालय की अवष्यकता को महिलाओं से अच्छा कोई नही समझा सकता। उन्होंने महिलाओं से कहा कि शौचालय के निर्माण से आप प्रति वर्ष 50 हजार रुपय की बचत करते है। यह 50 हजार शौचालय के ना होने से आप दवा और ईलाज में खर्च करते थे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 2 अक्टूबर तक पूरे राज्य को ओडिएफ करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अप्रैल तक दुमका जिला को ओडिएफ करने का लक्ष्य जिला प्रषासन ने रखा है। कई ब्लाॅक में हमने अपने लक्ष्य को पूरा भी कर लिया है। और मुझे विष्वास है कि आपके सहयोग से हम बचे ब्लाॅक में भी अपने लक्ष्य को पूरा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण में एसएचजी की महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। शौचालय निर्माण में कुषल होकर महिलाऐं भविष्य में भी इस तरह के कार्य कर सकेंगी, जिसके माध्यम से वे अच्छी आय भी अर्जित कर सकेंगी। उन्होंने उपस्थित महिला मुखिया को निदेष दिया कि 14वें वित्त आयोग के राषि से गर्मी से पूर्व सभी खराब पड़े हैंडपम्प को ठीक करा ले ताकि लोगों को गर्मी में पेयजल की परेषानी ना हो। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन महिलाओं को सषक्त करने के लिए कृतसंकल्पित है। जिला प्रषासन द्वारा बालीजोर में महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है ताकि महिलाओं की जीवन स्तर में सुधार हो सके। वे भी समाज के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर एक बेहतर समाज का निर्माण करे। खुले में शौचमुक्त समाज का निर्माण करे।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा जोयेश बेसरा ने कहा कि महिला दिवस के दिन महिलाओं को सम्मान देना वास्तव में खुशी की बात है। महिलाओं को हक दिलाने के लिए इतिहास में भी एक बड़ी लड़ाई लड़ी गई है। तब जाकर आज महिलाओं को उनका हक मिला है। इस लड़ाई में पुरुषों ने भी कंधे से कंधे मिलाकर साथ दिया है। समाज को महिलाओं के प्रति मानसिकता बदलने की जरुरत है। महिलओं को अब हर हाल में सशक्त होना होगा। महिलाओं को अपने उपर हो रहे अत्याचार के लिए जागना होगा। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि अपने बच्चों को स्कूल जरुर भेजे। बेटा बेटी में फर्क ना करे। बच्चों को सही और गलत के बारे में अवष्य बतायें।
इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्षा अमिता रक्षित ने कहा कि महिलाओं को जागरुक होना होगा। आज भी हम पुरुष प्रधान समाज में ही रह रहे है। बेटीयों को आज भी समाज में बोझ समझा जाता है। इस मानसिकता को बदलना होगा। महिलाओं को सषक्त होना होगा। सरकार की कई योजनायें महिलाओं को सषक्त करने के लिये चलायी जा रही है। जिसका आप सभी लाभ ले सकती है।
इस अवसर पर बीस सूत्री उपाध्यक्ष दिनेश दत्ता ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का नारा सबका साथ सबका विकास आज सार्थक होता प्रतीत हो रहा है। माननीय प्रधानमंत्री जी की स्वच्छता के प्रति सोच आज महिलाओं को सम्मान देने का कार्य कर रही है। सरकार ने महिलाओं के दर्द को समझा है। अब महिलाओं को शौच के लिए अंधेरा का इंताजार नही करना पड़ता। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं को सषक्त करने के लिए कई योजनाऐं भी चला रही है। महिलाऐं सशक्त होंगी तो देश और राज्य भी सशक्त होगा।
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