Sunday, 24 May 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 121 दिनांक - 23/05/2015
दुमका दिनांक 23 मई 2015,
संताल परगना की बदहाली दूर करना मेरा ध्येय है। जनता ने विकास के लिए वोट दिया है इसलिए विकास ही मेरी पहली और आखिरी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने आज दुमका में प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक में यह बात कही। 
मुख्यमंत्री ने सभी पदाधिकारियों को शासक नहीं बल्कि सेवक की भाँति जनता का सेवा करने का निर्देष दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रत्येक मषीनरी का उद्देष्य आम गरीब जनता को अधिकाधिक लाभ पहुँचाना है। प्रषासन को जनोन्मुख बनाने के लिए क्षेत्रीय स्तर पर प्रषासनिक इकाईयों को स्व विवेक से निर्णय लेकर कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री ने विषेषकर संताल परगना क्षेत्र में विकास गतिविधि को बढ़ावा देने के लिए तमाम आलाधिकारियों को तत्परता पूर्वक समय सीमा के अंदर योजनाओं को पूरा करने का निर्देष दिया। मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को क्षेत्र में जाकर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं को दूर करने एवं हरहाल में विकास योजनाओं को पूरा करने का निर्देष दिया। 
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर पथ निर्माण, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, जल संसाधन, समाज कल्याण एवं महिला बाल विकास, वन एवं पर्यावरण, उर्जा, कृषि एवं गन्ना, मानव संसाधन, कल्याण ग्रामीण कार्य, राजस्व एवं भूमि सुधार, पेयजल एवं स्वच्छता, पषुपालन एवं मत्स्य आदि विभिन्न विभागों के द्वारा संचालित विकास योजनाओं की बारी-बारी से समीक्षा की। 
मुख्यमंत्री ने समीक्षा के क्रम में साहेबगंज एवं देवघर जिले में महिला एवं बाल मृत्यु दर में वृद्धि पर नाराजगी प्रकट करते हुए उक्त जिलों के सिविल सर्जन से स्पष्टीकरण पूछने तथा संतोषप्रद जवाब न होने पर निलंबित करने का निर्देष दिया। आम जनता से प्राप्त षिकायत के आधार काठीकुण्ड अस्पताल के प्रभारी डाॅक्टर रविषंकर प्रसाद के मामले में उपायुक्त, दुमका को एक सप्ताह के अन्दर जाँच कर रिपोर्ट करने का निर्देष दिया गया। चिकित्सक पर यह आरोप है कि श्री प्रसाद सरकारी अस्पताल में सेवा न देकर अपना निजी नर्सिंग होम संचालित करते हैं। लगभग 20 वर्षों से वे वहाँ पदस्थापित है। 
मानव संसाधन विकास विभाग की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि कक्षा प्रथम से अष्टम तक के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण षिक्षा देने के लिए बड़े पैमाने पर षिक्षकों की नियुक्ति 15 अगस्त 2015 तक पूरी कर ली जाएगाी। षिक्षकों की नियुक्ति में 50 प्रतिषत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होगी। विभिन्न प्रखंडों एवं जिला मुख्यालयों में प्रतिनियुक्त षिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द किया जाएगा। षिक्षकों को सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जिला षिक्षा कार्यालयों में षिक्षकों से रिष्वत लिए जाने तथा भ्रष्टाचार पर लगाम कसने का निर्देष दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी षिकायत पाई जाती है तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।   षिक्षकों को बी0एल0ओ0 के कार्य से मुक्त किया जाएगा। 
पर्यावरण की दिन प्रतिदिन होती विकराल समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री ने 5 जून 2015 से एक माह तक वृक्षारोपण को एक आन्दोलन और अभियान का रूप देने का आह्वाहन किया। मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न पथ निर्माण में आ रही बाधा को प्राथमिकता के आधार पर दूर करने का जिले के उपायुक्तों को निर्देष दिया। मुख्यमंत्री ने जिले के उपायुक्तों को निर्देष दिया कि सड़क निर्माण कार्य में लगे विभिन्न निर्माण एजेंसी के कर्मियों को जो नक्सल प्रभावित इलाके काम करते हैं आवष्यकतानुसार स्व विवेक से सुरक्षा मुहैया कराई जाए। कृषि विभाग की समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने बतलाया कि कृषि विभाग का लक्ष्य प्रत्येक जिले में प्रतिवर्ष 5000 हेक्टेयर भूमि को कृषि योग्य बनाना रखा गया है। इस वित्तीय वर्ष मंे संताल परगना में कुल 30 हजार हेक्टेयर परती भूमि को कृषि क्षेत्र में लाया जाएगा। खाद वितरक अनुज्ञप्ति आॅन डिमान्ड दी जाएगी।   
पथ निर्माण विभाग की समीक्षा के क्रम में यह बताया गया कि संताल परगना में इस वित्तीय वर्ष में कुल 305 कि.मी. निम्न पथों का निर्माण किया जा रहा है। दुमका-मसलिया-कुण्डहीत-नाला पथ (55 किमी), बासकुली-रेगुली पथ (25 किमी), केहराखाला-थलाकटा (30किमी), नोनीहाट-वासुकिनाथ-कैराबनी पथ (40 किमी), देवघर-दर्दमारा पथ (15 किमी), देवघर-मोहनपुर-रिखिया पथ (20किमी), बोआरीजोर-घोरीचक पथ गोड्डा (25 किमी0), महेषपुर-पाकुडि़या पथ (30 किमी) फतेहपुर-सिंहारसी पथ पाकुड़ (40 किमी) मनोहरपुर-दुर्गापुर पथ-सुसमहा पथ गोड्डा (25 किमी)।  
प्रमंडल स्तरीय समीक्षा बैठक में कल्याण (अल्पसंख्यक कल्याण सहित) तथा समाज कल्याण, डाॅ0 लोईस मरांडी, प्रधान सचिव श्री राजीव गौवा, पुलिस महानिदेषक, सचिव पथ निर्माण विभाग श्रीमती राजबाला वर्मा, सचिव समाज कल्याण एवं महिला बाल विकास विभाग श्रीमती मृदुला सिन्हा, सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा श्री के0 विद्या सागर, विकास आयुक्त श्री आर0एस0 पोद्दार, सचिव जल संसाधन विभाग श्री सुखदेव सिंह, सचिव वन एवं पर्यावरण श्री अरूण कुमार सिंह, सचिव उर्जा विभाग श्री एस0 के0 रहाटे, सचिव कृषि एवं गन्ना श्री नितिन मदन कुलकर्णी मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री संजय कुमार एवं सचिव श्री सुनिल वर्णवाल, सचिव मानव संसाधन श्रीमती अराधना पटनायक, सचिव कल्याण विभाग श्रीमती वंदना दादेल, सचिव ग्रामीण कार्य विभाग श्री एम0आर0मीणा, सचिव राजस्व एवं भूमि सुधार श्री कमल किषोर सोन, सचिव पषुपालन एवं मत्स्य विभाग डाॅ0 प्रदीप कुमार सचिव पेयजल एवं स्वच्छता श्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह, अपर मुख्य सचिव गृह विभाग श्री एन0एन0 पाण्डेय, आयुक्त संताल परगना प्रमंडल, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक, मनरेगा आयुक्त, निदेषक पंचायती राज, संताल परगना प्रमंडल के सभी उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, वन प्रमंडल अधिकारी, अधीक्षण अभियंता के साथ साथ प्रमंडल स्थित विभिन्न जिलों के तमाम आलाधिकारी मौजूद थे।


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