Monday, 25 May 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 124 दिनांक - 24/05/2015
दुमका दिनांक 24 मई 2015,
मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास आज रात नवाडीह गांव, केसियाबहाल पंचायत दुमका के ग्रामीणों के साथ रूबरू हुए और उनकी समस्याएँ सुनी-उनके उम्मीदों, आषाओं और जरूरतों को समझा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के 66 वर्षों के बाद भी हमारे राज्य के गावों में बिजली नहीं है, षिक्षक नहीं है, डाॅक्टर नहीं हैं। कुछ लोग इसे पिछले 14 वर्षों के राजनीतिक अस्थिरता का कारण दे सकते हैं किन्तु इच्छाशक्ति का अभाव ही मूल कारण है। हर ओर अंधेरा ही अंधेरा दिखता है। मैं इस अंधेरे में दिया जलाने आया हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवाडीह एक षिक्षित गांव है बड़ी मुष्किलात सहते हुए भी आप ने अपने बच्चों को षिक्षाा दी मैं आपका आभारी हूँ। ऐसा ही झारखण्ड का हर गांव बने मैं आपको विष्वास दिलाता हूँ कि संताल परगना में अगले 15 से 20 दिनों में 24 घंटे बिजली बहाल होगी। सन 2019 तक पेयजल पूरे झारखण्ड को उपलब्ध होगा। 2019 तक झारखण्ड विद्युत में न केवल आत्म निर्भर होगा बल्कि देष के अन्य प्रांतों को बिजली से रौषन करेगा। 
अबतक इस राज्य के नेताओं ने घोटाला किया-लोगों को छला-खुद आलिषान भवनों में रहते रहे किन्तु ग्रामीणों को गुमराह करते रहे। किन्तु अब ऐसा नहीं चलेगा। कहीं भी भ्रष्टाचार हो तो आप 181 डायल कर षिकायत करें। असाध्य रोग के इलाज के लिए केवल बी0पी0एल0 ही नहीं 72 हजार सालाना आय वाले सभी लोगों को इसका लाभ मिलेगा। झारखण्ड आई0टी0 हब बनेगा। बेरोजगारों के लिए स्किल डेवलपमेंट की योजना है। शक्ति रक्षा विष्वविद्यालय बनेगा जिससे पुलिस सहित सेना और अर्द्ध सेना के बलों के लिए जवान तैयार किये जायेंगे। झारखण्ड सी0आई0एस0एफ0 एवं नर्सिंग प्रषिक्षण केन्द्र बनेगा। 
‘अपना गांव अपना काम’ के तहत 80 प्रतिषत बजट गांव में बनेंगे। गांव ही तय करेगी उसे क्या चाहिए। वे ही अपना बजट बनायेंगे। ग्रामीणों की सभी मांगांे को पूरा करने के लिए तत्काल आदेष दिये गये। एक विकलांग बच्चे को इंदिरा आवास देने का भी तत्काल आदेष दिया गया। कुमड़ाबाद से मकरमपुर पुल और बालिका उच्च विद्यालय के मांग पर भी यथा शीघ्र निर्णय लेने का आष्वासन दिया। मसानजोर बांध के विस्थापितों को भूमि बन्दोबस्त किये जाने के 1955 के निर्णय पर पूरी जानकारी लेने और उसपर यथाशीघ्र आदेष निर्गत करने का भी आष्वासन दिया। 
समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लोइस मरांडी ने कहा कि पहली बार इस गांव में मुख्यमंत्री आए हैं और आप से सीधे संवाद कर रहे हैं। आपके बिजली, पानी, विस्थापन और सिंचाई की समस्या को दूर किया जाएगा। 
ग्रामीणों ने मुख्य रूप से मसानजोर बांध बनाये जाने के बाद विस्थापित 14 मौजा के लोगों के दर्द को सामने रखा। ग्रामीण आज भी बिजली, पानी और सिंचाई जैसी समस्या से जूझ रहे हैं किन्तु साक्षरता का प्रतिषत इन गांवों में लगभग शत प्रतिषत है। देर रात मुख्यमंत्री गांव से राजभवन के लिए विदा हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव श्री सुनिल बर्णवाल, उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक भी उपस्थित थे।  





         

No comments:

Post a Comment