Monday, 17 April 2017

दुमका, 13 अप्रैल 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 198

अग्र परियोजना केन्द्र, काठीजोरिया, दुमका के द्वारा मसलिया प्रखण्ड के भालुकसुधिया गॅंाव में तीन माह का रेशम धाागाकरण का प्रशिक्षण दिनंाक 20.02.2017 से प्रारम्भ किया गया है। जिसमें 30 महिलाओं को तसर धागाकरण के विभीन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में तसर ककून का ग्रीडींग करना, तसर धागा निकालने के लिए ककून को भ्2 व्2 एवं साबून के मिश्रण में निर्धारित समय तक पकाना, पके हुए ककून का डीफलोसिंग करना, उक्त ककून का इण्डकास्ट करना फिर सात-आठ ककून मिलाकर उन्नति मशीन के माध्यम से रील्ड धागा तैयार करना बोबीन से रीरीलींग करना एवं लच्छी बनाना सीखाया जा रहा है। तसर ककून के वेस्ट मेटेरियल से ( डीफलोस लेयर ) घीच्चा एवं कटीया बनाना तथा पीडक्कलन से झूररी तैयार करना सीखाया जा रहा है। महिलाओं को इस प्रशिक्षण के माध्यम से स्वरोजगारी एवं स्वलम्बी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में दो बैच यानी 60 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें महिलायें बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही हैं।
तसर ककून के एक एक भाग का इस प्रशिक्षण में उपयोग करना बताया जा रहा है जिससे महिलायें ककून का प्रत्येक भाग का उपयोगी बना कर उससे अधीक से अधीक आमदनी कर सके। यह प्रशिक्षण प्राप्त महिलायें घर में रह कर अपने घरेलू सारे कार्य निष्पादन के उपरांत अपना आर्थीक विकास कर स्वलम्बी हो सकेंगी।  
आज इस प्रशिक्षण का निरीक्षण करने भालुकसुंधिया गाॅंाव में श्री सुधीर कुमार सिंह सहायक उद्योग निदेशक संथाल परगना प्रक्षेत्र दुमका गये थे जिन्होंने प्रशिक्षक एवं प्रशिक्षणार्थी दोनों को प्रशिक्षण प्राप्त के उपरंात इसे अतिरीक्त स्वरोजगार के रूप में आपलोग अपना आर्थिक विकास कैसे कर सकते हैं तथा प्यूपा का भी इस्तमाल कैसे कर सकते हैं और इससे भी आय प्राप्त कर सकते हैं अपने संबोधन में बताया।




No comments:

Post a Comment