Friday, 26 June 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 156 दिनांक - 26/06/2015
दुमका दिनांक 26 जून 2015,

राष्ट्र के निर्माण में अपनी भूमिका को जानिए -
राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका

दुमका, दिनांक 26 जून 2015  स्थानीय इन्डोर स्टेडियम, दुमका में हमारा जल हमारा जीवन विषय पर आयोजित कार्यषाला में दुमका जिला के विभिन्न विद्यालयों से आए बच्चों से दुमका के उपायुक्त ने राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को पहचानने और जानने की अपील की। उपायुक्त ने मंच से उतरकर बच्चों के बीच जाकर एक संवाद स्थापित करते हुए जीवन में जल, बिजली, भोजन, षिक्षा आदि के महत्व को साधारण उदाहरणों से समझाया। 
उपायुक्त ने कहा कि दुनियाँ के तमाम जल स्त्रोत में 1 प्रतिषत जल ही हमारे उपयोग के लिए है। हम इसका संरक्षण केसे करें इस पर गंभीर होने की जरूरत है। हम अपनी आदतों में एक व्यवस्था बनाकर सुधार ला सकते हैं। अपने घर से इसकी शुरूवात कर सकते हैं। घर के जल को घरों में ही रोकें। साथ ही विद्युत और जल की बरबादी न हो इसका भी ध्यान रखना है। हम अपनी आवष्यकता से अधिक भोजन को बरबाद होने से भी रोकें। हमें इस बात को ध्यान रखना चाहिए कि जल विद्युत और भोजन आदि की उपलब्धता यदि हमारे पास है तो कहीं इसकी घोर कमी भी है और उन्हें इनकी आवष्यकता भी है। इसलिए हम इसका आवष्यकतानुसार उपयोग करें। विद्यार्थियों से उपायुक्त ने कहा कि आपका सबसे अहम कर्तव्य है षिक्षा को हासिल करना। षिक्षा को हासिल करने का मतलब है जो आपके पाठ्यक्रम में है उसे न केवल पढ़ना बल्कि उसे जीवन में उतारने की कोषिष करना। इतिहास के पन्नों में सुरक्षित नामों से आपको यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि आप भी ऐसा काम करंे कि आने वाली पीढि़ आपके बारे में पढ़ें। उपायुक्त ने इन्डोर स्टेडियम सभागार में उपस्थित षिक्षकों से कहा कि वे इसका ध्यान रखें कि एक शैक्षणिक कैलेण्डर में सभी विद्यार्थी पाठ्येतर क्रियाकलापों में हिस्सा ले सकें ताकि, जिस क्षेत्र में उनकी प्रतिभा है वह सामने आ सके।   
उपायुक्त ने बच्चों के साथ फिर मिलने और ऐसे ही संवाद जारी रखने की बात कही। उन्होंने बच्चों से उनका परिचय लिया और अपने बारे में भी बताया। 
इस अवसर पर अधीक्षण अभियंता, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क तथा जिला षिक्षा पदाधिकारी ने भी कार्यषाल में उपस्थित बच्चों को संबोधित किया। इस अवसर पर कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई एवं अन्य अधिकारी सहित विभिन्न विद्यालयों के षिक्षक और बच्चे उपस्थित थे। 




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