Monday, 22 June 2015

सूचना भवन, दुमका 

प्रेस विज्ञप्ति

संख्या 153 दिनांक - 21/06/2015
दुमका दिनांक 21 जून 2015,

दुमका में आज विष्वयोग दिवस के अवसर पर इन्डोर स्टेडियम, दुमका में प्रातः 7ः00 बजे योग षिविर का उद्घाटन मंत्री श्री राजपलिवार, झारखण्ड ने दीप प्रज्वलित कर किया। उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि योग पिछले 5 हजार वर्षों से भारत के ऋषि मुनियों द्वारा हमारी उत्तरोत्तर पीढि़यों को हस्तांतरित किया हुआ एक अनमोल विरासत है। आज पूरा विष्व योग के महत्व को जान रहा है और उसका अनुसरण कर रहा है। अतीत के तरह भारत एक बार पुनः विष्व गुरू की ख्याति की ओर बढ़ रहा है। इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लोईस मरांडी ने कहा कि आज 177 देषों में सुबह की शुरूआत योग से हो रही है। यह भारत के लिए गर्व का दिन है। 
उपायुक्त, दुमका श्री राहुल कुमार सिन्हा ने योग दिवस के अवसर पर कहा कि व्यक्ति की कार्य क्षमता व कार्य-दक्षता को बढ़ाने में निःसन्देह सहायता करता हैं युवाओं को जगाकर समाज, राष्ट्र व विष्व को कुषल, प्रभावषाली व रचनात्मक नेतृत्व दिलाने में सहयोग करता है। योग पूजा-पाठ की कोई विधा नहीं, यह तो विज्ञानसम्मत एक ऐसी जीवन-षैली हैं जिससे व्यक्ति के समूचे जीवन में सकारात्मक व गुणात्मक परिवर्तन होते हैं। योगाभ्यास के सहारे मानव अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को तो अक्षुण्ण रखता ही है, साथ ही श्रद्धा, ब्रह्मचर्य, विद्या तथा तपस्यापूर्वक निरन्तर इसके अनुष्ठान करने से उसका योगाभ्यास दृढ़ हो जाता है और वह योगाभ्यास अभ्यासी के लिए परमात्मा को पाने का मार्ग प्रषस्त करता है। उपायुक्त ने इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों तथा बड़ी संख्या में आये महिलाओं बच्चों और पुरूषों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि हम सबको नियमित योगाभ्यास करना चाहिए।  
पतंजलि योग समिति की दुमका शाखा के जिला संयोजक श्री सूरज कांत मंडल ने कहा कि कर्म करने में सबसे बड़ी कुषलता (चतुर्य) ही योग है। इस योग को जीवन मंे अपनाने से बन्धन स्वभाववाले कर्म भी योगी को बन्धन में नहीं डाल पाते हैं। शुद्ध ज्ञान, शुद्ध कर्म एवं शुद्ध उपासना अर्थात् ज्ञानयोग, कर्मयोग व भक्तियोग-यह योग की त्रिवेणी है। श्रीमती मनोरमा कुमारी यादव, गोड्डा मंडल प्रभारी ने कहा कि योग एक ऐसा दर्षन है, जिसके सबल सैद्धान्तिक पक्ष का ही नहीं, अपितु उन्हें बोध कराने वाले क्रियात्मक साधनों का भी ऋषियों ने प्रतिपादन किया है, जिन्हें आचरण में लाकर प्रत्येक मनुष्य अपना कल्याण अपने हाथों करने की योग्यता व क्षमता प्राप्त कर लेता है। 
प्रातः 6ः30 बजे भजन एवं राष्ट्रभक्ति के गीत से कार्यक्रम के लिए एक अनुकूल माहौल बन गया तथा उसके उपरांत आयुष मंत्रालय भारत एवं राज्य सरकार द्वारा दिये गये निर्धारित समय प्रातः 7ः00 बजे योगाभ्यास कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। भारी संख्या में लोग एवं विद्यार्थी इन्डोर स्टेडियम में उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में उत्क्रमित मध्य विद्यालय लगला प्रखंड जामा के बच्चों ने कठिन एवं महत्वपूर्ण योगासन का निदर्षन किया। उसके उपरान्त योग प्रषिक्षक श्री प्रषांत एवं श्रीमती सुभद्रा कुमारी ने प्रषिक्षण का कार्यक्रम प्रारंभ किया। षिथिलीकरण के अभ्यास के उपरांत योगासन जिनमंे तड़ासन, त्रिकोणासन, भुजंगासन, वक्रासन, मकरासन आदि कराये गये। तदोपरांत प्राणायाम के क्रम में कपालभाति, अनुलोम विलोम एवं शाम्भवी मुद्रा में ध्यान कराया गया। शांति पाठ के साथ सभी ने यह संकल्प लिया कि हमें अपने मन को हमेषा संतुलित रखना है तथा इसी में हमारा आत्म विकास समाया हुआ है।    
योग दिवस के अवसर पर इन्डोर स्टेडियम, दुमका में मंत्री कल्याण विभाग (अल्पसंख्यक कल्याण सहित) तथा समाज कल्याण महिला एवं बाल विकास, डाॅ0 लोईस मरांडी, उपायुक्त दुमका श्री राहुल कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी, उप निदेषक, सूचना एवं जनसम्पर्क, दुमका एवं जिला के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण तथा जिले के गणमान्य लोगों के साथ-साथ पतंजलि के जिला प्रभारी श्री सूरज कान्त मंडल, महिला मंडल प्रभारी मनोरमा कुमारी यादव, जिला महिला प्रभारी सुभद्रा कुमारी, श्री प्रषांत कुमार, संतोष कुमार गोस्वामी, मनोज कुमार साह, रानी कुमारी, पंकज यादव, आस्था आनंद, पतंजलि अभ्युदय विभाग के अजय कुमार एवं राजीव कुमार साह, गौतम कुमार, मनोज कुमार मंडल, ऋषभ आनन्द युवा प्रभारी पुरूषोत्तम दर्वे, विरवल दर्वे, सुनिल कुमार  आदि उपस्थित थे।
एटीम ग्राउन्ड में एन0सी0सी0 के कैडेट्स को योगाचार्य राकेष पराषर ने तथा सिदो कान्हु मुर्मू विष्वविद्यालय, दुमका में योग प्रषिक्षक पुरूषोत्तम दर्वे एवं विकास कुमार मंडल ने विद्यार्थियों एवं षिक्षकों को योगाभ्यास कराया।
कार्यक्रम के उपरांत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये यूजर आईडी एवं पासवर्ड के माध्यम से छायाचित्र एवं विडियो क्लिपिंग अपलोड कराई गई।









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