दिनांक-26 अक्टूबर 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1950
जहां नारी की पूजा होती है वही ईश्वर का वास होता है...
- डॉ लुईस मरांडी,समाज कल्याण मंत्री,झारखण्ड सरकार
आउटडोर स्टेडियम, दुमका में तेजस्विनी मिलनोतत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. लुईस मरांडी ने कहा कि समाज को बेहतर बनाने के लिए नारी को आगे आने की आवश्यकता है।सरकार ने तेजस्विनी परियोजना की शुरुआत की ताकि महिलाएं सशक्त एवं शिक्षित होकर समाज को सही दिशा में ले जाने का कार्य करें। उन्होंने कहा कि 2 साल पहले मुख्यमंत्री ने इस योजना की शुरुआत की थी। आज इसका लाभ लोगों को पता चल रहा है।महिलाएं शिक्षित और सशक्त हो रही हैं। उन्होंने कहा की बेटियों का सर्वांगीण विकास कर ही एक बेहतर समाज, बेहतर राज्य एवं बेहतर राष्ट्र का निर्माण किया जा सकता है।तेजस्विनी के माध्यम से महिलाएं शिक्षित हो रही है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाएं पौष्टिक आहार का सेवन करें। आंगनबाड़ी केंद्र में गर्भवती महिलाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जाती है। आप उसका लाभ उठाएं। आज देश कुपोषण से लड़ाई लड़ रहा है।आप सभी को जागरूक होना होगा ताकि राज्य से कुपोषण को दूर भगाया जा सके। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को ध्यान में रखते हुए तेजस्विनी परियोजना के माध्यम से बेटियों को पढ़ाने और बचाने का कार्य किया जा रहा है। तेजस्विनी परियोजना के माध्यम से महिलाओं को अपनी समस्याओं से लड़ने के लिए सशक्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि खेलकूद के लिए प्रत्येक तेजस्विनी क्लब को रु 20 हजार उनके खाते में दिए जाएंगे।उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए निरंतर कार्य कर रही है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त कर सरकार उन्हें आत्मनिर्भर बनाना चाहती है। समाज का सर्वांगीण विकास तभी हो सकता है जब महिलाएं सशक्त बनेंगी सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया है। मुख्यमंत्री सुकन्या योजना एवं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के माध्यम से सरकार एक बेटी पर ₹70000 खर्च कर रही है। ताकि वह शिक्षित एवं आत्मनिर्भर हो सकें। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से सरकार ने महिलाओं को धुआँ से मुक्ति दिलाने का कार्य किया है।महिलाओं को सम्मान देने का कार्य किया है।
पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि आजादी को 75 साल हुए हैं और देश में परिवर्तन की लड़ाई लड़ी जा रही है। आज महिलाओं को सशक्त एवं शिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है।पूरे देश मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जा रहा है।बेटियों को पढ़ाने एवं आगे बढ़ाने का के किया जा रहा है।उन्होंने कहा कि बेटियों का कोई धर्म एवं जाति नहीं होता है वे समाज के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए कई कार्य किए हैं। आज ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली-सड़क-पानी आदि की समुचित व्यवस्था की गई है। सरकार लोगों को गांव में रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है ताकि उन्हें पलायन कर किसी और क्षेत्र में जाकर कार्य नहीं करना पड़े।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डॉ. डी.के सक्सेना ने कहा कि तेजस्विनी परियोजना एक महत्वकांक्षी परियोजना है परियोजना के माध्यम से किशोरियों एवं युवतियों को शिक्षा एवं कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। जिससे उनका आर्थिक एवं सामाजिक विकास हो सके। उन्होंने कहा कि 2 आंगनबाड़ी केंद्र को मिलाकर 1078 तेजस्विनी क्लब स्थापित किये गए हैं। प्रत्येक क्लब में एक युवा उत्प्रेरक पदस्थापित किया गया। दुमका, जामा तथा मसलिया प्रखंड के 32080 किशोरी एवं युवतियों का पंजीयन किया गया है।
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