Monday, 27 March 2017

दुमका, 27 मार्च 2017 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 165
सूचना भवन दुमका में सृजन फाउण्डेषन, सेतु एवं जागो फाउण्डेषन के संयुक्त तत्वाधान में बाल संरक्षण के अन्तर्गत के परिवार आधारित देखभाल को बढ़ावा देने के लिए एक दिवसीय कार्यषाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि जिला परिषद उपाध्यक्ष असीम मंडल ने कहा कि सबसे जरूरी है कि समाज में बच्चों के महत्व को समझे उसके लिए समाज में जागरूकता लाने की आवष्यकता है। इन्होने कहा कि षहरी क्षेत्र में लोग अपने बच्चों के प्रति काफी जागरूक हो चुके हैं उसी तरह ग्रामीण क्षेत्र में भी जागरूकता लाने की जरूरत है। इसके लिए सामाजिक संगठन, पंचायत प्रतिनिधि, बाल कल्याण समिति सबको एक साथ मिलकर काम करने की आवष्यकता है। इन्होने कहा कि आॅगनबाड़ी सेविका, सहिया को इस भूमिका में लाने के साथ साथ उन्हें बाल अधिकार के लिए प्रषिक्षित करना होगा। श्री मंडल ने इस तरह के कार्यषाला का आयोजन प्रखण्ड स्तर पर करने की बात पर भी जोर दिया। उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने कहा कि यह काफी अहम और संवेदनषील मुददा है। बच्चों के लिए काम करने के लिए कमिटमेंट होना चाहिए तभी हम बच्चों के लिए बेहतर काम कर एक नई कामयाबी हासिल कर सकेगे। इन्होने श्रवाणी मेला में भटके कई बच्चों को उनके परिवार से मिलाने का हवाला देते हुए कहा कि काम कठिन है लेकिन मन से करने के बाद आत्म संतुष्टि भी उतनी ही होती है। योजना हर आदमी के लिए होता है लेकिन उसका अंतिम मकसद विकास होता है इसलिए बच्चों का विकास जरूरी है। इन्होने बाल सुधार गृह के प्रतिनिधि से कहा कि आप गृह का ऐसे लोगो से भ्रमण कराये और वहां रहने वाले बच्चों को बताये कि दुनिया इस गृह के बाहर भी है उसे कुछ करने की कला भी सिखायें ताकि वे एक अच्छा नागरिक बन सके। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमरेन्द्र यादव ने कहा कि बाल कल्याण समिति के सामने बच्चे तो आते है परंतु उनके पुर्नवास की कोई ठोस व्यवस्था नहीं हो पाती है। सरकार को इस पर भी सोचना चाहिए। जिले में कुछ स्वयंसेवी संस्था की सूची भी हो जो बच्चों को रखने मे सक्षम हो। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि दुमका क्षेत्र में यदि कोई ऐसा बच्चा दिख जाय तो बाल कल्याण समिति तक लाने का प्रयास करे समिति उसके लिए काम करेगी। जागो फाउण्डेषन के सचिव बैद्यनाथ ने कहा कि इस तरह के कार्यषाला को आयोजन राज्य के सोलह जिलों में हो रहा है और इसके बाद बाल संरक्षण पर काम करने के लिए एक ठोस रणनीति तय की जाएगी। कार्यषाला को मधुर सिंह, संजीव कुमार, फादर सोलेमन, बिटीया मूर्मू, अन्नु, सुलेमान बास्की, अषोक सिंह सिकंदर मंडल एवं ज्योतिष प्रसाद आदि ने अपना विचार रखा। कार्यक्रम का संचालन सेतु के सचिव कालेष्वर मंडल ने किया। कार्यक्रम में स्वयंसेवी संगठन के प्रतिनिधि, पंचायत प्रतिनिधि, आॅगनबाड़ी सेविका, सहिया आदि मौजुद थे।



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