Tuesday, 1 October 2019

दिनांक-30 सितम्बर 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1695

गोकुल गोकुल ग्राम विकास योजना मोदी सरकार ने 28 जुलाई 2014 को स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्लों के विकास को वैज्ञानिक तरीके से प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन की शुरुआत की यह मिशन राष्ट्रीय पशु प्रजनन एवं डेयरी विकास कार्यक्रम पर केंद्रित परियोजना है इस अभियान द्वारा 40% स्वदेशी नस्लों का विकास और संरक्षण किया जाता है इस अभियान द्वारा गोकुल ग्राम विकास केंद्र स्थापित करने की परिकल्पना है इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य देश में दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी लाना है इस योजना के अंतर्गत स्वदेशी जाति की गायों का संरक्षण और विकास किया जाता है दूध उत्पादन और स्वदेशी इवअपदमे की उत्पादकता बढ़ाना है। सेवा द्वारा स्वदेशी नसों को रोक कर आना है। गोकुल ग्राम क्या है गोकुल ग्राम देशी पशु केंद्र और अधिनियम स्वदेशी नस्लों के विकास के लिए केंद्र के रूप में काम कर रहा है। गोकुल ग्राम निवासी इलाको और शहरी आवास के लिए मवेशियों के पास महानगर में स्थापित है। गायों के प्रजनन क्षेत्र में किसानों को उच्च अनुवांशिक प्रजनन स्टाफ की आपूर्ति के लिए एक भरोसेमंद स्रोत है इन केंद्रों द्वारा खपत और पशु उत्पादन की बिक्री में बढ़ोतरी के लिए बायोगैस से दूध जैविक खाद वर्मी खाद, मूत्र डिस्टिलेट्स इनका उपयोग लेना है। गोकुल ग्राम किसानों के लिए कला प्रशिक्षण का एक प्रमुख केंद्र है। गोकुल ग्राम संस्था से इन चीजों की बिक्री के जरिए आर्थिक संसाधन पैदा करेगा... जैविक खाद केंचुआदृखाद, डिस्टिलेट घरेलू खपत के लिए बायोगैस से बिजली का उत्पादन पशुपालन की बिक्री नस्लों को बीमारी मुक्त रखने के लिए जानवरों को जी डी टीवी और जैसी बीमारियों से बचाने के लिए नियमित जांच की जाएगी। 

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