Tuesday, 1 May 2018

दुमका 01 मई 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 246 
अन्तर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर इन्डोर स्टेडियम, दुमका में आयोजित श्रमिक सम्मान समारोह में समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी ने कहा कि श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही सेफ्टी किट योजना, श्रमिक औजार किट योजना, साईकिल योजना, प्रसुति सहायता योजना, अंत्येष्टि सहायता योजना, पेंशन योजना, पारिवारिक पेंषन योजना, झारखण्ड निर्माण श्रमिक मृत्यु/दुर्घटना सहायाता योजना, विवाह सहायता योजना, आम आदमी बीमा योजना एवं मेधावी पुत्र/पुत्री छात्रवृत्ति योजना का लाभ सभी श्रमिकों को तभी मिल पायेगा जब इसका बृहद प्रचार प्रसार होगा। उन्होंने विभाग के पदाधिकारियों को यह निदेश दिया कि प्रखंड स्तर पर विभिन्न मजदूर एवं कामगार संगठनों के सहयोग से श्रमिकों के बीच सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न लाभकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें। प्रचार प्रसार के माध्यम से श्रमिकों को जागरूक करें ताकि विभिन्न योजनायें धरातल पर उतारी जा सके। उन्होंने मीडिया कर्मियों से भी अपने स्तर पर श्रमिकों को जागरूक करने की अपील की। उन्होंने विभागीय पदाधिकारियों को विभिन्न योजनाओं से संबंधित विभागीय प्रक्रियाओं को सुनियोजित करने का निदेश दिया ताकि आसानी से लाभुकों को उनका लाभ प्राप्त हो सके। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि झारखण्ड सरकार तीन साल के अन्दर 10 लाख असंगठित मजदूरों का निबंधन कराने में सफल रही है। श्रमिकों को उनके लाभ की राशि बैंक खाते के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है अतः सभी निबंधित श्रमिकों को बैंकों में खाता खुलना आवश्यक है। जिला प्रशासन कैम्प लगाकर निबंधित श्रमिकों का खाता खुलवाने का प्रयास करेगी।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी द्वारा बाले मरांडी, रामप्रसाद तुरी, सुखी हांसदा को शाॅल देखकर सम्मानित किया गया। दुलड़ सोरेन को झारखण्ड निर्माण श्रमिक मृत्यु/दुर्घटना सहायाता योजना के तहत एक लाख रुपया का चेक, बबिता कुमारी (माता-मुनी देवी) को निर्माण श्रमिक के मेधावी पुत्र/पुत्री छात्रवृत्ति योजना के तहत दस हजार का चेक एवं रामप्रसाद तुरी को निर्माण श्रामिक के लिए साईकिल सहायता योजना के तहत तीन हजार पांच सौ रुपया का चेक दिया गया।   
इस अवसर पर दुमका के उप विकास आयुक्त शशि रंजन ने कहा कि किसी भी उद्योग की सफलता, पूंजी, कच्चा माल एवं श्रम पर आधारित होती है। श्रम एवं पूंजी में हमेशा टकराव होता रहा है। इन्ही टकराओं के फलस्वरूप कई अलग अलग देषों का निर्माण हुआ है। पूंजीवादी अर्थ व्यवस्था के विरूद्ध 19वीं शताब्दी में कई आन्दोलन हुए जिसके फलस्वरूप श्रम सुधारों की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। उन्होंने न्यूनतम मजदूरी का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी जानकारी सभी मजदूरों को होनी चाहिए। न्यूनतम मजदूरी नहीं दिये जाने की स्थिति में श्रम विभाग इसपर कार्रवाई करते हुए श्रमिकों को उनका उचित हक दिलवाती है। श्रमिकों के जीवन स्तर में सुधार के लिए सरकार की कई लाभकारी योजनायें संचालित हैं। श्रमिक कल्याण के लिए चिकित्सा, दुर्घटना/जीवन बीमा, छात्रवृत्ति, पेंशन एवं गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत सारे अधिनियम हैं जिसकी जानकारी श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों को प्रखंड एवं ग्राम स्तर पर दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि श्रम विभाग के पदाधिकारी वृहद पैमाने पर कैम्प लगाकर श्रमिकों को उनका लाभ उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि आपके लिए जो बेहतर हो सकता है उसके लिए सरकार एवं प्रशासन कार्य कर रही है। किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर आप प्रशासन से सम्पर्क कर सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आप निबंधन अवश्य करा लें। उन्होेने राष्ट्र के निर्माण में श्रमिकों के भागीदारी को नमन करते हुए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की बधाई दी।
इस अवसर पर नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती श्वेता झा ने अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि नगर परिषद के स्तर पर आप सभी श्रमिकों के लिए हरसंभव सहायता का प्रयास करूँगी। किसी भी कार्य के लिए आप हमसे सीधा सम्पर्क स्थापित करें। मैं आपके हरसंभव मदद की कोशिश करूँगी।
इस अवसर पर प्रदीप कुमार मेहता, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी गोपीकान्दर ने अपने संबोधन के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। मुकेश नारायण, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी दुमका ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं जीवानन्द यादव ने मंच संचालन किया।





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