Thursday 3 December 2015

दुमका, दिनांक 03 दिसम्बर 2015   प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 555 

निःषक्त होना व्यक्त्वि के विकास में बाधक न बने...
-राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका

निःषक्तों ने अपनी दृढ़ता और कार्य के प्रति लगनषीलता से यह जता दिया है कि उनके विकास में निःषक्तता बाधक नहीं है। निःषक्तता को अभिषाप न बने रहने दें बल्कि ईष्वर प्रदत्त जीवन की इस दषा को अपना प्रेरणास्त्रोत बना कर दुगुने उत्साह और मेहनत से इसे वरदान में परिणत कर दें। उपायुक्त दुमका राहुल कुमार सिन्हा ने जिला विकलांग पुनर्वास केन्द्र दुमका में विष्व विकलांग दिवस के अवसर पर महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय व्यावसायिक प्रषिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन में यह बात बतौर अध्यक्ष अपने सम्बोधन में कही। निःषक्तों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आप जीवन में कभी हतोत्साहित न हो बल्कि अपने प्रषिक्षक से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को और समुन्नत बनायें। उपायुक्त ने उदाहरण देकर बतलाया कि जिस प्रकार हथेली में स्थित पाँचों उँगलियाँ एक समान नहीं होती परन्तु किसी एक उँगली के भी अभाव में हमारा काम नहीं चल सकता उसी प्रकार समाज में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति भी एक समान नहीं होते परन्तु समाज के समग्र विकास में हरेक सदस्य की अपनी अलग भूमिका होती है। उन्होंने निःषक्तों को प्रेरित करते हुए बतलाया कि सीमितताओं के बीच हमें सम्भावनाआंे को तलाष करना होगा। सरकार और प्रषासन ने निःषक्तों को अपने पैरों पर खड़े होने तथा समाज और राष्ट्र के विकास में अपनी भागीदारी सुनष्चिित करने हेतु कई प्रकार की योजनओं को लागू कर रही है। रोजगार के अवसरों मंे आरक्षण को भी इसी सन्दर्भ में देखा जा सकता है। उपायुक्त ने निःषक्तों को विभिन्न प्रकार के कुटीर उद्योगों का प्रषिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार अपनाये जाने की भी प्रेरणा दी। इस अवसर पर उपायुक्त द्वारा कमल पंजियारा, पंचानन पाल, रसिक मुर्मू, पुनीत केवट, प्रीतम कुम्भकार, हरी बाबू, प्रीति भूषण, श्यामल राय आदि को तीन पहिया साईकिल तथा घनष्याम मण्डल और गंगा कुमारी को ह्वीलचेयर प्रदान किया गया। 
  सभा को उप विकास आयुक्त चितरंजन कुमार, कल्याण पदाधिकारी दषरथ चन्द्र दास ने भी संबोधित किया। मंच का संचालन कार्यपालक दण्डाधिकारी सह प्रभारी समाज कल्याण पदाधिकारी मनीषा तिर्की ने किया।








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