Saturday, 12 December 2015

दुमका, दिनांक 12 दिसम्बर 2015 प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 575 


सरल, सस्ता और स्थायी न्याय पाने का सबसे बड़ा माध्यम है लोक अदालत। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीष रामधारी यादव ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार, दुमका के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर दुमका में विवादों को निपटाये जाने के लिए गठित लोक अदालत के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। उन्होंने बतलाया कि दिनानुदिन अदालत में विवादों की संख्या के बढ़ते बोझ को कम करने के उद्देष्य से ही लोक अदालत के माध्यम से विवादों का निपटारा किया जा रहा है। उन्होंने बतलाया कि कई मामले ऐसे होते हैं जिनका हल आपसी सुलह से ही किया जाना श्रेयस्कर होता है। लोक अदालत द्वारा विवादों का निपटारा किये जाने से  किसी भी पक्ष की हार नहीं होती बल्कि दोनों ही पक्षों की जीत होती है। लोक अदालत में लिये गये फैसले के विरुद्ध किसी भी न्यायालय में अपील दायर नहीं की जा सकती है। 
उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारे सम्पूर्ण देषवासियों को न्यायालय पर सबसे अधिक भरोसा है। यही कारण है कि विवादों के समाधान हेतु अन्तिम विकल्प के रूप में न्यायालय का ही सहारा लेते हैं। न्यायालय को न्याय का मन्दिर कहा गया है। लोक यह सोचकर निष्चित रहते हैं कि न्यायालय में जाने के बाद निष्चित रूप से उनके साथ उचित न्याय होगा। परन्तु लोगों के इसी भरोसे के कारण हमारी न्यायालय में विवादों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि लोगों को ससमय न्याय दिला पाना दिनानुदिन मुष्किल होता जा रहा है। उन्होंने तमाम सरकारी कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों से अपील की कि वे प्रत्येक जनता के आवेदन को महत्वपूर्ण मानते हुए ससमय उसका निपटारा करें। उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक विपुल शुक्ला ने बतलाया कि छोटे-मोटे विवादों को स्थानीय स्तर पर आपसी समझ-बूझ और एक दूसरे से समझौता द्वारा निपटाने का प्रयास किया जाना चाहिए इसके लिए उन्होंने अपने मातहत तमाम थाने के प्रभारियों को निर्देष दे रखा है ताकि अदालत तक आने वाले मामले को कम से कम किया जा सके।
क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने उद्घाटन समारोह में आये तमाम जजों, पदाधिकारियों एवं लोक अदालत में आये हुए लोगों को धन्यवाद दिया है। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीष रामधारी यादव, उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक विपुल शुक्ला, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अमरेष कुमार, सहायक क्रमषः मधुकर अम्बष्ट, बीरबल राणा, प्रषान्त कुमार ठाकुर, आषुतोष मिश्रा, बम बहादुर रजक, दीपक कुमार मण्डल, रवीन्द्र कुमार राय, ओम प्रकाष, परमेष कुमार गन, फिलिप किस्कू, बसीहुसैन, अरूण दास, विपिन कुमार, प्यारी मोहन दास, विजय कुमार साह, सजल गेंगरा, खगेष चन्द्र मंडल, रवि शंकर साहा, शहाबुद्दीन, वरूण कुमार गोराय, उज्जवल कुमार मिश्रा, अभिरंजन शेखर, केषर इमाम, नीरज कुमार, कमल किषोर,गौंजू, नवीन कुमार मुण्डा आदि मौजूद थे।





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