Thursday 10 December 2015

दुमका, दिनांक 10 दिसम्बर 2015 प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 568 

मतगणना की विष्वसनीयता एवं गोपनीयता हरहाल में रखें बरकरार...
-उदय प्रताप, अपर समाहत्र्ता, दुमका
मतगणना एक न्यायिक प्रक्रिया है जिसे निष्पक्षता से पूरा किया जाना नितांत ही आवष्यक है। प्रषिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी, अपर समाहत्र्ता, दुमका उदय प्रताप ने इन्डोर स्टेडियम दुमका में 13 दिसम्बर से तीन मतगणना केन्द्रों पर प्रातः 8 बजे से आरम्भ होने वाले पंचायत चुनाव के मतगणना के लिए मतगणना कर्मियों को प्रषिक्षण देने के क्रम में कहा। उन्हांेने मतगणनाकर्मियों को उनके कार्य एवं दायित्वों से भली भाँति अवगत कराया तथा बतलाया कि किन परिस्थितियों में मतपेटी में पड़े मतों को अस्वीकृत माना जायेगा।इसी संदर्भ में उन्हांेने बतलाया कि यदि किसी मतपत्र पर कोई ऐसा चिह्न और लेख है जिससे मतदाता को पहचाना जा सके या फिर मतपत्र बनावटी, क्षतिग्रस्त या विकृत हो कि उसकी पहचान स्थपित नहीं की जा सके या फिर उसपर प्रभेदक चिह्न या पीठासीन पदाधिकारी का हस्ताक्षर नहीं हो या मतपत्र चिह्नित नहीं किया गया हो या एक से अधिक अभ्यर्थी के काॅलम में चिह्न लगाया गया हो या फिर मतपत्र पर मुहर लगाने के लिए निर्धारित उपकरण से भिन्न उपकरण से चिह्न लगाया गया हो। ऐसा किसी भी एक कारण के मौजूद रहने पर निर्वाची पदाधिकारी/सहायक निर्वाची पदाधिकारी से निर्देष प्राप्त कर ही ऐसे मतों की गिनती की जाय। 
प्रषिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए प्रषिक्षण कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी षिवमंगल तिवारी ने बतलाया कि मतगणना कार्य बेहद सावधानी से किया जाना चाहिए। उन्होंने बतलाया कि जिस मतपत्र पर संदेह हो उसके लिए उम्मीदवार के अभिकर्ता से विवाद न कर सीधे निर्वाची या सहायक निर्वाची पदाधिकारी से परामर्ष लेकर उस मतपत्र पर निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने सभी मतगणनाकर्मियों से प्रातः 6 बजे तक अपने-अपने मतगणना स्थल पर निष्चित रूप से पहुँच जाने का निर्देष दिया। साथ ही मतगणना केन्द्र पर किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ, संचार उपकरण आदि के प्रयोग करने की मनाही है। प्रषिक्षण सत्र को प्रषिक्षण कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी सुधीर कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।


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