Saturday 27 February 2016

दुमका, दिनांक 27 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 091 

राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 के समापन समारोह निरन्तरता में बाहरी कला मंच पर राजू टूडु दलनायक के नेतृत्व में हिजला ग्राम सांस्कृति दल के कलाकारों ने धूम मचाया साथ ही आकर्षक आतिष बाजी का आनंद लोगों ने लिया एवं भीतरी कला मंच पर आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या 2 संथाल परगना महासंघ कि छात्राओं ने संथाली नाट्क की बेहतरीन प्रस्तुति की। देर रात इस मौके पर गौरकांत झा ने कलाकारों को प्रोत्साहित कर हिजला मेला के सफल आयोजन हेतु सभी को बधाई दी। इस मौके पर पुलिस उपाधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार के नेतृत्व में भारी संख्या में सुरक्षा दलों ने भी कार्यक्रमों का भरपूर आनंद लिया।





दुमका, दिनांक 27 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 090 

हिजला संस्मरण
अथाह जन सैलाब ने बताया हिजला जीता है सबके हृदय में...
- अजय नाथ झा, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क

 
कल हिजला मेला का पर्यवसन हुआ। राजकीय महोत्सव के रूप में इस जनजातीय मेला की जड़ें कितनी गहरी हो गई है। कल हिजला की धरती इसका गवाह बनी। समन्दर की लहरों का - आसमां के बादलों का - धरती की करवटों का - अपना ही अनुषासन होता है - इसपर कोई नियम नहीं थोपा जा  सकता है। ऐसा ही महसूस हुआ हिजला में। मेला की चाट पकौड़ी हो, झूला हो, मौत का कुँआ हो - पर सबसे अधिक मन जहाँ रमता हुआ दिखा वो सांस्कृतिक नृत्य संगीत था। पारंपरिक गंवई सुगन्ध से भरा खेल था। 
कबड्डी, वाॅलीबाॅल, खो-खो, के साथ बोरा दौड़, घड़ा दौड़, जिलेबी दौड़, लंबी कूद, तीरंदाजी- भारी भीड़ पूरे संताल परगना से थी।
मेला के भीतरी कला मंच की शमा रात 9 बजे से रौषन होती थी। सबके दर्षक भी तय थे। बाहरी मैदान में 7 दिनों तक 38 कार्यक्रम पूरे प्रमंडल से हुए। बाहरी कला मंच पर सायं 8ः30 बजे से तक 13 कार्यक्रम हुये इनमें बनारस से प्रख्यात गायिका ममता शर्मा, शांति निकेतन से आये मणिपुरी नृत्य तथा सराय केला खरसावां से आये छउ नृत्य ने चार चाँद लगा दिये। 
समारोह का उद्घाटन संताल संस्कृति से छोटानागपुर होते हुये आसाम के बिहु तक को समेटे हुए था। पारंपरिक स्वागत में लुप्त हो रहे सकवा सिंगा मान्दन भेड़ आदि का वादन प्रतीक था कि यह मेला अपनी परम्पराओं और जड़ों से आज भी दूर नहीं हुआ है। 
समापन में ग्रीस लगा रोला अजेय रह गया। मानो कह रहा हो कि यह मेला यहाँ अंत नहीं हो रहा - सबके हृदय में जी उठा है। हिजला अजेय था अजेय है। 
19 फरवरी को हजारीबाग के पुनीत साव और उनके मित्र मेला का रूप देखकर हतप्रभ थे। वहीं कई लोगों ने अपने भीतरी कला मंच बाल कवि से लेकर प्रतिष्ठित कवियों की गोष्ठी, नषामुक्ति, महिला सषक्तीकरण आदि पर गम्भीर परिचर्चा करता हुआ दिखा।
पाकुड़ से आई उर्मिला हाँसदा और टुनी हेम्ब्रम ने कहा कि हिजला पर्वत का सौन्दर्यीकरण होना चाहिये-पर्यटन की दृष्टि से इस पर्वत का विकास समय की मांग है। दुमका जरमुण्डी के बबलु मुर्मू, गोड्डा की सहाबती कुमारी, देवघर के धनमेजय, कुकुरतोपा की कुमुदिनी हेम्ब्रम ने मेला क्षेत्र में स्थायी आदर्ष कृषि प्रक्षेत्र खोलने का सुझाव दिया। भागलपुर के नन्द कुमार भी हिजला को कृषि संदेष का प्रचारिक केन्द्र बनाने का सुझाव दिया। बोकारो के पप्पू दुर्गापूर के सुनील टुडू, षिकारीपाड़ा दुमका की मोनिका, पूनम, प्रियंका ने मयूराक्षी नदी के तट का सौन्दर्यीकरण का सुझाव दिया। जल संरक्षण, जल संचयन के साथ मयूराक्षी के किनारे उपवन विकसित हों यह प्रयास किया जाय। 
कुरूवा के बाबूलाल मराण्डी, गोड्डा के राजकुमार मंडल, खिजूरिया की तमन्ना खातून, धनबासा के बुदिलाल सोरेन ने कहा कि मेला क्षेत्र का सीमांकन हो तथा इसका क्षेत्र विस्तारित कर निर्धारित किया जाये। चिरूडीह की मुनमा मुर्मू, परसोती के राजेन्द्र राय, सितपहाड़ी की अन्नू टुडू ने मेला क्षेत्र में सरकारी कार्यालय आदि न खोले जाने का सुझाव दिया। 
लिट्टीपाड़ा की मंजू सोरेन ने कहा कि बाहरी कलामंच और बड़ा तथा भव्य हो। इसे खेल मैदान से अलग बनाया जाय ताकि दिन में भी मंच पर कार्यक्रम हो। कई लोगों ने जिनमें देवघर की बच्ची देवी जमाताड़ा के नील हेम्ब्रम चिहरबनी की अमृता मंडल ने मेला क्षेत्र में ओपेन थियेटर बनाने की बात कही। 
ऐसे ही बहुमूल्य सुझाओं के साथ यह मेला अतीत का हिस्सा हो गया। मेला की सबसे बड़ी खासियत जो महसूस हुई वह थी इसका ठेठ गंवई अंदाज। लौटता हुआ जन सैलाब की जाम में फंसा यह सोच रहा था ‘‘ये जिंदगी के मेले.... दुनिया में कम न होंगे अफसोस हम न होंगे।’’





Friday 26 February 2016

दुमका, दिनांक 26 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 089 

विभिन्न प्राकृतिक सामाजिक राजनितिक और सांस्कृतिक बदलावों के दौर से गुजरने के बाद भी यह मेला अपनी मूल आत्मा को कायम रखते हुए लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। लोगों में मेला के प्रति उमरे आकर्षण को देखकर सचमुच मैं अभिभूत हूँ। उपायुक्त सह अध्यक्ष हिजला मेेला समिति राहुल कुमार सिन्हा ने राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 के समापन के अवसर पर कही। उन्होंने मेला के आयोजन में अनुमंडलाधिकारी जिषान कमर तथा उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा सहित खेलकूद समिति, सांस्कृतिक समिति, विभिन्न विभागों के प्रदर्षनी पंडाल, मेला में छोटे-मोटे दुकान सहित अन्य प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रूप से मेला के आयोजन से जुड़े तमाम लोगों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर अपने संबोधन में बार काॅउन्सिल के अध्यक्ष सह संयोजक विजय कुमार सिंह ने मेला के आयोजन में जुड़े तमाम लोगों को अपनी शुभकामनायें दी। डाॅ0 प्रमोदिनी हाँसदा ने भी सफलतापूर्वक मेला के आयोजन हेतु तमाम पदाधिकारियों एवं आयोजन समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया। इससे पूर्व क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने हिजला मेला आयोजन से संबंधित जानकारी दी। इस अवसर पर हिजला मेला से संबंधित स्मारिका का भी विमोचन किया गया। 
राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 के समापन समारोह के अवसर पर संताल परगना महाविद्यालय की छात्राओं ने नृत्य प्रस्तुत कर दर्षकों का भरपूर मनोरंजन किया। मानभूम छऊ नृत्य प्रषिक्षण केन्द्र सिल्ली के कलाकारों द्वारा सुषील कुमार महतो के नेतृत्व में वीर रस से परिपुर्ण छऊ नृत्य प्रस्तुत किया। कलाकारों ने बेहतरीन अभिनय से संताल विद्रोह की याद ताजा कर दी। मंच का संचालन मदन कुमार तथा सुमिता सिंह ने की। 
इस अवसर पर ग्रीस लगे रोले से घड़ा उतारने की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। जिसमें कुल 12 टीमों ने भाग लिया। कोई भी टीम घड़ा उतार पाने में सफल नहीं हो पाई। अंततः हिजला मेला खेलकूद समिति ने घड़ा उतारने की प्रतियोगिता में शामिल सभी टीमों को प्रोत्साहन राषि, गंजी, मुर्गा छाप साबून तथा सफेद डिटर्जेंट पावडर देकर प्रोत्साहित किया। 
समापन समारोह में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, सांसद प्रतिनिधि विजय कुमार सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष अमिता रक्षित, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी शिवनारायण यादव, डाॅ0 धुनीराम सोरेन, डाॅ0 प्रमोदिनी हाँसदा, डाॅ0 चतुर्भुज नारायण मिश्र, कमलाकान्त सिन्हा, डाॅ0 रामवरण चैधरी, वाणी सेन गुप्ता, छाया गुहा, डाॅ0 रामचन्द्र राय, डाॅ0 एम0 सोरेन, प्रो0 अमरेन्द्र सिन्हा, राजकुमार उपाध्याय, भागवत राउत, मनोज घोष, गौर कान्त झा, उमाषंकर चैबे, ई.के.एन.सिंह, डाॅ0ए0एम0 सोरेन गोविन्द प्रसाद, बैद्यनाथ टुडू , शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, मदन कुमार, हैदर हुसैन, विद्यापति झा, दीपक झा, वंषीधर पंडित, रंजन कुमार पाण्डेय, निमाय कांत झा, रंजीत कुमार मिश्रा, देवानन्द सोरेन, मो0 मोईम अंसारी, अरविन्द कुमार साह, सुमिता सिंह, स्मिता आनंद, दुलड़ हाँसदा, मो0 हाकिम, मोकिम अंसारी, वसीम, आषिष रंजन भारती एवं सुभेद्रु सरकार, कविता कुमारी सहित बड़ी संख्या में दर्षक मौजूद थे। 
















Thursday 25 February 2016

दुमका, दिनांक 26 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 088 

बाहरी कला मंच पर षिव और पार्वती के भक्तिमय नृत्य को देखकर उस समय सम्पूर्ण हिजला मेला के दर्षक भक्ति रस मेें डूब गए जब परिहस्त कत्थक संस्थान देवघर से आए कलाकार संजीव परिहस्त ने भगवान षिव और मनीषा बेसरा ने माँ पार्वती का रूप धारण कर प्राचीन भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैली कत्थक का प्रदर्षन किया। कलाकार शेभा अर्ध, प्रतिमा हाँसदा, गंगा दुलारी मुर्मू, कृषि वत्स, भामिणी रक्षिता मुर्मू, मधुमंगल नाथ आदि द्वारा गाये गये गीत एवं नृत्य की भाव भंगिमाएँ दर्षकों को कैलाष पर्वत पर साक्षात् षिव एवं पार्वती के युगल नृत्य का दर्षन का अनुभव करा रहे थे। तबले पर कुबेर झा द्वारा बजाया गया ढेका एवं टुकड़ा गीत एवं संगीत में प्राण फंूक रहे थे।
बाहरी कलामंच पर ही राजकीय कलादल मानभूम छऊ कला केन्द्र सिल्ली द्वारा प्रस्तुत पाता/नटवा नृत्य भी दर्षकों के लिए मनोरंजन का एक विषेष अवसर था। नृत्य नाटिका के माध्यम से इसमें दर्षाया गया कि किस प्रकार भगवान परषुराम अपनी माँ की हत्या होने के पश्चात् भगवान षिव से मिलने कैलाष पर्वत्त जाते हैं। जहाँ मुख्य द्वार पर कात्र्तिक, गणेष और नन्दी उन्हें अन्दर जाने से रोकते हैं। फलतः महायुद्ध होता है। अन्ततः सबको परास्त कर परषुराम भगवान षिव का दर्षन प्राप्त कर मातृहत्या के महापाप से मुक्ति पाते हैं। इस कलादल के कलाकार क्रमषः सत्यनारायण पुरान, आन्द्र करमाली, हरिहर घटवार, जीतेन्द्र घटवार, दीपक करमाली आदि के द्वारा प्रस्तुत छऊ नृत्य ने दर्षकों को काफी प्रभावित किया।
रात्रि 9 बजे से भीतरी कलामंच पर आदिवासी कल्याण छात्रावास 5 के नाट्यकला के कलाकारों द्वारा सुन्दर पटकथा, अच्छे डाॅयलाग, बेहतरीन साज-सज्जा, सषक्त निर्देषन एवं शानदार अभिनय से सजा नाटक देर रात्रि तक दर्षकों को रोमांचित करता रहा।






दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 087 

प्यार हो  और प्यार का सिलसिला चलता रहे...
नदी का किनारा हो, लहरों का सरगम हो, चंचल हवायें हो, भींगा मौसम हो, प्यार हो  और प्यार का सिलसिला हो... राजकीय जनजातीय हिजला मेला में पूर्व विधाक कमलाकान्त प्रसाद सिन्हा उर्फ लालूदा ने इन्हीं पंक्तियों के साथ कविता का पाठ कर समां सा बाँध दिया। भीतरी कलामंच पर उप निदेषक सूचना एवं जनसम्पर्क अजय नाथ झा के संयोजकत्व मंे आयोजित कवि गोष्ठी की अध्यक्षता डाॅ0 प्रमोदिनी हाँसदा ने किया। इस अवसर पर डाॅ0 वाणी सेन गुप्ता तथा डाॅ0 छाया गुहा बतौर मुख्य अतिथि तथा विषिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थीं। कविगोष्ठी पर वरीय पत्रकार अनुप कुमार बाजपेयी, अमरेन्द्र सुमन, डाॅ0 रामचन्द्र राय एवं अषोक सिंह ने विविध विषयों पर सस्वर कविता का पाठ कर दर्षकों को खूब आनंदित किया मंच का संचालन सी0एन0 मिश्रा ने की। 
मौके पर कैप्टन कृष्णा दुबे, डाॅ0 रंजना मोदी, के0एन0सिंह, वंदना श्रीवास्तव, किर्ती किस्कू, अफरिन अफरोज, विद्यापति झा, मदन कुमार, गोपाल यादव, बालेष्वर राम, शैलेन्द्र सिन्हा, धनमुनी सोरेन, रीता देवी, चंद्रषेखर झा एवं अनुमंडल नाजीर सहित बड़ी संख्या में दर्षकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन गौर कान्त झा ने की।



दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 086 

जीत और हार खेल का हिस्सा है। सबसे बड़ी बात पूरी खेल भावना से खेलना है। खेल में चोट लगना एक सामान्य सी बात है। परन्तु इसे एक चुनौती में लेकर आगे फिर से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना ही खेल का प्रमुख उद्देष्य है। उपायुक्त सह राजकीय जनजातीय हिजला मेला समिति के अध्यक्ष राहुल कुमार सिन्हा ने खेलकूद समिति द्वारा आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में विजेता खिलाडियों को पुरस्कृत करते हुए यह बात कही। उन्होंने देवघर के कबड्डी टीम के एक सदस्य के चोट लगने के संदर्भ में कहा कि उनका ईलाज हिजला मेला समिति द्वारा किया जाएगा। विजेता खिलाड़डि़यों को अनुमंडलाधिकारी जिषान कमर, क्षेत्रीय उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा, डाॅ0 ए0 एम0 सोरेन तथा सुधीर कुमार सिंह ने नगद एवं प्रषस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। तथा विजेता खिलाडि़यों को अपनी शुभकामनायें दी। खेलकूद प्रतियोगिता के परिणाम निम्न हैं:- 
1. 5000 मीटर दौड़ पुरूष - प्रथम दानियल किस्कू, द्वितीय अनील राणा, तृतीय टोनाई मुर्मू, चतुर्थ कृषक्रोनेल टुडू, पंचम जयगणेष हाँसदा, छठा विकास हाँसदा, सप्तम् कुमुद रंजन, अष्टम मो0 सद्दाम अंसारी, नवम विनोद किस्कू, दषम लिलू मरांडी।
2. 200 मीटर दौड़ (बालिका 14 वर्ष से कम) - प्रथम मीनू सिंह, द्वितीय बसंती सोरेन, तृतीय स्टेनषिला मुर्मू, 
3. 200 मीटर दौड़ (बालक 14 वर्ष से कम) - प्रथम मानस बास्की, द्वितीय लुकरा टुडू, तृतीय अजय कुमार सिंह
4. कबड्डी पुरूष - देवघर ने जामताड़ा को 42-37 के अंतर से परस्त कर खिताब पर कब्जा जमाया 
5. कबड्डी महिला - सिदो कान्हु उच्च विद्यालय दुमका ने कुसुमडीह को 25-21 से परास्त कर खिताब पर कब्जा जमाया। 
6. खो-खो पुरूष - कोरैया चाईड डेवलपमेंट सेन्टर ने डंगाल पाड़ा को परास्त कर खिताब पर कब्जा जमाया। 
7. खो-खो महिला - कोरैया चाईड डेवलपमेंट सेन्टर ने जरूवाडीह को परास्त कर खिताब पर कब्जा जमाया। 
खेलकूद के आयोजन में खेलकूद समिति के उमाषंकर चैबे, ई.के.एन.सिंह, डाॅ0ए0एम0 सोरेन गोविन्द प्रसाद, बैद्यनाथ टुडू , शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, मदन कुमार, हैदर हुसैन, विद्यापति झा, दीपक झा, वंषीधर पंडित, रंजन कुमार पाण्डेय, निमाय कांत झा, रंजीत कुमार मिश्रा, देवानन्द सोरेन, मो0 मोईम अंसारी, अरविन्द कुमार साह, सुमिता सिंह, स्मिता आनंद, दुलड़ हाँसदा, मो0 हाकिम, मोकिम अंसारी, वसीम, आषिष रंजन भारती एवं सुभेद्रु सरकार, कविता कुमारी आदि खेलकूद समिति के सभी सदस्यों सहित सरूवा पंचायत की मुखिया मंजूलता सोरेन की भूमिका सराहणीय रही।


दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 085 

15 मार्च से दुमका में आफ्टर केयर हाॅम की शुरूआत हो जायेगी...
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका 

उपायुक्त, दुमका द्वारा बाल सुधार गृह, आफ्टर केयर होम, नेत्रहीन विद्यालय एवं मूकबधिर विद्यालय का निरीक्षण किया गया। नव निर्मित आफ्टर केयर होम का शीघ्र संचालन के संदर्भ में बाल सुधार गृह के किषोरों से मुलाकात कर उन्हें रिहाई के संबंध में जानकारी दी गई। विदित हो कि आफ्टर केयर होम में बाल सुधार गृह से रहाई हो चुके किषोरों को मुख्यधार से जोड़नें हेतु व्यवहारिक प्रषिक्षण देने का प्रावधान है। 
बाल सुधार गृह निरीक्षण के पष्चात नव निर्मित आफ्टर केयर होम का निरीक्षण किया गया। आवष्यक तैयारी लगभग पूरी हो गई है। उपायुक्त महोदय ने नव निर्मित आफ्टर केयर होम का संचालन अगले माह में प्रारंभ करने का निदेष दिया गया। 
ज्ञतव्य हो कि आफ्टर केयर होम का संचालन स्वयं सेवी संस्था विकास भारती, विषुनपुर को दायित्व दिया गया है। 
नेत्रहीन विद्यालय, हिजला का भी निरीक्षण किया गया जिसका संचालन शीघ्र प्रारंभ करने हेतु स्व्यं सेवी संस्था सर्वांगीण विकलांग विकास केन्द्र गोड्डा को आदेष दिया गया। 
मुक बधिर विद्यालय हिजला के निरीक्षण के क्रम में उपस्थित मुक बधिर बच्चों से मुलाकात कर उनके रहने, खानपान एवं पढ़ाई लिखाई के संबंध में जानकारी ली गई तथा बच्चों से मिलने पर संतोष व्यक्त किया गया। निरीक्षण के क्रम में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती मनीषा तिर्की, श्री संजय प्रसाद सिंह, दिनेष प्रसाद एवं अनिल कुमार झा इस मौके पर उपस्थित थे।


दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 084 

राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 में विभिन्न विभागों की प्रदर्षनियाँ लगाई गई है। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, कृषि विभाग एवं स्वास्थ विभाग का प्रदर्षनी बरबस लोगों को आकर्षित करता है।
जनसम्पर्क विभाग के प्रदर्षनी पंडाल में जनजातीय संस्कृति से जुड़ी कई चित्रें लगाई गई हैं। जिसमें जनजातीय रीति रिवाज, शादी ब्याह आदि को बखूबी दर्षया गया है। इसके साथ ही प्रदर्षनी पंडाल में दुमका, देवघर, गोड्डा, साहेबगंज, पाकुड़ एवं जामताड़ा जिले के विभिन्न धार्मिक एवं पुरातात्विक भवन अवषेषों को भी बखूबी दर्षाया गया है। पंडाल में गत वर्ष के तमाम खास अवसरों पर लिये गये चित्रों को भी दर्षाया गया है।
स्वास्थ विभाग के प्रदर्षनी पंडाल में चलन्त चिकित्सा वाहन, यक्ष्मा रोग, जापानी इंसेफिलाइटिस, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियन्त्रण कार्यक्रम, कुष्ठ रोग, परिवार नियोजन आदि के बारे में आने वाले दर्षकों को जनकारी दी जाती है। इसके अलावा मेला में आने वाले दर्षकों को छोटी मोटी बीमारियों यथा सर्दी, बुखार, जुकाम आदि से सम्बन्धित दवायें भी मुफ्त वितरित की जा रही है।
कृषि विभाग के प्रदर्षनी पंडाल में विभिन्न प्रकार की सब्जियों को बेहद खूबसूरती से सजाया गया है। विभिन्न किसानों के नामों के साथ पहले-दूसरे स्थान पर चयनित कद्दू, गोभी, गाजर, टमाटर, आलू, बंधा गोभी, मूली आदि आकार के आधार पर पहले दूसरे तथा तीसरे स्थान पर आँके गये हैं। प्रदर्षनी में किसानों को विभिन्न प्रकार के उन्नत बीजों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के रासायनिक तथा आर्गेनिक उर्वरकों के बारे में जानकारी दी जा रही है। प्रदर्षनी में कृषि उपकरणों को भी प्रदर्षित किया गया है।


दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 083 

राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2016 में $2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय की छात्राओं द्वारा पूरे मेला परिसर में घूमघूम कर जनजातीय परिधान पंछी का प्रदर्षन किया गया। छात्रावास अधीक्षक शोभा मुर्मू के मार्गदर्षन में छात्राओं ने पूरे मेला परिसर में घूमघूम कर दर्षकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंछी प्रदर्षन करने वालों में $2 बालिका कल्याण छात्रावास, दुमका के पानमुनी सोरेन, स्वीटी शांती किस्कू, वर्षा बेसरा, मोनिका हाँसदा, विनिता हाँसदा, निरमला किस्कू, सुषिला हाँसदा, लिसिमरिया हेम्ब्रम, एलविना मुर्मू, सिमाती हेम्ब्रम, मोनिका मुर्मू, मरियम मुर्मू, निषा बबिता मुर्मू, मनिषा मुर्मू, मीना मरांडी, शांती टुडू, अंजु मुर्मू, दीपसिका मरांडी, अंजु मुर्मू, सीमा बास्की, अनिता टुडू, पुतुल मुर्मू , मार्टिना किस्कू, जियामुनी टुडू, उषा मरांडी, सेलिना हाँसदा, सीला मुर्मू, प्रतिमा मुर्मू, सुरजमुनी हेम्ब्रम, पुष्पुलिना हेम्ब्रम, भाबिना टुडू, आरसु हेम्ब्रम, सुषांती हेम्ब्रम, जोतिका टुडू, मीनारिका हेम्ब्रम, बीनापानी हेम्ब्रम, मीनाक्षी टुडू, अनिता टुडू, पानसुरज किस्कू, सुनिता मरांडी, सुनिता हेम्ब्रम, लीलीबाहा मरांडी, सोनाली सोरेन, ललिता मरांडी, मार्षिला हेम्ब्रम, प्रेमलता हेम्ब्रम, उषारानी हेम्ब्रम, लुखी सोरेन, कल्पना मरांडी, बिटिया टुडू, बोड़ो सोरेन, मेरिका टुडू, मिनुमर्षिला सोरेन, सोनामिरू किस्कू, सुरूज किस्कू, पारवती कुमारी, प्रोमिला टुडू, मधुसिला किस्कू, स्टेनषिला हेम्ब्रम, मायनो सोरेन, क्रिसटीना सोरेन, सेनेलता मरांडी, सुरूजमुनी मुर्मू, प्रियंका हेम्ब्रम, बरतिला मरांडी, कुमुदनी मुर्मू, ज्योती मुर्मू, निरमला मुर्मू, बबिता सोरेन, बबिता मुर्मू, सुखी मरांडी, मलिता मुर्मू, मिनीसेंट टुडू, पुष्पा मुर्मू, अनिता मरांडी, सबरी हेम्ब्रम, एलेनषिला हेम्ब्रम, मोनिका मुर्मू, सरोजनी सोरेन, ममता मुर्मू, सुजाता सोरेन, निलु प्रिया मुर्मू, माला टुडू, मरियम मुर्मू, प्रोमिला मरांडी, राहिल मरांडी, अंजु मुर्मू, राखी टुडू, एनी टुडू, प्रतिमा मुर्मू, रानी मरांडी, पम्पा बास्की, सुषांती हेम्ब्रम, अनिता सोरेन, मिना टुडू, प्रोमिला सोरेन, सुनिता मुर्मू, एलिजावेट मुर्मू, विलासी मुर्मू, सुषांती बास्की, सजनी हाँसदा, सुचिता मुर्मू, मकू मुर्मू मौजूद थे।


दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 082 

राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2016 में जनजातीय संस्कृति की विविध झलक देखने को मिल रही है। दिषोम मराड़ बुरू थान में कलाकारों द्वारा कला के माध्यम से संताली रीति रिवाज से शादी को प्रदर्षित किया गया। सर्वप्रथम दौड़ में बहू को विठाया जाता है। तत्पष्चात् लड़का अपने बन्धु बाँधवों के कंधे पर बैठकर लड़की के मांग में सिन्दूर डालते हैं। दौड़ा के बगल में एक बड़ा सा घड़ा रखा जाता है। जो पोचई (चावल से बना शराब) से भरा रहता है। अतिथियों का स्वागत पोचई से किया जाता है। सभी अतिथि बर बहू का गिडी चुमोरा (धान और दूब के साथ करते हैं। तत्पष्चात वर एवं बहू पक्ष के लोग मिलकर विवाह मंडप के चारों ओर दोंग नृत्य करते हैं। वर एवं वधू के साथ एक अन्य प्रमुख पात्र होता है जो विधि विधान करवाती है। वर की भूमिका में सरूआ के राजेष मुर्मू, वधू की भूमिका में मकू टुडू, विधि विधान कराने वाली की  भूमिका में मेरी टुडू थी। दलनायक स्नेहलता हाँसदा थी। अन्य कलाकारों में पीटर हेम्ब्रम, चाँद हेम्ब्रम, चरण मुर्मू, दाउद किषोर टुडू, चिनकू किस्कू, चमू सोरेन आदि प्रमुख थे।

दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 081 

राजकीय जनजातीय हिजला मेला सांस्कृतिक समिति द्वारा बाहरी कलामंच भीतरी कलामंच तथा बाहरी मैदान में कई प्रकार के गीत संगीत, नाटक, नृत्य, विभिन्न विषयक परिचर्चा आदि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। 24 फरवरी 2016 को जनसंस्कृति लोक कला और संस्कृति शांतिनिकेतन पंष्चिम बंगाल तथा आदिवासी डेवलपमेंट नेटवर्क चेरिटेबल ट्रस्ट रांची के कलाकारों द्वारा मणिपुरी नृत्य, माईवी नृत्य, लाईमा नृत्य, दषावतार, रविन्द्र नृत्य, कृष्ण रूप लीला, बसंत रास आदि नृत्य प्रस्तुत किये गये। अपराह्न 6 बजे से 9 बजे तक चले इस कार्यक्रम का दर्षकों ने भरपूर लुत्फ उठाया। कलाकारों में मुख्य रूप से प्रो0 के सुनिता देवी, डाॅ0 सुमित बाबु, कुमारी पिंकी गुप्ता, प्रार्थना माल, देवोपमा मुखर्जी, उर्मीला गुप्ता, प्रिया मंडल, सुतानु सरकार, सुरजित देव वर्मा, जनमय पाल, नवेन्दु किरण, देवनाथ आदि ने बेहतरीन प्रस्तुति से देर रात तक दर्षकों को बांधे रखा। इस राज का तबला की युगलबंदी देखने लायक थी। कार्यक्रम का समन्नवयन झारखण्ड कला केन्द्र के प्राचार्य गौर कान्त झा ने की। 
भतरी कलामंच पर रात्रि 9 बजे से आदिवासी कल्याण छात्रावास संख्या 3 के नाट्य कलाकारों द्वारा बेहतरीन अभिनय एवं निर्देषन से सजा हुआ नाटक प्रस्तुत किया गया। 


दुमका, दिनांक 25 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 080 

प्रकृति प्रदत्ता शारीरिक अक्षमता को मात देते हुए आपसबों के द्वारा किया गया प्रदर्षन बहुतों के लिए प्रेरणादायी है। आपने अपने हिम्मत और कौषल से वह सब कर सकते हैं जो सभी अंगों से परिपूर्ण लोग करते हैं। आपके खेल कौषल को देखकर मैं अभिभूत हूँ पुलिस अधीक्षक विपुल शुक्ला ने राजकीय जनजातीय हिजला मेला खेलकूद समिति द्वारा दिव्यांगों के लिए आयोजित 100 मीटर की दौड़ तथा तीन पहिया वाहन साईकिल की दौड़ में विजेता खिलाडियों को पुरस्कृत करते हुए यह बात कही। उन्होंने दिव्यांगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भले ही प्रकृति में आपको सारे अंग सही स्थिति में नहीं दिये तथापी अपने हिम्मत जज्बे से आप जीवन में नित नई ऊँचाईयों को छू सकते हैं। झारखण्ड सरकार आपको आगे बढ़ने हेतु हर संभव प्रयास कर रही है। पुलिस प्रषासन ने भी  दिव्यांगों को प्रोत्साहित करने हेतु विषेष व्यवस्था की है। ज्ञात हो कि 24 फरवरी 2016 को हिजला मेला में दिव्योंगों के लिए आयोजित 100 मीटर की दौड़ में विकास कुमार, संतोष कुमार साह तथा अरविन्द हाँसदा क्रमषः पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर रहे थे। वहीं दिव्यांगों के लिए आयोजित तीन पहिया साईकिल रेस में कृष्ण मुरारी मंडल, अजित राय तथा लखु हाँसदा क्रमषः पहले, दूसरे तथा तीसरे स्थान पर रहे थे। 

दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 079

उत्तर प्रदेष की प्रतिष्ठित कलाकार ममता शर्मा ने अपने गम्भीर शस्त्रीय एवं उपषास्त्रीय गानों से हिजला मेला बाहरी कलामंच पर शर्मा बाँध दिया। ममता शर्मा ने कई ठुमरी, टप्पा, एवं लोकगीतों से रातभर दर्षकों को झूमने पर विवष किया। इस अवसर पर उपविकास आयुक्त चितरंजन कुमार के साथ-साथ अन्य गन्यमान उपस्थित थे। ज्ञात हो की ममता शर्मा देष विदेष में कई बड़े मंचों पर सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुकी हैं। राजकीय जनजातीये हिजला मेला में इन्होने लगात्तर दूसरे साल अपना कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
बाहरी कला मंच पर ही आदिवासी डेवलपमेंट नेटवर्क चेरिटेबल ट्रस्ट, राँची तथा जन-संस्कृति शांति निकेतन पष्चिम बंगाल के कलाकारों ने बेहतरीन गीत संगीत कार्यक्रम प्रस्तुत कर स्रोतओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।


दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 078

राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 में छठे दिन बाहरी कला मैदान में जनजातीय संस्कृति की विविध छठा दिन भर दर्षकों को आह्लादित करती रही। स्टार विकालांग संघ कोआम रामगढ़, संताली लोकनृत्य दल बसमत्ता तथा संास्कृतिक दल गोविन्दपुर की टीम के नृत्य दल ने एक लय और ताल पर लागों को खूब झुमाया।


दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 077 


ग्रामीणों की सहमति से ही कोई कार्य होगा...
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका

दुमका के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने गोपीकान्दर के ओड़मों पंचायत में ग्रामीण से वार्ता के क्रम में उन्हें यह विष्वास दिलाया कि ग्रामीणों की सहमति से ही कोई भी कार्य होगा। योजना बनाने की बात हो या कोयला चिन्हीकरण का कार्य हो ग्रामीणों की सहमति महत्वपूर्ण है। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में केवल यह परीक्षण किया जाना है कि इस क्षेत्र की भूमि के अंदर कितनी मात्रा में कोयला है। उपायुक्त ने कहा कि यदि कोयले की अधिक मात्रा पायी जायेगी। तभी नेवेली उत्तर प्रदेष पावर लिमिटेद कम्पनी को जिसे यह कोल ब्लाॅक आवंटित है उसे कोल प्लांट सषर्त पर लगाने दिया जायेगा। भू-स्थापितों को भूमि के बदले बेहतर भूमि और स्थायी रोजगार दिया जायेगा। साथ ही, पहले पुनर्वास होगा मुआवजा होगा, रोजगार होगा तभी जमीन ली जायेगी और यह प्रक्रिया ग्रामीणों के विकास से ही होगा। सरकार जनता की है और जन भावनाओं के अुनरूप ही कार्य करेगी। उपायुक्त ने कहा कि कंपनी केवल प्लांट नहीं चलायेगी बल्कि विकास का कार्य भी सुनिष्चित करेगी। इस बाबत् नये नियम अत्यन्त स्पष्ट हैं। ग्रामीणों द्वारा पेयजल और सड़क की समस्या से उपायुक्त को अवगत कराया। इसपर उपायुक्त ने तुरत सम्बन्धित विभागों को अविलम्ब कार्य कराने का आदेष दिया। 
उपायुक्त दुमका के अलावा खनन पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, नेवेली उत्तर प्रदेष पावर लिमिटेड के डीडीएम एस. तमिलचलवन, अमर कान्त सिन्हा, बिनोद कुमार प्रसाद, प्रखंड के प्रमुख कोबराज बेसरा, ओड़मों पंचायत के मुखिया पुष्पा सोरेन एवं ग्रामीण उपस्थित थे।





दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 076 

नषापान सभ्य समाज के लिए अभिषाप
अजय नाथ झा, उपनिदेषक जनसम्पर्क 

नषा कई प्रकार की सामाजिक बुराईयों को जन्म देता है। समाज के बेहतरी के लिए पूर्णतया नषा मुक्त होना निहायत ही आवष्यक है। झारखण्ड को नषामुक्त करने के लिए सरकार पूरी तरह कृतसंकल्प है। तथा इसके लिए कई प्रकार के कार्यक्रम संचालित कर रही है। उपनिदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा ने राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2016 में भीतरी कला मंच पर दिसोम मरांग बुरू युग जाहेर आखाड़ा दुमका द्वारा मधपान विषय पर आयोजित परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि यह बात कही। उन्होंने बतलाया कि महिलाएँ एवं युवा अपने गाँव और पंचायत को नषामुक्त करने हेतु आगे आएँ। महिलायें स्वयं सहायता समूह तैयार कर अपना एक विकल्प तैयार करें तथा महुआ, हडि़या आदि बेचने का कार्य समाप्त करें। सरकार इस समूह को मदद करेगी। विडम्बना है कि जो नषा बेचती हैं उसी के कुप्रभाव का स्वयं षिकार भी होती हैं। झारखण्ड सरकार ने प्रत्येक नषामुक्त गाँव को एक लाख रूपया बतौर पुरस्कार देने की घोषणा की हैं। इसके अलावा मधपान को छोड़कर स्वरोजगार करने वाले लोगों को विषेष रूप से प्रोत्साहित कर रही है। इसके अलावा अन्य वक्ताओं ने कहा कि नषापान से  जितनी जल्दी हो हमें मुक्ति पा लेनी चाहिए। इससे न केवल स्वास्थ खराब होता है बल्कि आर्थिक रूप से भी यह हमें कमजोर बनाता है। समाज में इसके कारण से कई प्रकार की समस्याएँ जन्म लेती है। जनजातीय समाज के पिछड़ेपन के मूल में मधपान ही है। वक्ताओं में मुख्य रूप से धुनीराम सोरेन, सिधो हेम्ब्रम, ई0जे0 सोरेन, आर0 मुर्मू, अलकाजारी मुर्मू, सुषील हाॅसदा, सनातन किस्कू, पीटर हेम्ब्रम, सीताराम सोरेन, एलियन हाॅसदा इसका टुडू, सुभाष हेम्ब्रम, जूलियस हेम्ब्रम तथा सुषीला मराण्डी आदि ने अपने विचार प्रकाट किये। कार्यक्रम का संचालन झारखण्ड कलाकेन्द्र के प्राचार्य गौरकान्त झा ने की। इस अवसर पर षिक्षक मदन कुमार, मनोज कुमार घोष, सुरेन्द्र नारायण यादव, सचिदानन्द सोरेन, अनिल मराण्डी आदि उपस्थित थे। परिचर्चा के बाद मधनिषेध पर नाटक भी प्रस्तुत किया गया।



दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 075 

खराब चापाकलों की मरम्मति युद्ध स्तर पर की जाय... 
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका

दुमका के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने आज पेयजल स्वच्छता विभाग के अभियंताओं को अहम निर्देष देते हुए कहा कि बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए वे युद्ध स्तर पर खराब पड़े चापाकलों की मरम्मति करायें। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 मिस्त्री प्रतिनियुक्त किये जा रहे हैं। प्रत्येक पंचायत में 5-5 मिस्त्री प्रतिनियुक्त रहेंगे। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष समय से पूर्व तेज गर्मी पड़ रही है। इस गर्मी से भू-गर्भ जल का स्तर नीचे जाने की संभावना है। उपायुक्त ने कहा कि पेयजल आपूर्ति निर्बाध रहे इसके लिए जरूरी है कि उसकी मरम्मति कर ली जाय। अभियंताओं को प्रेरित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि विभाग को इस समय इसे पूरी संवेदनषीलता और समर्पण से इस कार्य को पूरा करना है।


दुमका, दिनांक 24 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 074 

 राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2016 में खेलकूद समिति द्वारा महिलाओं पुरूषों एवं दिव्यांगों के लिए कई प्रकार के खेलकूद कार्यक्रम आयोजित किये गये। विजेता खिलाडि़यों को मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक श्री विपुल शुक्ला ने  शुभकामना देते हुए नकद एवं प्रषस्तिपत्र देकर सम्मानित किया। खेलकूद प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहेः- 
1. साईकिल रेस, पुरूष - प्रथम सिफानियल टुडू, द्वितीय संदीप बारा, तृतीय शांतनु कुमार साह, चतुर्थ दिलीप हाँसदा, पंचम संतोष राणा 
2. 200 मीटर दौड़, पुरूष:- प्रथम मो0 आषिक अंसारी, द्वितीय राजकुमार हेम्ब्रम, तृतीय नरेष मुर्मू 
3. 200 मीटर दौड़ महिला:- प्रथम मीनू सिंह, द्वितीय बसंती सोरेन, तृतीय सुजा हाँसदा 
4. अधुनिक तीरंदाजी, महिला - प्रथम मंजू सोरेन, द्वितीय बसंती सोरेन, तृतीय विनासी सोरेन 
5. अधुनिक तीरंदाजी, पुरूष - प्रथम दिनेष मुर्मू, द्वितीय निरोज सोरेन, तृतीय देवीधन टुडू
6. दिव्यांग 100 मीटर दौड़ - प्रथम विकास कुमार, द्वितीय संतोष कुमार साह, तृतीय अरविन्द हांसदा
7. दिव्यांग 3 पहिया दौड़ - प्रथम कृष्ण मुरारी मंडल, द्वितीय अजीत राय, तृतीय लखु हाँसदा 
8. 800 मीटर दौड़ पुरूष - प्रथम दानियल किस्कू, द्वितीय अनिल राणा, तृतीय नरेष मुर्मू 
दिनांक 25/02/2016 को वाॅलीबाॅल पुरूष वर्ग का फाईनल मुकावले के साथ-साथ खो-खो एवं कबड्डी का पुरूष एवं महिला वर्ग का फाईनल मुकाबला होगा।  
खेलकूद के आयोजन में खेलकूद समिति के सह संयोजक विजय कुमार सिंह तथा उमाषंकर चैबे के साथ-साथ खेलकूद समिति के के.एन.सिंह, बी0बी0 गुहा, डाॅ0ए0एम0 सोरेन गोविन्द प्रसाद, बैद्यनाथ टुडू , शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, मदन कुमार, हैदर हुसैन, विद्यापति झा, दीपक झा, वंषिधर पंडित, रंजन कुमार पाण्डेय, रंजीत कुमार मिश्रा, देवानन्द सोरेन, अरविन्द कुमार साह, सुमिता सिंह, स्मिता आनंद, कविता कुमारी आदि खेलकूद समिति के सभी सदस्यों की भूमिका सराहणीय रही।