दुमका, दिनांक 23 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 073
राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2016
राजकीय जनजातीय हिजला मेला में भीतरी कला मंच पर लोक साहित्य एवं संगीत पर परिचर्चा आयोजित की गई। कार्यक्रम में देवेन्द्र हेम्ब्रम, सुरेन्द्र नरायण यादव, मेरी मुर्मू,षैलेन्द्र सिंहा, विद्यापति झा, कंुजीराम टुडु आदि ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये। विभिन्न वक्ताओं ने लोक साहित्य, लोक संगीत के नैसर्गिकिता स्वाभविकता पर प्रकाष डाला, रीना सोरेन, भायलेट हाॅसदा, सोना मुनी सोरेन, पर्मिला मराण्डी, कासाचापड़ ने बाहा पर्व के अवसर पर गाये जाने वाले गीत को प्रस्तुत कर उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। लोक साहित्य संगीत परिचर्चा में शैलेन्द्र सिन्हा द्वारा बीर बैलज के बाँसुरी की चर्चा हुई तो मानवेल सोरेन ने बीर बैजल पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। अंत में सिसिलिया सोरेन बोआरी जोर, गोड्डा सांस्कृतिक दल द्वारा एक साथ, सोहराय, लाँगड़े ढोंग नृत्य गीत का प्रदर्षन किया गया। मंच का संचालन गौरकांत झा ने की। इस अवसर पर मदन कुमार, देवानन्द सोरेन, अनिल मराण्डी आदि मौजुद थे।
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