Friday, 5 February 2016

दुमका, दिनांक 05 फरवरी 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 048 

30 मार्च 2017 तक दुमका जिला को खुले में शौच मुक्त जिला बनाने का लक्ष्य है...
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका

30 मार्च 2017 तक दुमका जिला को खुले में शौच मुक्त जिला बनाने का लक्ष्य पूरा करें। यह बात दुमका के उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने आज मसलिया में स्वच्छ भारत मिषन के तहत आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यषाला में पदाधिकारियों, पीआरआई सदस्यों, जल सहियाओं आदि को सम्बोधित करते हुए कहा। 
उपायुक्त ने कहा कि इसी क्रम में मसलिया और गोपीकान्दर को जून 2016 तक खुले में शौच मुक्त प्रखंड बनाया जाना है। उपायुक्त ने कहा कि स्वच्छता एक विकसमान दृष्टिबोध है जो सदैव अच्छा से अच्छा करने की प्रेरणा देता है। उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं ने मुझे बताया कि खुले में शौच शर्मिंदगी के साथ तकलीफदेह है। घर में शौचालय महिलाओं की अस्मिता एवं सम्मान की रक्षा से जुड़ा हुआ है। इसे अपनाने के लिए महिलाओं को स्वयं आगे आना होगा। 
श्री राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि इस कार्य में जल सहियाओं एवं ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति की भूमिका अह्म है। 
जल सहिया प्रत्येक घर जायें और ग्राम समुदाय के साथ बैठक कर जागरूक करें। ग्रामीण पेय जल पाईप जलापूर्ति की मुख्य कार्यकारी जल सहिया है। उन्हें ही पेय जल की गुणवत्ता की जाँच भी करनी है। ग्रामीणों से पेय जल परिचालन व्यय की नियमित वसूली और लेखा जोखा रखने का दायित्व जल सहिया का ही है। उपायुक्त ने कहा कि खुले में शौच के दुष्परिणाम के साथ महिलाओं को विषेष रूप से जागरूक करें। 
ग्राम जल स्वच्छता समिति भी गांव में स्वच्छता से जुड़े तमाम कार्य करेंगे। तथा केवल अभियान तक इनका कार्य समिति नहीं रहेगा। अपितु अभियान के बाद भी यह समिति कार्य करती रहेगी।




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