Wednesday, 16 November 2016

दुमका, 16 नवम्बर 2016
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 665 
लोकतंत्र की रक्षा में पत्रकारों की भूमिका अतुलनीय...
- राहुल कुमार सिन्हा उपायुक्त, दुमका 
राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर सूचना भवन दुमका में संघर्षपूर्ण क्षेत्रों से समाचार रिपोर्ट, मीडिया की चुनौती विषय पर आयोजित परिचर्चा में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दुमका के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने सभी पत्रकारों को प्रेस दिवस की बधाई देते हुए कहा कि लोकतंत्र की रक्षा में प्रेस एवं मीडिया की भूमिका अतुलनीय है। उन्होंने जोखिम भरे रिपोर्टिंग में पत्रकारों की सुरक्षा पर प्रषासन की ओर से सुरक्षा सामग्री यथा हेलमेट, कास्ट जैकेट आदि उपलब्ध कराये जाने की दिषा में पहल करने का आष्वासन दिया। उन्होने पत्रकारों द्वारा उठाये गये विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार प्रकट किये। इस अवसर पर उपनिदेषक जनसम्पर्क ने सरकार की ओर से पत्रकार बीमा, प्रेस क्लब की स्थापना एवं पत्रकार आवास जैसे योजनाओं पर गम्भीरता से कार्य किये जाने की सूचना दी। इस अवसर पर सबों ने एक दूसरे को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनायें दी। वरिष्ठ पत्रकार षिवषंकर चैधरी ने पत्रकारों की एकजुटता पर बल दिया वहीं वरिष्ठ पत्रकार सुमन सिंह ने कहा कि पत्रकारिता में चुनौती किस क्षण आ जाय, यह पूर्व से निर्धारित नहीं होता है, कर्तव्य का निर्वहण सर्वोच्च प्राथमिकता होती है। राजीव रंजन ने कहा कि पत्रकारों के उपर हो रहे हमले के पीछे छुपे मनोविज्ञान को समझते हुए सुरक्षा की रणनीति को तय करना होगा तथा भाषायी एवं सांस्कृतिक आत्मीयता बनाकर खबरों का संकलन करना होगा। राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि वैष्विक, देष, राज्य और जिला स्तर पर पत्रकारों के लिए संघर्षपूर्ण क्षेत्र भी अलग हैं और चुनौतियाँ भी अलग है। पत्रकारों की सुरक्षा को और उनके कर्तव्य को प्राथमिकता देनी चाहिए। सुमंगल ओझा ने मासिक पत्रकार सम्मेलन और दुमका में प्रेस क्लब की स्थापना के लिए प्रयास किये जाने की बात कही। कुमार प्रभात ने कहा कि खबरों के प्रति प्रषासनिक संवेदनषीलता बढ़े और उसपर समुचित कार्रवाई भी हो। शैलेन्द्र सिन्हा ने कहा कि व्यापक बदलाव को देखते हुए संस्कृति सापेक्ष अनुकूलता बनाने की आवष्यकता है। विजय तिवारी ने पत्रकारों के कल्याण के लिए की जाने वाली घोषणाओं को संवेदनषील होकर लागू कराने की बात कही। बीरेन्द्र झा ने समाचार संकलन में अपनी बुद्धिमता का उपयोग करने और पत्रकारों के लिए प्रषिक्षण की बात कही। अमरेन्द्र सुमन ने कहा कि पत्रकारों की सुरक्षा सबसे अह्म है। मृत्युंजय पाण्डेय ने बदलते परिवेष मंे पत्रकारिता की चुनौती और उसमें उत्तरजीविता के संकट की ओर ध्यान दिलाया। अषोक सिंह ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थानिय भाषा और रीति रिवाज की अनुकूलता बनाकर समाचार संकलन की बात कही। राहुल कुमार गुप्ता ने पत्रकारों की सुरक्षा की बात कही। गौतम कुमार ने पत्रकारों के आर्थिक सुरक्षा और सूचना उपलब्धता पर जोर दिया। संतोष कुमार ने लघु समाचार पत्रांे की चुनौतियों की ओर ध्यान आकृष्ट किया। चंदन कुमार ने भी लघु अखबारों को नियमित विज्ञापन दिये जाने की बात कही। 
सभी पत्रकारों की आगवानी गुलाब का पुष्प देकर किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त दुमका राहुल कुमार सिन्हा, उप निदेषक जनसम्पर्क अजय नाथ झा तथा पत्रकार षिवषंकर चैधरी, सुमन सिंह, राजीव रंजन, राजकुमार उपाध्याय, सुमंगल ओझा, अमरेन्द्र सुमन, कुमार प्रभात, वीरेन्द्र झा, विजय तिवारी, शैलेन्द्र सिन्हा, उज्जवल कुमार, अषोक कुमार राउत, पंचम कुमार झा, राहुल कुमार गुप्ता, मृत्युंजय पाण्डेय, सुबीर चटर्जी, विकास कुमार, राकेष कुमार, बिनोद कुमार सारस्वत, नितिन कुमार, आषीष कुमार बर्णवाल, गौतम कुमार संतोष कुमार, अषोक कुमार सिंह, चंदन कुमार, सिकंदर कुमार, दषरथ महतो, राधाकान्त मिश्रा, विनय कुमार अम्बष्ट, अमित बरियार, एस एम कुणाल, मुकेष कुमार मिश्रा, नीरज कुमार, चंद्रप्रकाष भानु, दीपक सिंह, मो0 मारूफ हसन, दिलदार अंसारी आदि उपस्थित थे। 



           

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