दिनांक- 1 मई 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-382
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 23 मार्च से लॉक डाउन लागू किया गया था। ऐसे में जो जहां थे, वहीं उनको सरकार ने रहने का निर्देश दिया था। इसी क्रम में उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कोरेनटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों को अलग-अलग बसों से अपने निवास स्थान के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उपायुक्त ने कहा कि गृह मंत्रालय भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।जिले के सभी प्रखंडों से दूसरे राज्य के लगभग 550 लोगों को स्वास्थ्य जांच करने के उपरांत उनके घर के लिए रवाना किया गया है। सभी लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया एवं इनके पास क्वॉरेंटाइन सर्टिफिकेट भी उपलब्ध है। इन सभी लोगों को पास उपलब्ध करा दिया गया है ताकि उन्हें रास्ते में कहीं परेशानी नहीं हो। इसकी सूचना संबंधित जिले के दंडाधिकारी को भी दे दी गई है। इन सभी लोगों को उनके निवास स्थान पर जिला प्रशासन के देखरेख में घर तक पहुंचाया जाएगा। सफर में भोजन के लिए सूखा राशन उपलब्ध कराया गया है। प्रत्येक बस में एक प्रभारी मौजूद होंगे।
उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि जिस प्रकार दूसरे राज्य एवं जिले के लोग दुमका में फंसे हैं ठीक इसी प्रकार दुमका के लोग भी अन्य जिलों में फंसे हुए है। उन्होंने कहा कि बंगाल राज्य में दुमका जिले के लगभग 150 लोग लॉक डाउन में फंसे हुए हैं। उन सभी लोगों को लेकर यह बस वापस दुमका आएगी। उन्होंने कहा कि जो भी लोग दुमका जिले में वापस आएंगे,उनके लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर सेंटर निर्धारित की गई है। उनके आने के रास्ते को देखते हुए नजदीकी सेंटर में ले जाया जाएगा। सेंटर में सभी लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग किया जाएगा। इन सभी लोगों का निबंधन किया जाएगा,जिसमें उनके रोजगार से संबंधित सवाल किए जाएंगे। अगर किन्ही को रोजगार की आवश्यकता होगी तो उन्हें मनरेगा या जिले के अंदर चल रही योजनाओं में रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इन लोगों के लिए राशन की व्यवस्था भी की जाएगी एवं उन्हें होम क्वॉरेंटाइन में रहना होगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर,अनुमंडल पदाधिकारी राकेश कुमार सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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