Monday 18 May 2020

दिनांक- 16 मई 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-418

समाहरणालय सभागार में विधायक, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक एवं विधायक के प्रतिनिधिगण की उपस्थिति में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक की गई। दुमका जिला से कोरोना संक्रमण जांच हेतु कुल 810 सैंपल भेजे गए। जिसमें 427 का रिजल्ट आया है। 425 लोगों के रिपोर्ट नेगेटिव हैं एवं 2 पॉजिटिव मरीज पाए गए थे। आज के दिन में वह दोनों मरीज भी कोरोना नेगेटिव हैं। 
कोविड-19 के संदिग्ध एवं कनफर्म्ड मरीजों के उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मधुवन, मोहुलपहाड़ी क्रिश्चियन अस्पताल, मोहुलपहाड़ी एवं पारा मेडिकल कॉलेज, रानेश्वर को कोविड केअर सेंटर (सीसीसी) के लिए दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दुमका को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर(डीसीएचसी) के लिए, दुमका मेडिकल कॉलेज अस्पताल,दुमका को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल(डीसीएच) के लिए एवं नवनिर्मित अस्पताल, हंसडीहा को कोविड-19 हॉस्पिटल (अल्टरनेटिव) के लिए चिन्हित किया गया है। वर्तमान में पुराना सदर अस्पताल को नॉन कोविड-19 सेंटर के लिये उपयोग में लाया जा रहा है। 300 बेड वाले डीएमसीएच अस्पताल में कोविड-19 के लिए सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध है। जिले में कुल 3 वेंटिलेटर की व्यवस्था है दो का प्रस्ताव दिया गया है जल्द ही हमें उपलब्ध करा दिया जाएगा। जिले में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां है। स्वास्थ्य जांच से संबंधी किसी प्रकार की कोई समस्या जिले में नहीं है। आपातकाल में कोरोना वायरस जांच हेतु विभाग द्वारा एक रैपिड टेस्टिंग मशीन दिया गया है। जिससे 1 घंटे के अंदर पता लगाया जा सकता है कि संदिग्ध मरीज का कोरोना नेगेटिव है। जो जल्दी इंस्टॉल कर उपयोग में लाया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि कोविड-19 की संभाव्य संक्रमण को ध्यान में रखते हुए रेड एवं ऑरेंज जोन से आने वाले सभी प्रवासी नागरिकों का सैंपल लेकर जांच हेतु भेजा जा रहा है तथा उन्हें 14 दिनों तक के लिए सरकारी क्वारेंटीन सेंटर में रखा जा रहा है। ग्रीन जोन से आने वाले प्रवासी नागरिकों का स्वास्थ्य जांच कराने के पश्चात होम क्वारेंटीन में भेजा जा रहा है। एवं स्वास्थ विभाग द्वारा उनपर निगरानी रखी जा रही है। आने वाले सभी प्रवासी नागरिकों को राशन संबंधित सामग्री दिया जा रहा है।
मजदूरों के रोजगार के लिए सभी योजनाओं को चालू कराया जा रहा है। मजदूर बाहर निकलकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अपने कार्य क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। 
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा राशन कार्ड उपयोग करने वाले सक्षम परिवारों से अपील किया गया था कि अपना राशन कार्ड सरेंडर कर दें इसके उपरांत काफी संख्या में लोगों ने अपना कार्ड सरेंडर कराया। जिसके वजह से लगभग 8000 नए राशन कार्ड बनाए गए हैं। मनरेगा के तहत वृक्षारोपण, खेल मैदान जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं चालू हो गई है। जिसमें काफी संख्या में मजदूर काम करेंगे। 

पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि लॉक डाउन में कार्य न मिलने के कारण सबसे अधिक मजदूरों को आर्थिक क्षति पहुंची है। इसे ध्यान में रखते हुए मजदूरों को उनको कार्य के लिए प्रोत्साहित करें, ताकि मजदूर बाहर निकल कर कार्य करें। उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसा देखा जा रहा है कि बिचौलिए मजदूरों का हक मार लेते हैं। बिचौलियों पर जिला प्रशासन कार्रवाई करें। कृषि के क्षेत्र में सबसे अधिक कार्य करने वाले लोग हैं। उन्हें अत्यधिक सहयोग करना आवश्यक है। बीज, उर्वरक एवं केसीसी संबंधित सुविधाएं उन्हें दी जाए। उन्होंने कहा कि बहुत ऐसे लोग हैं जो गरीब एवं असहाय हैं और उनका सफेद राशन कार्ड बनाया गया है। ऐसे परिवारों को चिन्हित कर उनका अंत्योदय कार्ड बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी निम्न स्तर के लोगों का राशन कार्ड नहीं बना है। उन्हें चिन्हित कर उनका राशन कार्ड भी बनवाया जाए। उन्होंने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा तय किए गए राशन का दर समाचारों के माध्यम से प्रचार प्रसार करें, ताकि राशन डीलर लोगों से मनमाने ढंग से पैसे वसूल ना कर सकें। बढ़ते तापमान को देखते हुए उन्होंने कहा कि लोगों को पानी की समस्या आ रही है। बहुत सारे जगहों पर हैंड पंप एवं सोलर जल मीनार खराब हो गए हैं उन्हें ठीक कराया जाए एवं जहां जरूरत है वहां अधिष्ठापन कराया जाए।
इस दौरान शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक नलिन सोरेन ने भी कई सारे सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हम सभी आमलोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए काम करते हैं। उनकी सुविधाओं का ध्यान रखना हमारा सर्वप्रथम कर्तव्य है।
बैठक में पोड़ैयाहाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप यादव, शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक नलिन सोरेन, उपायुक्त राजेश्वरी बी, पुलिस अधीक्षक अंबर लकड़ा, जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा ,विधायक के प्रतिनिधिगण एवं जिला के वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।


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