दिनांक-26 सितम्बर 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-749
पशुपालन, संताल परगना क्षेत्र, दुमका के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. स्वपन रजक ने कहा कि 28 सितंबर 2020 को विश्व रेबीज दिवस के अवसर पर संपूर्ण टीकाकरण द्वारा ही रेबीज से बचाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कुत्ते एवं बिल्ली को वर्ष में एक बार रेबीज बीमारी से बचाव हेतु टीका अवश्य लगवाएं। अपने पालतू पशुओं का सावधानीपूर्वक ध्यान रखे एवं उन्हें पर्याप्त भोजन एवं रहने का स्थान दें। कुत्ते के काटने की उपरांत घाव को अविलंब साफ पानी एवं साबुन से देर तक धोएं। इस बात का व्यापक प्रचार-प्रसार करें कि कुत्ते एवं बिल्ली के काटने के बाद जानवर को पशु अस्पताल एवं व्यक्ति को स्वास्थ केंद्र पर आवश्यक चिकित्सा एवं टीकाकरण हेतु अवश्य ले जाएं। अपने पालतू कुत्ते एवं बिल्ली को प्रताड़ित ना करें। जैसे उसके पूँछ एवं कान ना खींचे। खाने सोने या अपने बच्चों को दूध पिलाते समय जानवर को तंग ना करें। सड़क पर के कुत्तों से दूर रहें। उसे पत्थर या अन्य चीजों से मारने का प्रयास न करें। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है। रेबीज से संक्रमित कुत्ता, बिल्ली एवं अन्य जानवर की लार के माध्यम से उनके द्वारा काटे जाने पर व्यक्ति या जानवर में फैलता है। अपने पालतू पशुओं का नियमित टीकाकरण ही इस रोग के बचाव का एकमात्र साधन है।
कुत्ता, बिल्ली, बंदर या कोई अन्य जानवर के काटने पर:-
क्या करें:-
1. घाव को बहते हुए साफ पानी से साबुन लगाकर धोना चाहिए।
2. इसके तुरंत बाद जख्म पर स्प्रीट,अल्कोहल या एंटीसेप्टिक क्रीम लगाएं।
3. पशुओं को नजदीकी पशु अस्पताल एवं व्यक्ति को नजदीकी स्वास्थ केंद्र ले जाकर चिकित्सक से संपर्क कर इलाज करें।
क्या ना करें:-
1. खरोच या जख्म को नजरअंदाज नहीं करें।
2. जख्म पर सरसो तेल या द्रव्य न लगाएं। अंधविश्वास से बचें।
3. जख्म को नहीं ढंके। बच्चों को आवारा जानवर से दूर रखें।
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जिला कंट्रोल रूम - 9508250080, 9934414404
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झारखंड टोल फ्री नंबर - 104,181,108
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राष्ट्रीय कॉल सेंटर -1075
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