दिनांक-2 नवंबर 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1315
राजकीय पुस्तकालय दुमका में आयोजित रेव. पी ओ बोडिंग मेमोरियल संथाली लिटरेचर फेस्टिवल का तीसरा सत्र ऑनलाइन रूप से आयोजित किया गया।
इस सत्र का विषय "संथाल स्वदेश ज्ञान और सांस्कृतिक विरासत" था।
कार्यक्रम में वक्ताओं के रूप में बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रषेत सृंखल,प्रोफेसर अच्युत चेतन तथा लंटिती बेसरा ने भाग लिया।
प्रोफेसर अच्युत चेतन ने कहा भरतीय समाज मे आदिवासी समाज की अपनी पहचान है।भारत के सभी चर्चाओं में आदिवासी शब्द का महत्व बहुत पहले से रहा है।यह समाज बहुत पुराना है और पुराना का अपना एक अलग महत्व होता है।
इस दौरान अन्य ने भी अपनी अपनी बात रखी।
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