दिनांक-3 नवंबर 2022
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1320
जल जीवन मिशन के तहत इंडोर स्टेडियम में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन
जल जीवन मिशन योजना का उद्देश्य- सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना
-श्री सुनील सोरेन,सांसद
2024 तक सभी घरों तक शुद्ध पेयजल पहुँचाना लक्ष्य
-उप विकास आयुक्त, दुमका
जल जीवन मिशन के तहत इंडोर स्टेडियम में जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सांसद श्री सुनील सोरेन ने कहा कि जल जीवन मिशन का उद्देश्य सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है।जल के बिना जीवन की परिकल्पना अधूरी है।सरकार का लक्ष्य 2024 तक नल से जल प्रत्येक घर तक पहुंचाना है।सभी मिलकर सरकार की महत्वकांक्षी योजनाओं को धरातल में उतारने का कार्य करें।कहा कि इस योजना के संचालन और रखरखाव के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित कराना समुदाय की जिम्मेदारी होती है। जल संरक्षण के प्रति सजग होना एवं जल स्रोतों के आसपास की सफाई रखना पंचायत के समुदाय को सुनिश्चित करना होगा।उन्होंने कहा कि सभी को योजनाओं के क्रियान्वयन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना होगा।बारिश के जल का संरक्षण बहुत ही आवश्यक है।सभी को इस विषय पर गंभीरता के साथ सोचना होगा एवं इस दिशा में कार्य करना होगा।उन्होंने कहा शुद्ध पेयजल सभी को मिले यह वर्तमान समय की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत है।जल जीवन मिशन के तहत सभी घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा।उन्होंने कहा कि जल का संरक्षण अगर हम सभी ने नहीं किया तो वह दिन दूर नहीं जब पानी के लिए युद्ध का सामना करना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के चुने हुए जन प्रतिनिधि लोगों को जागरूक करें ताकि योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से हो।
क्षेत्रीय मुख्य अभियंता दुमका प्रक्षेत्र सदानंद मंडल ने जल जीवन मिशन और स्वच्छ भारत मिशन की वर्तमान स्थिति एवं प्रगति को विस्तृत रूप से बताया।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत सभी को शुद्ध पेयजल पहुँचाना पेयजल विभाग का लक्ष्य है।पिछले कुछ वर्षों में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का कार्य मे विस्तार हुआ है।कहा कि विभाग द्वारा शौचालय निर्माण का कार्य कराया गया है।सभी घरों में शौचालय निर्माण कर जिला ओडीएफ भी है।अब भी कई लोग शौचालय का उपयोग नहीं करते है।शौचालय का उपयोग करने के लिए लोगों को जागरूक करना होगा।उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना के संदेश को गांव में जन-जन तक पहुंचाना, जल स्रोत और जल की गुणवत्ता की जांच कराने की जिम्मेदारी सहिया की होती है। जल जीवन मिशन का लक्ष्य 2024 तक प्राप्त करने के लिए ग्राम स्तर पर मुखिया एवं जलसहिया को जल जीवन मिशन में चल रहे कार्यों की देखरेख करने का आग्रह किया गया। आगे उन्होंने कहा कि हर घर शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के साथ-साथ लोगों को जल संरक्षण के प्रति भी जागरूक होना होगा, तभी इस मिशन को सार्थक रूप दिया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला परिषद उपाध्यक्ष,कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल 1 एवं 2 ने जल जीवन मिशन के बारे में अपने विचारों को रखा।
इस अवसर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के राज्य समन्वयक द्वारा पीपीटी के माध्यम से उपस्थित प्रतिभागियों को तकनीकी जानकारी दी गयी।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत रूप से उदघाटन किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक एवं प्रखंड समन्वयक ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी।
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