दुमका 14 अक्टूबर 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 595
प्रधान सचिव पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, ए. पी. सिंह के द्वारा दुमका जिला को ओडीएफ करने हेतु एसबीएम(जी) के अन्तर्गत किये जा रहे शौचालय निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई। श्री सिंह ने प्रगति पर संतोष प्रकट करते हुए कहा कि अभी और मेहनत की आवष्यकता है तथा सभी को प्रोपर प्लानिंग एवं स्टैªटजी बनाकर लक्ष्य को हासिल करना है। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रुप जिनको शौचालय निर्माण के लिए राषि नहीं मिलना है उनकी लिस्ट तैयार कर उन्हें सिस्टम में लाया जाय। बेस लाईन को दुरूस्त किया जाय। शौचालय किस मद से बनना है इसका भी सख्ती से अनुपालन किया जाय। स्लिपबैक वाले का नाम बेस लाईन में ना हो। उन्होंने कहा कि डुप्लिकेषन ना हो इसके लिए जो डाटाबेस है उसे क्लिनप करने की आवष्यकता है तथा जिन गांवों का सर्वे नहीं हुआ है और जो सही मायने में छुट गये हैं उनका सर्वे कराकर लिस्ट में शामिल करें। उन्होंने कहा कि बिचैलियों को इससे दूर रखने का हर संभव प्रयास किया जाय तथा लाभुकों को प्रेरित किया जाय कि वे खुद श्रमदान कर राषि की बचत कर शौचालय को और बेहतर बना सकते हैं। श्री सिंह ने आष्वासन दिया कि स्लिपबैक को एड्रेस करने के लिए दुमका जिला को फंड उपलब्ध कराया जायेगा।
उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार ने ओडीएफ की प्रगति से श्री सिंह को अवगत कराया तथा उन्होंने कहा कि दुमका जिला को ओडीएफ बनाने का जो लक्ष्य हमें दिया गया है उसे हासिल करने का हम हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि बिचैलियों को दूर रखने हेतु सेनेटरी मार्ट (4-5 लोगों का ग्रुप) बनाया जा सकता है जिससे लाभुक को फायदा होगा। पीपीटी के माध्यम से श्री सिंह को अद्यतन स्थिति की जानकारी दी गई तथा उन्हें बताया गया कि गोपीकान्दर ब्लाॅक रियल मायने में ओडीएफ हो गया है। काठीकुण्ड ब्लाॅक भी बहुत जल्द ओडीएफ हो जायेगा। इसी प्रकार रानेष्वर, षिकारीपाड़ा, मसलिया, जामा बहुत जल्द ओडीएफ कैटेगरी में होंगे।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त शषि रंजन, प्रषिक्षु आई ए एस विषाल सागर, यूनीसेफ के प्रेमचन्द, वरीय पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे।
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