दुमका, दिनांक 19 सितम्बर 2015 प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 356
वर्षा पर निर्भर ना रहते हुए फसल का बचाने का हर संभव प्रयास करें...
- राहुल कुमार सिन्हा, उपायुक्त, दुमका
उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा ने आज जामा, जरमुण्डी एवं सरैयाहाट प्रखंड में संचालित विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण परियोजना निदेशक, आत्मा, दुमका के साथ किया।
उन्होंने उपस्थित किसानों को वर्षा पर निर्भर न रहने तथा सिंचाई हेतु उपलब्ध संसाधन यथा कुआँ, तालाब एवं नदी से करने तथा कृषि यंत्र बैंक से उचित दर पर मशीन किराये पर प्राप्त कर पटवन करने हेतु अनुरोध किया तथा फसल बीमा हेतु किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ लेने हेतु निदेश दिया।
उपायुक्त ने जरमुण्डी प्रखण्ड के चरकापाथर, पंचायत खरबिला में करेले की खेती का निरीक्षण किया। जहाँ किसानों द्वारा बताया गया कि वर्षा के अभाव में फसल को काफी क्षति हुई है।
उपायुक्त ने किसानों को यह समझाया कि वर्षा पर निर्भर न रहते हुये उपलब्ध कुँआ, तालाब एवं अन्य संसाधनों के माध्यम से तथा कृषि यंत्र बैंक के सहयोग से सिचाई करना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने परियोजना निदेशक आत्मा को यह निदेश दिया कि परती भूमि पर विकास योजनान्तर्गत उचित फसल लगवाने हेतु किसानों को प्रेरित करने का प्रयास करें।
जरमुण्डी प्रखण्ड के चरकापाथर गांव से गुजरने के क्रम में देखा कि सड़क के किनारे एक विकलांग युवक वकील मरांडी, ग्राम डुमरथर द्वारा तालाब से फसल का पटवन कर रहा था। उपायुक्त ने वहाँ रूककर युवक से पूछने पर बताया गया कि उनके द्वारा चार एकड़ खेत में धान की खेती की गई है, उनके द्वारा पम्प स्वयं खरीदा गया है। उन्होंने बताया कि वह मशीन को किराये पर भी लगाते है। उपायुक्त द्वारा आसपास के खेत जो सुखने के कगार पर है उन्हें भी पटवन हेतु प्रेरित करने का अनुरोध किया गया।
उपायुक्त ने सरैयाहाट प्रखण्ड के कोरडीह ग्राम, पंचायत धौनी में श्रीविधि द्वारा सहभागी सुखारोधी किस्म की धान की खेती का भी अवलोकन किया। मौके पर परियोजना निदेशक, आत्मा द्वारा बताया गया कि यह फसल 120 दिनों में तैयार हो जाता है एवं इसमें पानी की आवश्यता बहुत कम होती है। लगभग 50 किसानों द्वारा 200 एकड़ खेत में इसकी रोपाई की गई है। इसकी उत्पादन क्षमता 20 क्विंटल प्रति एकड़ है। किसानों के साथ वात्र्तालाप के दौरान किसानों के अनुरोध पर उक्त गाँव में सिंचाई हेतु पम्प सेट अविलम्ब उपलब्ध कराने का निदेश परियोजना निदेशक, आत्मा को दिया गया। किसानों को आवश्यतानुसार मनरेगा योजना से सिंचाई कूप ग्राम सभा से पारित कर निर्माण कराने का भी अनुरोध किया गया।
जामा प्रखण्ड अन्तर्गत डुमरी कदेली, सिमरा एवं जरमुण्डी प्रखण्ड के चरकापाथर, खरबिला में मक्का के फसल के निरीक्षण के क्रम में परियोजना निदेशक, आत्मा ने बताया कि इस गाँव 300 एकड़ भूमि पर मक्का के फसल की बुआई की गई है। औसतन प्रति किसान दो से तीन एकड़ में मक्का की बुआई की गई है, जिसमें कुछ किसानों को एच.क्यू.पी.एम.-1 नामक उन्नत बीज किसानों को उपलब्ध कराया गया था। उपायुक्त द्वारा मक्का का फसल पैदावर अपेक्षानुरूप कम होने का कारण पूछे जाने पर उपस्थित किसानों द्वारा बताया गया कि बुआई के समय अत्यधिक बर्षा एवं पिछले एम माह से बारिस नहीं होने के कारण मक्का का पैदावर अपेक्षा से काफी कम हुआ है। किसानों द्वारा बताया गया कि वे औसतन वार्षिक चालीस से पचास हजार रूपये का आय अर्जित करते है। सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये सुवाधाओं के बारे में पूछे जाने पर किसानों द्वारा बताया गया कि हमें किसी प्रकार भी लाभ मुहैया नहीं कराया गया है। वहाँ उपस्थित कुनारडीह ग्राम के इन्द्रकांत द्वारा बताया गया कि उन्हें एक ट्रेक्टर सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया है। आत्मा के परियोजना पदाधिकारी ने इन किसानों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे योजनाओं की जानकारी देने तथा उन योजनाओं के माध्यम से इसे भी लाभ पहुँचाने का निदेश दिया गया।
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि कोरडीह से दुमका आने हमें 8 से 10 किलोमिटर अधिक दूरी तय करना पड़ता है। गाँव से नोनीहाट जाने हेतु ग्रेड वन पथ पर एक पुल तथा पहुँच पथ निर्माण करने हेतु अनुरोध किया गया। उपायुक्त द्वारा आर0ई0ओ0 के माध्यम से अगले वित्तीय वर्ष के कार्ययोजना में इस योजना का प्रस्ताव भेजने का आवश्वासन दिया गया।
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