Thursday 24 September 2015

दुमका, दिनांक 24 सितम्बर 2015   प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 362

 सम्पूर्ण न्याय व्यवस्था में मध्यस्थों की भूमिका महत्वपूर्ण है। अक्सर देखा जाता है कि छोटे-छोटे सामान्य मामलों को लेकर भी देष का महत्वपूर्ण मानव संसाधन विवादों में उलझ जाते हैं। जिससे न सिर्फ लोगों को अनावष्यक मानसिक संत्रास झेलना होता है बल्कि न्याय व्यवस्था पर भी अतिरिक्त बोझ बढ़ता है। न्याय व्यवस्था में मध्यस्थों की अह्म भूमिका को रेखांकित करने के लिए झारखण्ड के मुख्य न्यायाधीष विरेन्द्र सिंह न्यायमूर्ति डी0एन0 पटेल, न्यायमूर्ति पी0पी0 भट्ट का आज दुमका आगमन हुआ। राजभवन में उन्हें पौधा देकर तथा पारम्परिक जनजातीय लोटा पानी और पायका नृत्य के साथ स्वागत किया गया। देर शाम जिला प्रषासन सूचना एवं जनसम्पर्क के द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या में एकलव्य विद्यालय काठीजोरिया की संथाली एवं पहाडि़या जनजाति की बच्चियों के द्वारा पंजाबी लोक नृत्य भांगरा का प्रदर्षन किया गया। होली चाईल्ड विद्यालय, दुमका की छात्राओं ने गुजराती एवं राजस्थानी नृत्य शैली की मनमोहक छटा प्रदर्षित की। झारखण्ड कला केन्द्र के कलाकारों के द्वारा गणेष वन्दना एवं शास्त्रीय धुन पर आधारित भक्ति गीत के साथ-साथ गीत बहार कलादल देवघर के कलाकारों ने भी एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत कर सम्मानित अतिथियों एवं दर्षकों का भरपूर मनोरंजन किया। कार्यक्रम का संचालन मदन कुमार एवं सुमिता सिंह ने किया।









No comments:

Post a Comment