Tuesday, 2 June 2020

दिनांक- 01 जून 2020
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-452


दुमका जिला में सरकार द्वारा जल संरक्षण एवं रोजगार सृजन को लेकर आरंभ किए गए "पानी रोको पौधा रोपो" अभियान चलाया जा रहा है। दुमका जिले में वृक्षारोपण के लिए 1000 एकड़ भूखंड चिन्हित कर लिया गया है। चिन्हित भूखंड में 600 एकड़ में कार्य की शुरुआत हो चुकी है। दुमका जिला में करीब दो लाख पौधे लगाने का लक्ष्य बनाया गया है। इसी क्रम में उप विकास आयुकर शेखर जमुआर ने जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड अंतर्गत रामपुर गांव एवं गोपीकांदर प्रखंड अंतर्गत पीपरजोरिया में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत पानी रोको पौधा रोपो अभियान में चल रहे कार्यो का निरीक्षण किया। उप विकास आयुक्त शेखर जमुआर ने कहा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों में मनरेगा के तहत टीसीबी, आम बागवानी, नाला पुनरुद्धार का कार्य किया जा रहा है। कार्य में स्थानीय मजदूरों तथा प्रवासी मजदूरों को भी जोड़ा गया है और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत दुमका जिले में करीब 31,000 मजदूरों को रोजगार प्राप्त हुआ है एवं जिला प्रशासन का लक्ष्य है जिले के करीब 50000 मजदूरों को योजनाओं से जोड़ा जाए। पानी रोको पौधा रोपो अभियान अंतर्गत कार्यों में करीब 50% गड्ढे की खुदाई हो चुकी है इसके बाद ट्रेंच का निर्माण कर अभियान को सफल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 1 जून से'पानी रोको पौधा रोपो'अभियान की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत फलदार वृक्ष लगाने के लिए चयनित जमीन पर पिट खुदाई का कार्य किया जा रहा है। इस दौरान गोपी कंदर प्रखंड में आम जनता के बीच उप विकास आयुक्त ने संबोधन करते हुए कहा कि जिले में पानी रोको पौधा रोपो अभियान की शुरूआत की जा रही है जिसका उदेश्य जल संरक्षण के साथ-साथ रोजगार सृजन एवं ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होंने कहा कि गांव में काम की कोई कमी नहीं है l मनरेगा के तहत प्रत्येक गांव में योजनाएं संचालित की जा रही है ताकि ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराया जा सके। उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना का उदेश्य रोजगार सृजन कर ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाना है जिसके तहत प्रत्येक गांव में योजना का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिको को रोजगार मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से कटिबद्ध है। जिस व्यक्ति को काम की आवश्यकता हो वो तत्काल मुखिया,पंचायत सेवक,रोजगार सेवक से संपर्क करें श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पानी रोको, पौधा रोपो अभियान के तहत बिरसा हरित ग्राम योजना एवं नीलांबर-पीतांबर योजना के तहत जल संरक्षण के कार्य किए जा रहे है। उन्होंने ग्रामीणों से रोजगार के लिए भटकने के लिए नहीं बल्कि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बनने को लेकर प्रेरित किया। पानी रोको, पौधा रोपो'अभियान में पंचायती राज संस्थाओं, जेएसएलपीएस, मनरेगा एवं जलछाजन मिशन के आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाया जाएगा। बागबानी के अलावा लगभग 300 एकड़ में तसर की खेती विशेषकर प्रधान के सहयोग से काठीकुंड, गोपीकंदर, शिकारीपाड़ा प्रखंड में किया जा रहा है। उपायुक्त राजेश्वरी के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंडों के वरीय पदाधिकारियों द्वारा सभी प्रखंड का गहन निरीक्षण कर ज्यादा से ज्यादा मजदूरों को काम के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी गोपीकंदर, प्रखंड विकास पदाधिकारी शिकारीपाड़ा, जेएसएलपीएस डीपीएम व अन्य उपस्थित थे।


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