Monday 16 September 2019

दिनांक-16 सितम्बर 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1536

+2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, दुमका में राष्ट्रीय पोषण माह कार्यक्रम 2019 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी एवं विशिष्ट अतिथि उपायुक्त राजेश्वरी बी उपस्थित थी। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत गाकर किया। कुपोषण को दूर करने के इस अभियान को 1 सितंबर से 30 सितम्बर तक दुमका जिला के सभी क्षेत्र में चलाया जाएगा है। इस अवसर पर माननीया मंत्री महोदया के कर कमलों से मुख्यमंत्री सुकन्या योजना एवं मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत लाभुकों के बीच परिसंपत्ति का वितरण किया गया। मंत्री महोदया एवं उपायुक्त ने 6 महीने से अधिक के बच्चों को पहला अन्नप्राशन कराया। गर्भवती महिलाओं को गोद भराई अंतर्गत फल की टोकरी का वितरण किया गया। 
जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत सेविकायों ने पोषण गीत प्रस्तुत किया एवं उसी गीत पर छात्राओं ने विभिन्न पोषाहार का वेषभूषा धारण कर नृत्य किया। पोषण कुपोषण पर कैसे भारी पड़ सकता है ये महिलाओं ने नाटक के जरिये दिखाया। इस अवसर पर मंत्री डॉ लुईस मरांडी के कर कमलों से बाल पुस्तिका का विमोचन किया गया। 
इस अवसर पर मंत्री महोदया ने कहा कि यह सरकार की बहुत अच्छी पहल है। उन्होंने विद्यालय हॉल में उपस्थित सभी महिलाओं से कहा कि इस पहल में सभी के सहयोग से हम पूर्ण रूप से कुपोषण मुक्त दुमका बना सकते हैं। कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता, उस काम को ईमानदारी पुर्वक पूर्ण करना एवं सफलता हासिल करना ही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि तेजस्विनी ग्रुप के माध्यमों से किशोरियों को पोषण के प्रति जागरूक किया जाए, क्योंकि आगे जाकर वही माँ बनती हैं। उनका स्वस्थ रहना आवश्यक है। पोषण माह केवल सितम्बर में ही नहीं, बल्कि पूरे वर्ष मनाया जाए। लोग जानकारी के अभाव से कुपोषण के शिकार होते हैं। उन्होंने सेविकाओं से विनम्रता पूर्वक निवेदन किया कि अपने कार्य को नौकरी समझ कर कार्य नहीं करें, बल्कि जिम्मेदारी से कार्य कीजिए। आपके क्षेत्र की जो भी गर्भवती महिलाएं है उन्हें पोषण के संबंध में जानकारी दे। उन्होंने कहा कि कुपोषण के संबंध में दुमका सुधारा है। इसके लिए उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को अभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि महिला ही महिला की समस्या समझ सकती हैं। जो भी समस्या हो उसको मुझे, डीसी मैम या जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के पास जा सकती हैं, लेकिन उससे पूर्व वो अपने स्तर से समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि लोगों को योजना के बारे में पता हो लेकिन हमें प्रयास करना है कि हर योग्य लाभुक तक लाभ पहुंचा सके। इसके लिए गांव में घूम घूमकर लोगों को जानकारी दे। 

इस मौके पर दुमका कि उपायुक्त राजेश्वरी बी ने कहा कि दुमका जिला में पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर विभिन्न गतिविधियों के जरिए कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। दुमका जिला पोषण के क्षेत्र में पांच वर्ष पूर्व के मुकाबले इस वर्ष बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन इसे जड़ से हटाने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि जबतक माँ कुपोषन के प्रति जारूकत नहीं होंगी तब तक बच्चे कुपोषण से लड़ते रहेंगे।किशोरियों को कुपोषण से बचाने के लिए सरकार की कई योजनाएं हैं। सभी विद्यालयों में पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। जो किशोरियों को कुपोषण के प्रभाव से बचाने बहुत महत्वपूर्ण रहा है। इसके बावजूद लोग शिक्षा के अभाव में कुपोषण का शिकार होते है। उन्हें ही जागरूक करने के लिए पोषण माह अभियान पूरे झारखंड में चलाया जा रहा है। 
कार्यक्रम के अंत में अपर समाहर्त्ता सुनील कुमार ने पोषण शपथ दिलाया। 
इस अवसर पर मंत्री महोदया लुईस मरांडी, उपायुक्त राजेश्वरी बी, अपर समाहर्त्ता सुनील कुमार, सिविल सर्जन, उप निदेशक सूचना जनसंपर्क विभाग शालिनी वर्मा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी एवं विभिन्न प्रखंडों से आई सेविकाएं उपस्थित थी।

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