दिनांक-18 सितम्बर 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1560
दो दिवसीय बांस कारीगर मेले में कारीगरों को आधुनिक तकनीक से कैसे बांस के सामग्री बना सकते हैं, यह दिखाने के लिए दुमका टूल रूम ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है। जिसमें बांस काटने से लेकर बांस को किसी सामग्री का आकार देने का ट्रेनिंग दिया जा रहा है। इससे कारीगर कम समय में ज्यादा उत्पादन कर सकेंगे। इसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आकर इसके बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। उन्हें काफी पसंद भी आ रहा है। 12 साल से बांस सामग्री बनाने वाले गुमला से आये कारीगर मोहराम सोरेन ने कहा कि यह बहुत अच्छा हैं। हमारे समय में आधुनिक तकनीक नहीं थे। जिससे हमें बांस की सामग्री बनाने में काफी समय लगता था। साथ ही आमदानी भी कम होती थी। लेकिन, अब कारीगरों को मशीनीकरण से समय की बचत होगी और उत्पादन भी अधिक होगा। साहेबगंज से आये कारीगर अंकुश मुर्मू ने कहा कि सरकार की बहुत अच्छी पहल है। इससे झारखंड के लोगों के लिए रोजगार के रास्ते खुलेंगे। इससे पहले हमें बम्बू टूल रूम ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी नहीं थी। इस मेले के जरिए जानकारी मिल रही है। सरकार हम कारीगरों के बारे में भी सोच रही है वास्तव में झारखंड बदल रहा है।मैं तहे दिल से इस आयोजन के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास तथा जिला प्रशासन को बधाई देता हूँ।
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