दुमका 01 अगस्त 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 446
सावन का 23 वां दिन फौजदारी बाबा के नाम रहा...
चैथे सोमवार के बाद श्रावणी मेला का 23 वां दिन भी फौजदारी बाबा के नाम रहा। पुरोहित पूजा के बाद 3.30 मिनट पर जलार्पण शुरु हुआ। कांवरियों ने वासुकिनाथधाम में बोल बम के नारांे के साथ समां बांध दिया। मंगलवार को भी वासुकिनाथ धाम में देर रात से ही श्रद्धालु शिवगंगा के चारो ओर दिखाई दे रहे थे। दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार पूरी विधि व्यवस्था पर अपनी नजर बनाये हुए थे। उपायुक्त के द्वारा लगातार महत्वपूर्ण दिशा निदेश दिया जा रहा था। पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल, सिंह द्वार पर उपस्थित होकर श्रद्धालुओं की हर गतिविधि तथा मेला क्षेत्र पर उनकी नजर थी। जिला प्रशासन के सभी वरीय अधिकारी एवं अधिकारी सिंह द्वार तथा मेला क्षेत्र में उपस्थित दिखे।
श्रावणी मेला के 23वें दिन कभी जोरदार बारिष तो कभी तपतपाती धूप भी श्रद्धालुओं को बाबा वासुकिनाथ तक पहँुचने से नहीं रोक सकी। रिमझिम फुवारों के बीच श्रद्धालु बाबा पर कतारबद्ध हो कर शांतिपूर्ण ढंग से जलार्पण कर रहे थे। सुरक्षा कर्मी प्रतिदिन की भांति आज भी अपने-अपने कर्तव्य स्थल पर मौजूद थे। श्रद्धालु सही सलामत बाबा पर जलार्पण करें इस बात का पूरा ध्यान सुरक्षा कर्मी द्वारा रखा जा रहा था।
स्वास्थ्य कर्मी- जलार्पण शुरु होने से पहले एवं श्रद्धालुओं के सोने के बाद भी स्वास्थ कर्मी अपने-अपने कर्तव्य पर मौजूद थे। श्रावणी मेले के दौरान लगाये गये सभी स्वास्थ्य षिविर में स्वास्थ्य कर्मी श्रद्धालुओं की सेवा में दिखे। स्वास्थ्य षिविर द्वारा श्रद्धालुओं के लिए निःषुल्क व्यवस्था की गयी है। और इससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को काफी राहत मिल रही है।
सूचना सहायता कर्मी - बिछड़ों को मिलाने का कार्य सूचना सहायता कर्मी द्वारा किया जा रहा। दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु जब अपने परिजनों से बिछड़ जाने से सूचना सहायता कर्मी अपने कर्तव्य का निर्वहण बहुत ही शालीनता के साथ करते हैं। श्रद्धालुओं को भोजन के साथ उनके घर तक छोड़ने का कार्य सूचना सहायता कर्मी द्वारा किया जाता है और किया जा रहा है। लगातार ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से श्रद्धालुओं के परिजनों को ढंुढा जाता है एवं न मिलने पर उनके घर तक छोड़ा जाता है।
निःषुल्क आवासन की व्यवस्था - जिला प्रशासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा निःशुल्क आवासन की व्यवस्था की गयी है। श्रद्धालु बड़ी तादाद में यहां विश्राम करते है। श्रद्धालु सड़क पर न सोयें इसके लिए जिला प्रशासन सूचना जनसम्पर्क विभाग द्वारा 6 बड़े-बड़े रौषनी युक्त पंडाल की व्यवस्था की गयी है। श्रद्धालु भारी तादाद में यहाँ विश्राम करते नजर आ रहे हैं।
श्रद्धालुओं ने बताया कि इस वर्ष की व्यवस्था लाजबाव है। इतनी सुविधा कभी नहीं देखी। इस साल जिला प्रशासन की व्यवस्था बहुत ही अच्छी है। मंदिर और पूरे मेला क्षेत्र की व्यवस्था में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नही हो रही है। हर साल की भांति इस साल बाबा वासुकिनाथ की व्यवस्था देखने लायक है जिला प्रशासन हर वे व्यवस्था कर रखी है जो हम सभी कांवरियों के लिए होनी चाहिए। जिला प्रशासन सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के द्वारा इस वर्ष जो हमसब कांवरियों की निःषुल्क आवासन की व्यवस्था की है यह काबीले तारीफ है। हमसब इन सब व्यवस्थाओं के लिए जिला प्रशासन को धन्यावाद देते हैं।
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