Sunday 13 August 2017

दुमका 13 अगस्त 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 482 
समस्त झारखंड वासियों को पुलिस सहायता के बिंदु पर तत्काल राहत देने के उद्देश्य से माननीय मुख्यमंत्री झारखंड की रघुवर दास द्वारा एकीकृत डायल 100 का आॅन लाईन उद्घाटन किया। इसी क्रम में दुमका जिला के पुलिस कन्ट्रोल रूम में एकीकृत डायल 100 का आॅन लाईन उद्घाटन के अवसर पर दुमका के पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल सहित पुलिस विभाग के सभी सभी वरीय अधिकारी एवं पुलिए कर्मी उपस्थित थे।  
झारखण्ड एकीकृत डायल - 100 प्रोजेक्ट 
100 नंबर परियोजना इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम समग्र राज्य में सार्वजनिक सुरक्षा से संबंधित आपातकाल की कॉल प्राप्त करने एवं संबंधित जिला नियंत्रण कक्ष को तत्काल कॉलर स्थानांतरित कर सुनिश्चित सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मुख्यतः रांची में तथा राज्य के जिले में स्थापित किया जा रहा है। क्षेत्र में पुलिस सेवाएं 320 पीसीआर पुलिस कंट्रोल रूम वाहनों द्वारा प्रदान की जाएगी जो सीधे इसके नियंत्रण में तैनात होंगी। शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कम से कम समय में सहायता प्राप्त करने का लक्ष्य होगा।
एकीकृत डायल 100 जो झारखंड राज्य इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम के नाम से भी जाना जाता है।
पुलिस इमरजेंसी सिस्टम अब तक जिला स्तर पर डायल 100 के रूप में कार्यरत है जहां पुलिस द्वारा जिला स्तर पर स्थापित पुलिस कंट्रोल रूम से आपातकालीन स्थितियों में सार्वजनिक कॉल को संभाला जाता रहा है परंतु ऐसे कई नियंत्रण कक्ष है जहां उपलब्ध संसाधन पर्याप्त नहीं है।
भारतीय मांगों के साथ जिला पुलिस कंट्रोल रूम के कामकाज को पुनर्गठित करने के लिए अधिक मात्रा में कॉल का जवाब देने के लिए कनेक्टिविटी एवं प्रौद्योगिकियों की विविधता और कई विशेष सेवाओं में सक्षम होने की आवश्यकता महसूस की गई है झारखंड डायल 100 को राज्य भर में सार्वजनिक सुरक्षा से संबंधित एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए 24×27 के आधार पर स्थापित किया गया है। दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों सहित पूरे राज्य से सभी आपातकालीन कॉल प्राप्त करने के लिए रांची में एक एकीकृत (यूनिफाइड) राज्य इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम स्थापित किया गया है।
झारखंड डायल 100 जिला केंद्र अपने जिले के पुलिस पीसीआर वाहनों को सीधे नियंत्रित करता है। राज्य के 24 जिलों में पीसीआर वाहनों को तैनात किया गया है। आपातकालीन सहायता की आवश्यकता से संबंधित कोई भी जानकारी प्राप्त होने पर निकटतम पीसीआर वाहन अथवा पुलिस स्टेशन द्वारा नागरिकों को सहायता प्रदान की जाती है कॉलर तक यह सहायता शहरी क्षेत्रों में 15 मिनट के भीतर व ग्रामीण इलाकों में 25 मिनट तक पहुंचाने का लक्ष्य है।
पुलिस की आधुनिक नियंत्रण कक्ष योजना के तहत मौजूदा डायल 100 जिसमें राज्य के सभी 24 जिलों उन सभी शहरों और कस्बों तथा राज्य के सभी गांव में क्रियान्वित पुलिस नियंत्रण कक्ष सेवाओं का विपरीत रूप है। झारखंड डायल 100 वर्तमान नियंत्रण कक्ष संबंधित जिले के शहरी क्षेत्रों को खबर करते हैं। जबकि झारखंड डायल 100 राज्य के पूरे भौगोलिक क्षेत्र को कवर करता है। राज्य के किसी भी स्थान से रांची स्थित राज्य इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम पर 100 नंबर के द्वारा आपातकालीन सूचना दी जा सकती है। राज्य इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम (एसईआरएस) पर आया हुआ कॉल महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा प्राप्त की जाती है। पूरे वार्तालाप को रिकॉर्ड किया जाता है और फिर जमीनी स्तर पर आवश्यक पुलिस सहायता भेजने और स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचना देने के लिए कॉल को जिला कमान और कंट्रोल रूम में स्थानांतरित किया जाता है इस पीसीआर वाहन पीड़ित व्यक्ति तक पहुंचता है अपराध के दृश्य को अलग करता है और आगे के कानूनी कार्यों के लिए स्थानीय पुलिस थाने को सौंप देता है। विभिन्न परिस्थितियों के लिए विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया निर्धारित की गई है जिसका लक्ष्य भौगोलिक क्षेत्र में सेवाओं  के मानकीकरण के उद्देश्य से किया गया है। 


  

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