Sunday 13 August 2017

दुमका 11 अगस्त 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 479

......लोग मिलते गये कारवां बनता गया
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने आज दुमका परिसदन में ”दमकता दुमका-क्ं्र्रसपदह क्नउां” अभियान का शुभारंभ किया तथा ”दमकता दुमका-क्ं्र्रसपदह क्नउां” के लोगो का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से दुमका जिला को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाना है और अगले एक वर्ष में इसे एक आइडियल जिले के रूप में स्थापित करना है। 
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर भारत सरकार के उद्देष्य को हासिल करने हेतु सभी स्वयंसेवी संस्थायें, आम नागरिक, छात्र छात्रायें, जन प्रतिनिधि, पदाधिकारी इस अभियान को हर संभव प्रयास कर आगे ले जायें ताकि अगले वर्ष तक दुमका जिला को पूर्णतः ओडिएफ घोषित कर सकें।     
दुमका परिसदन से ”दमकता दुमका-क्ं्र्रसपदह क्नउां” अभियान की रैली की सुरत में टीन बाजार तक गई। वहां से सभी को पांच ग्रुपों में बांट कर अलग अलग क्षेत्रों में सफाई के लिए भेजा गया। सड़क पर पड़े कुड़ा कचरा एवं गंदगी को सभी ने श्रमदान कर साफ किया और लोगों से शहर को साफ रखने की अपील की। स्वच्छता के संबंध में लोगों को जागरूक भी किया। 
स्वच्छता अभियान आरम्भ होने के दौरान उपायुक्त ने कहा कि सफाई अभियान प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा अंचल अधिकारी के तत्वधान में आरंभ होगा। यह अभियान दुमका जिले को गंदगी मुक्त तथा स्वच्छ रखने की यह एक पहल है। उन्होंने कहा कि आगे और भी बहुत सारे कार्यक्रम स्वच्छता से संबंधित किये जाने है। 
सफाई अभियान के दौरान उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार ने दुमका शहर के दुकानों में जा कर दुकानदारों को आपने आसपास के क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने की अपील की तथा यह भी अपील किया कि अपने अपने दुकान के कुड़े को कुड़ेदान में डालें और अपने आसपास गंदगी न फैलायें। उन्होंने लोगों से अपील कि की सड़क पर पड़े गिट्टी बालु या मकान निर्माण से संबंधित अन्य सामग्री को सड़क पर ना रखें। अन्यथा सड़क पर पड़े सामान को जब्त कर लिया जायेगा और कड़ी कार्रवाई की जायेगी। 
उपायुक्त ने कहा कि दुमका को साफ सुथरा बनाये रखने के लिए सबों के सहयोग की आवष्यकता है। दुमका को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हर एक वर्ग के लोगों को इस अभियान का अभिन्न अंग बनना है।  
उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था अनुकूल बनाना, खुले में शौच समाप्त करना, अस्वास्थ्यकर शौचालयों को फ्लश शौचालय में परिवर्तित करना, हाथ से मल की सफाई को रोकना, ठोस और तरल कचरे का पुनरू उपयोग, लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना, अच्छी आदतो के लिए प्रेरित करना।
उन्होंने दुकानदारों से यह भी अपील किया कि पाॅलिथिन का उपयोग ना करंे। बायोडिग्रेडेबल नहीं होने के कारण इससे भी पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है। कागज या जूट से बने बैग का ही उपयोग करें। इससे प्रदूषण कम होगा और कूड़ा कचरा भी नहीं फैलेगा। पॉलीथिन कचरे से देश में प्रतिवर्ष लाखों पशु-पक्षी मौत का ग्रास बन रहे हैं। लोगों में तरह-तरह की बीमारियां फैल रही हैं, जमीन की उर्वरा शक्ति नष्ट हो रही है तथा भूगर्भीय जलस्रोत दूषित हो रहे हैं।
इस अवसर पर सभी विभागों के अधिकारी, स्काउट्स एंड गाइड्स, एनसीसी,  एनएसएस, विष्वविद्यालय तथा स्कूल के छात्र छात्राओं नगर पालिका के कर्मी एवं शहर के गणमान्य लोगों शहर के चैक चैराहों पर जाकर श्रमदान कर दुमका शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाये रखने हेतु अपनी पूर्ण सहभागिता दिये। हजारों हजार की संख्या में लोग साफ-सफाई अभियान में जुड़े रहे।






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