Wednesday, 31 January 2018

दुमका 31 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 051 
दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों से कहा कि आप सभी अपने अपने प्रखंडों में एक-एक गांव को चिन्हीत करें। चिन्हीत किये गये गांव का विकास बालीजोर गांव के तर्ज पर किया जायेगा। बालीजोर की तर्ज पर दुमका के प्रत्येक प्रखंड में एक-एक गांव को गोद लिया जाएगा तथा इस में विकास कार्य किए जाएंगे। सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी को गोद लिए गए गांव का विकास बालीजोर की तर्ज पर करना है। इसी क्रम में आज दुमका जिला के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा षिकारीपाड़ा प्रखंड, मुड़ायाम पंचायत स्थित बालीजोर गांव का भ्रमण किया गया। माननीय मुख्यमंत्री  के द्वारा दिए गए निर्देश के आलोक में दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने  बाली जोर ग्राम को गोद लिया था तथा यहां  विकास कार्य प्रारंभ किया था। हाल ही में माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास बालीजोर में चल रहे विकास कार्यों को देखने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने उपायुक्त मुकेष कुमार के गोद लिये गांव बालीजोर के बदले रंग रूप् को देखते हुए कहा कि जिस प्रकार बालीजोर गांव को गोद लेकर वहां विकास का कार्य किया है वह निष्चित ही अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि गांव के विकास में ही राज्य और देश का विकास निहित है।









दुमका 31 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 050 
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने दुमका तीरंदाजी केन्द्र का निरीक्षण किया। उपायुक्त दुमका ने दुमका तीरंदाजी केन्द्र पहुंचकर वहां प्रशिक्षण पा रहे छात्रों से मुलाकात की। उनके वहां पहुंचने से छात्रों में खाषा उत्साह देखा गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित छात्रों से उनकी मूलभूत सुविधाओं के विषय में जानकारियां ली। उन्होंने जिला खेल पदाधिकारी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों के पास लेटेस्ट माॅडल के तीरंदाजी सामग्री रहेंगे तभी इनका प्रदर्षन अच्छा होगा और ये राज्य एवं देष स्तर पर अच्छे प्रदर्षन कर पायेंगे। इनके लिए अच्छे प्रषिक्षण की भी व्यवस्था की जाय। दुमका में तीरंदाजी की प्रतियोगिता का भी आयोजन कराने का निदेष दिया। दुमका तीरंदाजी केन्द्र में लगभग 25 छात्र है। इनके लिए नये किट एवं यूनिफाॅर्म उपलब्ध कराने का निदेष दिया। उन्होने जिला खेल पदाधिकारी को निदेष दिया कि दुमका तीरंदाजी केन्द्र के आधारभूत संरचनाओं का विकास किया जाए। यहां बिजली की व्यवस्था को भी दुरूस्त करने का निर्देश दिया।


दुमका 31 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 049 
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार की अध्यक्षता में सरकार द्वारा लघु खनिज पत्थर के खनन पट्टों की निलामी से संबंधित बैठक आयोजित की गई। 
बैठक में उपायुक्त मुकेष कुमार ने निदेश दिया की अभियान चलाकर एक सप्ताह के अन्दर प्रथम चरण में शिकारीपाड़ा, काठीकुण्ड, गोपीकान्दर एवं मसलिया अंचल में पड़नेवाले पत्थर खनिज क्षेत्र के संबंध में डीएसआर (जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट) तैयार करें। जिसमें पर्यावरणीय दृष्टिकोण ईको फ्रेण्डली क्षेत्र एवं पर्यटन स्थल को दर्शाते हुए प्रतिवेदन तैयार करने के साथ-साथ मसानजोर डैम क्षेत्र को नो माईनिंग जोन घोषित करना है। 
बैठक में उपायुक्त ने बासुकीनाथ मंदिर के 5 किलोमीटर की परिधि, पाण्डेश्वर नाथ मंदिर से 2 किलोमीटर की परिधि एवं मलुटी पुरातात्विक धरोहर क्षेत्र से 2 किलोमीटर की परिधि में खनन कार्य वर्जित क्षेत्र दर्शाने का निदेश दिया। डीएसआर (जिला सर्वेक्षण रिपोर्ट) को प्रभावी, कारगर एवं तर्क संगत तैयार करने का निदेश समिति के सदस्यों को दिया। 
उन्होंने सभी खनन पट्टेधारियों से पर्यावरणीय स्वीकृति के शर्तो का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराने एवं उसकी जांच करने का निदेश जिला खनन पदाधिकारी, दुमका को दिया। साथ ही वैसे पुराने एवं अनुउपयोगी खनन कार्य से हुए गड्डों को भरवाने का निदेश दिया। वर्तमान में स्वीकृत सभी खनन पट्टाधारियों को 100-100 वृक्षा रोपण करने, जल छिड़काव करने, का निदेश दिया। वृक्षा रोपण नहीं करने वाले खनन पट्टेधारी के विरूद्ध कारवाई करने का भी निदेश दिया। 
बैठक में दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार के अलावा पर्यावरणविद् श्री बी. के. तिवारी, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, दुमका, उप-निदेशक भूतत्व, कार्यपालक अभियंता, सिचाई प्रमंण्डल, दुमका, जिला खनन पदाधिकारी, दुमका, सहायक निदेशक भूतत्व, दुमका, सहायक अभियंता, पथ प्रमण्डल, दुमका, प्रदूषण नियत्रण पर्षद, दुमका के प्रतिनिधि के साथ-साथ सभी अंचल अधिकारी आदि उपस्थित थे।  


दुमका 31 जनवरी 2018 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 048 
सशस्त्र सीमा बल(SSB) के डिप्टी कमांडेंट ने दुमका दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार से मुलाकात की तथा शहर एवं जिले में चल रहे स्वछता अभियान से संबंधित वार्ता की। सशस्त्र सीमा बल(SSB) के डिप्टी कमांडेंट ने जिला प्रशासन तथा नगर पालिका के द्वारा स्वच्छता हेतु किए जा रहे प्रयास की सराहना की। उन्होंने उपायुक्त से कहा कि इस अभियान में एसएसबी का नैतिक समर्थन है तथा उन्होंने आश्वासन दिया कि एसएसबी के जवान भी शहर में चल रहे सफाई अभियान में अपना योगदान देंगे तथा दुमका को साफ सुंदर एवं स्वच्छ बनाएंगे।

दुमका 31 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 047 
समाहरणालय सभागार में उपायुक्त मुकेष कुमार की अध्यक्षता में पेयजल एवं स्वच्छता की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि बेस लाइन सर्वे के अनुसार लक्षित 43,000 शौचालय मार्च 2018 तक बनाने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि 26 जनवरी से 25 फरवरी 2018 तक प्रतिदिन 1000 शौचालय का निमार्ण कराया जाना है। जिसमें सभी प्रखंड के बीडीओ, जेई, एलईओ एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करना है। साथ ही फोटो अपलोड़ कर कार्य शत प्रतिषत पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि शौचालय के उपयोग के लिए एवं शौचालय को आकर्षक बनाने हेतु शौचालय के दीवाल पर पेंटिंग करना है। उपायुक्त ने दो प्रखंड गोपीकांदर एवं शिकारीपाड़ा जो ओडीएफ हो चुके है उन प्रखंडों में शौचालय वयवहार के लिए ग्रामीणों को जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शौचालय निर्माण के लिए पंच मार्ट का सहयोग लेकर तथा एसएचजी, वीडबल्यूसी का सहयोग लेकर कार्य में प्रगति लायें। 
बैठक में उप विकास आयुक्त शषि रंजन, प्रषिक्षु आईएएस विषाल सागर, अपर समाहर्ता इन्दु गुप्ता, आईटीडीए निदेषक षिषिर कुमार सिन्हा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी षिवनारायण यादव सहित पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।  


दुमका 30 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 046 
वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग संयुक्त वन प्रबंधन समिति के तत्वाधान में जिला स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन आउटडोर स्टेडियम में किया गया। जिसमें फुटबॉल एवं कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। दुमका और मसलिया के बीच फुटबाॅल खेला गया जिसमें दुमका 1-0 से विजयी रहा। कबड्डी प्रतियोगिता में बालिका वर्ग में दुमका और काठीकुण्ड के बीच खेला गया। जिसमें दुमका का टीम विजय रह। 
इस अवसर पर वन संरक्षक दुमका एन के सिंह, जिला वन पर्यावरण पर्यावरण पदाधिकारी पाकुड़, जिला वन पर्यावरण गोड्डा, वन क्षेत्र पदाधिकारी काठीकुंड, वन क्षेत्र पदाधिकारी हिजला पूर्वी एवं जिला कबड्डी संघ के सचिव अमरनाथ चैधरी, जामताड़ा जिला कबड्डी संघ के सचिव अरविंद ओझा, रंजीत सिंह, मलय खान, सुभाकर आदि थे। 

दुमका 30 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 045 
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार ने मसानजोर के नव निर्मित टूरिस्ट काॅम्पलेक्स में चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारी को निदेष दिया कि बचे कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करें। उन्होंने कहा कि मसानजोर दुमका जिला का नम्बर 1 टूरिस्ट स्पाॅट है। बड़े तादाद में पर्यटक प्रतिदिन मसानजोर आते हैं इस दौरान उन्हें आवासन, खाने पीने की समस्या भी होती है। इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रषासन आने वाले पर्यटकों के लिए टूरिस्ट काॅम्पलेक्स में आवासन एवं भोजन की व्यवस्था भी सुनिष्चित करायेगी। जिससे पर्यटकों को किसी प्रकार की परेषानी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि मार्च 2018 से नव निर्मित टूरिस्ट काॅम्पलेक्स पर्यटकों के लिए खोल दिया जायेगा। साथ ही मसानजोर में वाटर स्र्पोट्स की भी शुरूआत कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि इस कांपलेक्स में चिल्ड्रन पार्क एवं ओपन एयर थियेटर का भी निर्माण कराया जा रहा है।
इस दौरान उपायुक्त मुकेष कुमार के साथ उप विकास आयुक्त शषिरंजन तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।   

दुमका 30 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 044 
दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार की अध्यक्षता में उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में वासुकिनाथधाम मंदिर न्यास समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये। उपायुक्त मुकेष कुमार ने कहा कि प्रत्येक वर्ष श्रावणी मेला के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु देष विदेष से  वासुकिनाथधाम पहुंचते हैं। जिला प्रषासन पूरी तत्परता के साथ सालों भर श्रद्धालुओं की सेवा में लगा रहता है। यहां आने वाले श्रद्धालु एक अच्छी छवि लेकर वापस जायें इसके लिए कार्य करने की जरूरत है।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जल्द ही हाथी गेट का निर्माण निविदा निकालकर कराया जायेगा। षिवगंगा की सफाई करायी जायेगी। बैठक में मंदिर के विस्तार तथा कर्मियों के मानदेय के लिए भी प्रस्ताव आये जिसपर निर्णय लिया गया कि श्राईनबोर्ड से अनुमोदन प्राप्त कर इसपर कार्य किया जायेगा। साथ ही अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक मंे उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार, पुलिस अधीक्षक मयूर पटेल, उपविकास आयुक्त शषिरंजन, अपर समाहर्ता इन्दु गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी राकेष कुमार, अंचल अधिकारी जरमुण्डी विकास कुमार त्रिवेदी, पूर्व विधायक देवेन्द्र कुंवर आदि उपस्थित थे। 

दुमका 30 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 043 
राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2018 को भव्य और आकर्षक बनाए रखने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। हिजला मेला में अधिक से अधिक दुकानदार आकर दुकान लगाकर अपना रोजगार चला सके। इस हेतु हिजला मेला में दुकानों का दर बेहद कम कर दिया गया है। दुमका के अनुमंडलाधिकारी सह राजकीय जनजातीय हिजला मेला 2018 के आयोजन सचिव राकेश कुमार ने हिजला मेला परिसर स्थित बाहरी कला मंच पर आयोजित हिजला मेला खेलकूद संघ, कला संस्कृति संघ एवं अन्य आयोजन समिति के सदस्यों के साथ साथ हिजला पंचायत के ग्रामीणों के साथ बैठक में संबोधन के क्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष बाहरी कला मैदान में होने वाले आदिवासी नृत्य कला का प्रदर्शन इस बार मंच पर किया जाएगा। साथ ही इसके लिए प्रतियोगिता आयोजित होगी। प्रतियोगिता में प्रत्येक नृत्य दल में पुरुषों को 11 में से कम से कम 8 तथा महिलाओं को 11 में से कम से कम 6 नृत्य प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक नृत्य दल की प्रस्तुति में कम से कम 3 विलुप्त हो रही नृत्य शैली बाहा,गोलबरी और छठिहरी नृत्य कला का प्रदर्शन करना अनिवार्य होगा। विजेता कला दल को क्रमशः ₹50000, ₹40000 तथा ₹30000 का नकद पुरस्कार दिया जाएगा शेष अन्य कला दल को ₹3000 दिया जाएगा। श्री कुमार ने इस प्रतियोगिता के लिए 11 फरवरी तक सभी कला दलों को अपना आवेदन प्रस्तुत कर देने का निर्देश दिया है। अनुमंडलाधिकारी ने बताया कि इस बार पुरुष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग पंछी प्रदर्शन की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी। उन्होंने बताया कि मेले में इस बार आदिवासी जीवनवृत्ति पर आधारित म्यूजियम भी लगाया जाएगा। जिसमें आदिवासी जीवन शैली को भलीभांति दर्शाया जाएगा। अनुमंडलाधिकारी ने कहा कि मेले को इस बार पूरी तरह व्यवस्थित किया जाएगा जिसमें घरेलु सामान से लेकर महिलाओं से संबंधित, अच्छे प्रकाशकों की पुस्तकें, खेलकूद, बाल मनोरंजन, खाने-पीने आदि के लिए अलग-अलग जोन में मेले के अंदर व्यवस्था की जाएगी। गत वर्ष मेला में दुकान के लिए लगाए गए विभिन्न स्टाल के खाली रह जाने पर अनुमंडलाधिकारी ने चिंता व्यक्त की तथा कहा कि इस बार मेले में दुकानों का दर बेहद कम रखा जाएगा ताकि अधिक से अधिक दुकान करने वाले मेले के अंदर अपना रोजगार कर सकें। अनुमंडलाधिकारी ने मेले में साफ सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने हेतु निर्देश दिया कि मेले के अंदर जितने भी दुकानदार होंगे अपने दुकान के सामने डस्टबिन अवश्य रखेंगे। जिनके दुकान के आगे डस्टबिन नहीं होगा उनसे जुर्माना वसूल किया जाएगा ।
इससे पूर्व अनुमंडलाधिकारी सहित तमाम लोगों ने मेला के सफलता पूर्वक आयोजन के निमित्त हिजला मेला परिसर स्थित दिशोम मरांग बुरु थान में पारम्परिक रुप से पूजा अर्चना की ।
बैठक में अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार, प्रशिक्षु आईएएस  विशाल सागर, नगर पर्षद अध्यक्ष अमिता रक्षित, डी एस पी रोशन गुड़िया, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी सैयद राशिद अख्तर, नगरपालिका पदाधिकारी संतोष कुमार चैधरी, जिला परिषद सदस्य चिंता देवी, निवास मंडल एवं मेला आयोजन से जुड़े लोगों के साथ साथ हिजला पंचायत के ग्रामीण उपस्थित थे।




Monday, 29 January 2018

दुमका 29 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 042 
स्माईलिंग सारा - जिला प्रशासन दुमका द्वारा शुरू किया गया एक अभियान

महिलाओं को शराब ना बेचने एवं उन्हें किसी अन्य बेहतर कार्य जैसे कुटीर उद्योग में काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जायेग। सारा हंसदा जो पहले शराब बेचने का काम किया करती थी। अब बलीजोर में चप्पल बनाकर अपनी आजिविका को संवार रही है। सारा हांसदा दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार द्वारा गोद लिये गये गांव बालीजोर में बालीफुटवेर की हिस्सा बनी हुई है। जिला प्रशासन उन सभी महिलाओं जो शराब बेचती है का मैपिंग कराकर उनकी संख्या का पता लगायेगा। उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि मैपिंग के बाद परामर्ष एवं जागरूकता के माध्यम से महिलाओं को इस व्यापार की अनुपयुक्तता के बारे में बताया जायेगा तथा उन्हें इस धंधे को छोड़कर कोई अन्य बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। फरवरी 2018 के मध्य तक मैपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। शराब का धंधा छोड़ने वाली महिलाओं को कुटिर उद्योग से जोड़ा जायेगा तथा उन्हें हर प्रकार का सहयोग मुहैया कराया जायेगा। जिला प्रशासन उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के लिए अवसर प्रदान करेगा। इनमें से कुछ को बालिजोर में फुटवियर निर्माण में समायोजित किया जा सकता है। कुछ महिलाओं को अगरबत्ती के निर्माण में लगाया जा सकता है।
अगरबत्ती का उत्पादन दुमका जिले में बड़े पैमाने पर किया जाता है। दुमका एवं देवघर में अगरबत्ती की बहुत मांग है। लेकिन उचित ब्रांडिंग और मार्केटिंग की कमी के कारण दुमका के अगरबत्ती निर्माताओं को उचित बाजार एवं आमदनी नहीं मिल पा रहा है। जिला प्रशासन ने दुमका में निर्मित होने वाली अगरबत्ती को एक ब्रांड नाम ‘‘बासुकी’’ देने का निर्णय लिया है। इसी नाम से इसकी ब्रांडिंग की जायेगी। अन्य छोटे एवं कुटीर उद्योगों में उन्हें कार्य दिया जा सकता है। मुकेश कुमार ने कहा कि सारा जैसी महिलायें सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है और अन्य महिलाओं को भी आगे आना चाहिए। शराब के धंधे को छोड़कर प्रतिष्ठित व्यापार/पेशा को अपनाना चाहिए। जिला प्रशासन 24ग7 हर संभव सहायाता और समर्थन प्रदान करेगा।   

दुमका 29 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 041 
सड़क सुरक्षा एक्षन प्लान
विगत कुछ माह में जिले में सड़क दुर्घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी गई है। आये दिन समाचार पत्रों में सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित समाचार प्रकाषित हो रहे हैं। सड़क दुर्घटना का मुख्य कारण वाहन चालकों द्वारा अनियंत्रित तरीके से वाहन चलाना है। जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण रखने हेतु सड़क सुरक्षा एक्षन प्लान तैयार करने के उद्देष्य से दुमका के उपायुक्त मुकेष कुमार की अध्यक्षता में 02 फरवरी 2018 को 12 बजे मध्याह्न में उनके सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई है। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के विषय पर विस्तृत चर्चा की जायेगी। बैठक में जिले के तमाम आलाधिकारी, गणमान्य, जनप्रतिनिधि, मीडिया के प्रतिनिधि, समाज सेवी, राजनीतिक दल के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहेंगे। 


दुमका 29 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 040 
गोपीकान्दर में सड़क दुर्घटना में बसंत देहरी की मौत दुःखद है। जिला प्रषासन पूरी तरह से संवेदनषील है एवं इस दुःख की घड़ी में मृतक के परिजनों के साथ है।
बसंत देहरी को सदर अस्पताल, दुमका लाने के क्रम में ही उनकी मृत्यू हो गई थी। अस्पताल में उनके संबंधियों के द्वारा ही उनके शव को प्रचार बैनर से ढका गया था। हादसे की जानकारी मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन दुमका अस्पताल पहुंचकर मृतक के शव को अविलम्ब पोस्टर्माटम कराने का निदेष दिया। पोस्टर्माटम उपरांत शव को एम्बुलेंस से उनके आवास तक पहुंचाने की सारी व्यवस्था की गई तथा उन्हें हर प्रकार की जरूरी सुविधा मुहैया कराई गई।   
उपायुक्त मुकेष कुमार के निदेष पर प्रषिक्षु आईएएस विषाल सागर को पूरे मामले की जांच का दायित्व दिया गया है।
अनुमंडल पदाधिकारी, दुमका एवं अंचल अधिकारी, गोपीकान्दर को निदेषित किया गया है कि मृतक के परिवार को राष्ट्रीय पारिवारिक सुरक्षा योजना अन्तर्गत मिलने वाली सारी सुविधायें मुहैया कराई जाय।


Sunday, 28 January 2018

दुमका 28 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 039 
अनुमंडल पदाधिकारी सह सचिव मेला समिति की अध्यक्षता में जनजातीय हिजला मेला महोत्सव 2018 के लिए सांस्कृतिक उप समिति, खेलकूद समिति तथा स्मारिका समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि उद्घाटन एवं समापन समारोह में विभिन्न स्कूलों के बच्चे भाग लेते हैं। जिसके लिए उन्हें गिफ्टपैक जिसमें डायरी, प्रेरणा दायक किताब, ज्योमेटरी बाॅक्स, सहभागिता प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह दिया जायेगा। पूर्व में विद्यालयों को चेक दिया जाता था। पूर्व वर्ष की भांति परम्परा के अनुसार जिन कला दलों को वस्त्र एवं अन्य सामान दिया जाता था वह यथावत रहेंगे। समापन समारोह के लिए पद्मश्री मुकुन्द नायक से सम्पर्क स्थापित किया जा रहा है। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि राजकीय जनजातीय हिजला मेला महोत्सव को भव्यता के साथ मनाया जाय। इसके लिए हिजला मेला से संबंधित वेबसाईट का निर्माण किया जा रहा है। जिसपर इस मेला से संबंधित हर विवरणी उपलब्ध रहेगी। इसके अतिरिक्त यह प्रयास किया जा रहा है कि हिजला मेला को लेजर शो के माध्यम से दर्षाया जाय। हिजला मेला में इस वर्ष एक वाईफाई जोन भी बनाया जायेगा।
कला को प्रोत्साहन देने एवं विलुप्त कला के संरक्षण हेतु इस वर्ष बाहरी मैदान, बाहरी कलामंच, पर सभी कलादलों को 11 विधाओं में से 8 विधाओं का प्रदर्षन करना होगा जिसमें तीन विलुप्त होती विधायें अनिवार्य है। पुरूष एवं महिला वर्ग में अलग-अलग प्रतियोगितायें होंगी। जिसमें शीर्ष तीन टीमों को क्रमषः 50 हजार, 40 हजार, एवं 30 हजार रुपये का पुरस्कार राषि दिया जायेगा। शेष सभी टीमों को 3-3 हजार रु0 दिया जायेगा।
इस वर्ष पूर्वोत्तर राज्यों को भी सांस्कृतिक दल भेजने का आमंत्रण दिया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 11 फरवरी 2018 है।
खेलकूद समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि पूर्व वर्षों की भांति इस वर्ष भी आकर्षक खेल यथा कुष्ती, कबड्डी, खोखो इत्यादि खेलों के साथ साथ ग्रामीण स्तर पर खेले जाने वाले सभी खेलों को भी कराने का निर्णय लिया गया।
स्मारिका समिति द्वारा निर्णय लिया गया कि स्मारिका का विमोचन समापन समारोह में कराने के साथ-साथ वितरण व्यवस्था सभी जिलों के उपायुक्त, उप विकास आयुक्त, पुलिस अधीक्षक, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, कुलपति, सांसद, विधायक तथा बाहर राज्य के कलादलों को भी भेजा जायेगा। इस कार्य में जिला पंचायति राज पदाधिकारी षिवनारायण यादव के साथ साथ दयामय मांझी, अषोक सिंह ने भी स्मारिका से संबंधित आवष्यक सुझाव दिये।
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, नगर पर्षद अध्यक्षा अमिता रक्षित, सांसद प्रतिनिधि विजय सिंह, जिला षिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, खेलकूद संघ के सचिव उमाषंकर चैबे, भाजपा जिला अध्यक्ष, निवास मंडल, मनोज घोष, गौर कान्त झा, सुमिता सिंह, सहित हिजला मेला के विभिन्न समिति एवं उप समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। 



Saturday, 27 January 2018

दुमका 27 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 038 
इंडोर स्टेडियम दुमका में प्रमंडलीय स्तर पर तसर उत्पादकों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यषाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ0 लुईस मरांडी माननीय मंत्री समाज कल्याण के कर कमलों द्वारा अर्जून के पेड़ पर जल देकर किया गया। 
माननीय मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी ने कहा कि हमारे लिये बहुत गर्व की बात है कि तसर के उत्पादन में संताल परगना प्रमंडल पूरे राज्य में अग्रणी है जिसमें दुमका षीर्ष पायदान पर है। उन्होंने कहा कि तसर उत्पादन में आय के बेहतर संभावनायें हैं। आप सभी से आग्रह है कि तसर उत्पादन को और भी बेहतर से ढंग से किया जाय।  तसर से निर्मित होने वाले वस्त्रों के डिजाईनर को बाहर से भी बुलाया जाय ताकि अच्छे और रंगबिरंगे वस्त्रों का निर्माण हो और इसकी अच्छी माकेर्टिंग की जा सके। डिजाईन में यहां की कला संस्कृति को भी दर्षाया जाय। अच्छे उत्पादन से बाहर के मार्केट में भी इसे अपनाया जायेगा। जिस तरह गोड्डा का भगाया सिल्क, कोल्हान का कुचाय सिल्क प्रसिद्ध है उसी प्रकार दुमका का मयूराक्षी सिल्क भी आने वाले समय में राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध होगा। इससे ग्रामिणों के जीवन स्तर में सुधार आयेगा तथा पलायन रोकने में बहुत बड़ा माध्यम साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में तसर का उत्पादन नहीं होता है उन स्थानों पर जीवन यापन हेतु मधु, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन जैसे कार्य से आय के स्रोत खुल सकते हैं। 
उपायुक्त ने अपने सम्बोधन में कहा कि हम उन बेस्ट प्रेक्टिसेज को अपनायें जिससे किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके। तसर के जो परम्परागत तरीके है उसमें मूल्यवर्धन करने की जरूरत है ताकि तसर के उत्पादन से किसानों को अधिकतम लाभ मिल सके। महाजनी प्रथा जो तसर उत्पादन में थी उसे खत्म करने कार्य राज्य सरकार ने किया है। सरकार के द्वारा कोकून के संधारण हेतु कोकून बैंक स्थापित किया गया है। जरूरत है इन कोकून से धागा निर्माण कर सिल्क के बेहतर उत्पाद बनाया जाय। इससे किसानों की आमदनी 4 गुना बढ़ सकती है। मयूराक्षी सिल्क ब्रांड की बेहतर ढंग से मार्केटिंग की जाय। सेन्ट्रल सिल्क बोर्ड का जल्द ही एक कार्यालय दुमका में खुलने वाला है जिससे संथाल परगना के सभी तसर किसानों को इसका लाभ मिलेगा। माननीय प्रधानमंत्री ने विजन डोक्यूमेंट 2022 में यह संदेष दिया है कि किसी क्षेत्र को बदलने के लिए हर व्यक्ति को एक महत्वपूर्ण इकाई के तौर पर अपना योगदान देना है। दुमका जैसे क्षेत्रों में बदलाव का सबसे अच्छा तरीका है गांव को इकाई के रूप में लें। सखी मंडलों को जागरूकर करें। किसानों को जोड़े और सामुहिक प्रयास से ही आमदनी को बढ़ाया जा सकता है तथा ग्रामीण क्षेत्रों में विकास किया जा सकता है। हम सब मिलकर छोटे छोटे प्रयोग से लोगों की आमदनी बढ़ा सकते हैं जैसा कि एक छोटा से प्रयोग बालीजोर में किया गया है। गांव की महिलाओं के द्वारा चप्पलों का निर्माण किया जा रहा है जिसे बाली फुटवेर का नाम दिया गया है और ये प्रयास किया जा रहा है कि इसकी अच्छी मार्केटिंग हो। इसी प्रकार हमें हर एक छोटे छोटे उत्पाद के लिए ब्रांडिंग की आवष्यता है।
जिला परिषद अध्यक्षा जाॅयस बेसरा ने कहा कि सिल्क फैब्रिक के उत्पादन पर जोर दिया जाय, ताकि आने वाले दिनों में दुमका को दुमका सिल्क सिटी के नाम से जाना जाय। यहां तसर की संभावनायें अपार हैं। 
नगर पर्षद अमिता रक्षित ने कहा कि कुटिर उद्योग को बढ़ावा देने की आवष्यकता है। हर प्रखंड में कोकून उत्पादन से संबंधित प्रषिक्षण होना चाहिये।    
सहायक निदेषक तसर सुधीर कुमार ने स्वागत सम्बोधन के साथ कार्यषाला का शुभारंभ किया तथा उपस्थित सभी लोगों को कोकून तथा सिल्क उत्पादन से संबंधित विभिन्न प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है फार्म टू फैब्रिक। तभी किसानों को असल फायदा होगा तथा उनके जीवन में परिवर्तन आयेगा।  
कार्यषाला में जिला षिक्षा पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी तथा संताल परगना के विभिन्न जिलों से आये बड़ी संख्या में कृषकगण उपस्थित थे।








Thursday, 25 January 2018

दुमका 26 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 037 
दुमका पुलिस लाईन मैदान में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह 2018 में मुख्यमंत्री झारखण्ड रघुवर दास के द्वारा झण्डोत्तोलन किया गया। समारोह का मुख्य आकर्षण परेड, भारतीयम एवं विभिन्न विभागों द्वारा निकाली गई झांकियाँ रहीं। परेड में कुल 16 टुकड़ियों ने भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान पर एसएसबी 35 बटालियन विजयपुर दुमका, द्वितीय स्थान पर सहायक पुलिस बल एवं तृतीय स्थान पर $2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय बल के प्लाटून रहे। 7 स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया गया। कुल 15 विभागों द्वारा निकाली गई झांकियों में प्रथम स्थान पर वन एवं पर्यावरण विभाग, द्वितीय स्थान पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, तृतीय स्थान पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग की झांकियाँ रहीं। 
भारतीयम की प्रस्तुति संत जेवियर महारो एवं संत तेरेसा बालिका उच्च विद्यालय दुमका की छात्राओं द्वारा की गई। परेड एवं झांकियों के प्रदर्षन में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्लाटूनों एवं विभागों को मुख्यमंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया। 
परेड में एसएसबी 35 बटालियन विजयपुर दुमका, आईआरबी जामताड़ा, जैप-5 देवघर, जैप-9 साहेबगंज, संताल परगना जिला बल, गृह रक्षा वाहिनी, सहायक पुलिस बल, वनरक्षी, $2 नेषनल स्कूल, $2 राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, अनुसुचित जनजातीय आवासीय बालिका उच्च विद्यालय, सिदो कान्हु उच्च विद्यालय, संत तेरेसा बालिका उच्च विद्यालय दुधानी, एकलव्य माॅडल आवासीय बालिका विद्यालय काठीजोरिया की प्लाटूनों ने हिस्सा लिया। हजारीबाग बैण्ड ने भी परेड में भाग लिया। 
इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, खादी ग्रामोद्योग, वन एवं पर्यावरण विभाग, महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पर्यटन विभाग, स्वच्छ भारत मिषन, कृषि विभाग, जिला स्वास्थ्य समिति, जे्रडा, कल्याण विभाग, झारखण्ड षिक्षा परियोजना, ग्रामीण विकास अभिकरण एवं जिला उद्योग केन्द्र की झांकियाँ प्रदर्षित की गई।  















दुमका 25 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 036 
राजभवन दुमका में माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की अध्यक्षता में एसएलबीसी की बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक न्यू इंडिया बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और यह लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब पूरे देश के गांव का विकास हो। उन्होंने कहा कि गांव के विकास से ही राज्य और देश का विकास निहित है। गांव के लोगों का विकास जब तक नहीं होगा राज्य का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों की भूमिका राज्य के विकास में बड़ी मायने रखते हैं। बड़े-बड़े प्लांट में हजारों करोड़ के निवेश किए जाते हैं और बैंक उन्हें तुरंत ऋण उपलब्ध करा देता है। लेकिन मध्यम लघु एवं कुटीर उद्योग के लिए बैंकों द्वारा आसानी से ऋण उपलब्ध नहीं हो पाता। इस क्षेत्र में कार्य करने की जरूरत है। छोटे छोटे उद्योगों के लिए भी ऋण उपलब्ध कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर युवा को सरकार रोजगार नहीं दे सकती है। जिसके लिए हमें स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। सखी मंडल, लघु उद्योग आदि को भी सरलतापूर्वक ऋण उपलब्ध कराएं। आपके सहयोग की जरूरत है। न्यू इंडिया और न्यू झारखंड के निर्माण में आपका योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि झारखंड संभावनाओं से भरा प्रदेश है। झारखंड पर्यटन के क्षेत्र में पूरे देश के मानचित्र में अपनी एक अलग पहचान रखता है। बाबा बैद्यनाथ हो या फिर बासुकीनाथधाम, मलूटी जैसी जगहों में प्रतिवर्ष हजारों, लाखों की संख्या में देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं। कृषि के क्षेत्र में भी झारखंड प्रगति कर रहा है। झारखंड के लोगों के द्वारा मधु का उत्पादन किया जा रहा है। कुछ संस्थाओं के द्वारा लोगों के बीच जाकर उन्हें मधुमक्खी पालन के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। गांव के लोगों के द्वारा छोटे छोटे उद्योग लगाने वालों को भी सरलतापूर्वक ऋण उपलब्ध कराएं। मैं विश्वास दिलाता हूं आपके दिए गए लोन को लेकर कोई भी नहीं भागेगा। आपके पूरे पैसे यहां के लोग वापस करेंगे। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत है। राज्य से गरीबी समाप्त करना है। गांव के लोगों को आर्थिक रुप से मजबूत करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों को देश की सेवा करने का सौभाग्य नहीं प्राप्त होता। मुझे और आपको देश सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अगर आप अपने कार्यकाल में थोड़ा सा भी कुछ समाज के लिए कर पाते हैं तो सही मायने में यही आपकी सफलता होगी। सरकार और बैंक की टीम आपस में बैठकर बातचीत करें। राज्य के विकास के लिए सोचें। सभी लोगों को इसके लिए मिल जुल कर कार्य करना होगा। उन्होंने संथाल परगना के आयुक्त को निर्देश दिया कि हर 3 महीने में एसएलबीसी की बैठक कर समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि मुखिया अपने स्तर पर हर 6 महीने में एसएलबीसी के साथ बैठक कर दिए गए निर्देश की समीक्षा करूंगा। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। सरकार द्वारा अर्बन हाट तथा रूरल हाट बनाया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को अपने सामान के लिए बाजार मिल सके।
उन्होंने कहा कि ट्राइबल क्षेत्रों में फोकस कर कार्य करने की जरूरत है। संथाल परगना से गरीबी को दूर करना है। इसके विकास के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि सखी मंडल को किसी प्रकार की परेषानी ना हो। सरलतापूर्वक उन्हें ऋण उपलब्ध हो सके इसकी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए प्रत्येक गांव को डिजिटल गांव के रूप में बनाना होगा। उन्होंने सभी बैंक के अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना के पैसे ससमय लाभुकों को मिले इसे सुनिश्चित करें।
बैठक में अमित खरे, विकास आयुक्त झारखण्ड, सत्येन्द्र सिंह सचिव वित्त (व्यय) झारखण्ड, अविनाष कुमार सचिव ग्रामीण विकास विभाग, सुनिल कुमार वर्णवाल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव झारखण्ड, विनय कुमार चैबे सचिव पंचायती राज एवं एनआरईपी स्पेषल डिविजन झारखण्ड, पूजा सिंघल सचिव कृषि एवं गन्ना विकास विभाग झारखण्ड, अमिताभ कौषल सचिव खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता विभाग झारखण्ड तथा सरकार की वरीय अधिकारीगण एवं विभिन्न बैंकों के आलाधिकारी उपस्थित थे। 


दुमका 25 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 035 
दुमका के आउट डोर स्टेडियम में मेगा ऋण षिविर-सह- विकास मेलें का विधिवत उद्घाटन माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के द्वारा किया गया जहां 106 करोड़ रुपये के 56 योजनाओं का षिलान्यास एवं उद्घाटन किया गया।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि मेगा ऋण षिविर-सह- विकास मेला मे आप सभी का स्वागत है साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर युवाओं और युवतीयों से अपील की और कहा कि अपने मत के महत्व को समझे और अपना नाम वोटर लिस्ट में अवष्य दर्ज करायें। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर 2015 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा इसी दुमका के पावन धरती से मुद्रा योजना की शुरुआत की गई थी जिसका लक्ष्य गरीबों को स्वालंबी बनाना तथा महाजनी प्रथा से गरीबों को मुक्त करना है। इस योजना से आज पूरे झारखंड में कई परिवार को स्वरोजगार का अवसर मिला। इन योजनाओं को धरातल पर लाने के लिए अधिकारियों के साथ सभी बैंक कर्मियों को भी धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस मेगा ऋण षिविर का मुख्य उद्ेष्य है राज्य से गरीबी कम करना तथा राज्य के युवाओं को स्वावलंबी और हुनरमंद बनाना। इन योजनाओं की मद्द से राज्य में और भी तेजी से बदलाव लाने की दिषा में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य की आधी आबादी महिलाओं और बहनों की है और जबतक इन्हें सषक्त नही किया जायेगा तब तक राज्य को सषक्त नही बनाया जा सकता है। आज हमारी मतायें बहनें किसी से कम नही है जरुरत है इन्हें सही दिषा और सहयोग की और हमारी सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले समय में झारखंड की सभी मातायें बहनें स्वालंबी और सषक्त बनेंगी और राज्य के विकास में पूर्ण सहयोग करेंगी। माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है झारखंड के हर युवाओं को रोजगार देना और इस दिषा में हमारी सरकार ने इस बजट में हर जिला में स्कील डबलमेंट सेंटर खोलने का फैसला किया है। इसके लिए राज्य सरकार 700 करोड़ रुपये खर्च करेगी। जहां झारखंड के सभी युवाओं को सषक्त और हुनरमंद बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि गरीबी को समाप्त करने के लिए हम सबों को एक साथ आना होगा। बरोजगारी को दूर करने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इसका ही उधारण है कि मेगा ऋण षिविर-सह- विकास मेला का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि आज इस मेले में कुल 10145 लाभुकों के बीच 114 करोड़ 38 लाख की परिसंपति का वितरण किया गया। मौके पर मौजूद सभी बैंक कर्मियों से भी अनुरोध किया कि गरीबों को लोन देने में पहले प्रथामिकता दे। उन्होंने कहा कि आज सरकार द्वारा कई तरह की योजनायें चलायी जा रही है जिसका सीधा लाभ झारखंड के निवासीयों को मिल रहा है। आज झारखंड के 9 जिलों में शहद का उत्पादन वृहद स्तर पर किया जा रहा है। उधमी सखी मंडल के द्वारा आज कई तरह के कार्य किये जा रहे है जहां महिलायें अपने हुनर से आपना काम बखूबी निभा रही है। आज तसर, कुकून के प्रोसेसिंग पलान्ट लगाये जा रहे हैं जिसकी मद्द से कई परिवार को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बहुत सी गरीबी उन्मुलन योजनायें चलायी जा रही है जिसका लाभ आदिवासी समाज ले और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारे और हुनर मंद बने। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में 39 लाख किसान हैं जिसमें 17 लाख किसानों का ही किसान क्रेडिट कार्ड बना हुआ है और इस बार हमारी सरकार का लक्ष्य है राज्य के सभी 39 लाख किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड बनाना। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों के उपायुक्त से अनुरोध किया की अपने-अपने जिलों के बैंक कर्मियों से मिलकर इसे जल्द से जल्द पूरा करे। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर बैंकों के द्वारा ऋण का वितरण किया जा रहा है जिसका एक मात्र लक्ष्य है कि स्वरोजगार के माध्यम से अपने आपको अपने परिवार को सुदृढ़ करना साथ ही उन्होंने ने कहा कि बैंको को ससमय ऋण चुकायें जिससे की आपके साथ-साथ अन्य लोगों को भी इन योजनाओं का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री ने सखी मंडल के बहनों को धन्यवाद देते हुए कहा कि और आगे भी एसे ही बेहतर कार्य आप सबो के द्वारा किया जायेगा ऐसा हमें पूर्ण विष्वास है। उन्होंने कहा कि एक साथ 27 हजार से ज्यादा लोगों को हमारी सरकार ने रोजगार देने का काम किया और आने वाले दिनों में एक लाख लोगों को निवेषकों के माध्यम से रोजगार देने का लक्ष्य सरकार का है। हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी का सपना है कि हर गरीब हर बेरोजगार अपने पैरो पर खड़ा हो तभी सही मायने में सबका साथ सबका विकास संभव है। झारखंड देष में ही नही दुनिया में अपना छाप छोड़ने की काबिलियत रखता है।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री डाॅ लुईस मरांडी ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उप राजधानी के विकास मेले में आप सभी का स्वागत है। इस मेगा ऋण षिविर-सह-विकास मेला के माध्यम से बेरोजगारी को दूर करने एवं नौवजवान को रोजगार प्रदान करने के लिए यह सषक्त कदम है। इस षिविर को दुमका में लगाने के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद ज्ञापन किया। लोगों को संबोधित करते हुए समाज कल्याण मंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरी सबको देना संभव नही है मगर सभी को रोजगार देना संभव है और हमारी सरकार इस दिषा में पहल कर चूकी है। आज आदिवासी समाज का कल्याण और माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास के देख-रेख में राज्य की विकास गति भी आगे बढ़ रही है और आने वाले समय में झारखंड देष का सबसे विकसित राज्य होगा।










दुमका 25 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 034 
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन दुमका, जिला खेलकूद संघ एवं जिला ऐथलेटिक्स संघ के संयुक्त तत्वावधान में दुमका के अम्बेदकर चैक से पुरूषों एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग क्राॅस कंट्री दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई। पुरूषों के लिए यह दौड़ अम्बेदकर चैक से आरम्भ होकर हवाई अड्डा मार्ग से सृष्टि पहाड़ कुरूवा पुनः वापस उसी मार्ग से अम्बेदकर चैक पर आकर समाप्त हुई। महिलाओं के लिए यह दौड़ अम्बेदकर चैक से लक्खीकुंडी पुनः उसी मार्ग से अम्बेदकर चैक तक के लिए आयोजित थी।

पुरूषों के दौड़ में विकास हांसदा, रंजीत किस्कू, नरेष हांसदा, दिपक कुमार मरांडी, षिवजतन हांसदा, नरेष मुर्मू, निर्मल मुर्मू, पियुस हेम्ब्रम, सानतनु कुमार साह, फिलिपसन मरांडी के साथ-साथ महिला वर्ग में मीनू सिंह, अनिता किस्कू, प्रिया हेम्ब्रम, टीनू सिंह, हेलेन्ती मुर्मू, सुजीता मरांडी, सबिता सोरेन, बसंती मरांडी, मीरू मरांडी, सोहागनी हांसदा क्रमशः पहले से दसवें स्थान पर रहे।
विजेता खिलाड़ियों को उपविकास आयुक्त शषिरंजन, अपर समाहर्ता इन्दु गुप्ता, नजारत उप समाहर्ता डाॅ0 सुदेष कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी राकेष कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राषिद अख्तर सहित जिले आलाधिकारियों ने नकद पुरस्कार तथा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व सम्मानित अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर दौड़ प्रारम्भ किया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त शषिरंजन ने सबों को मतदाता शपथ भी दिलाई।

मतदाता दिवस के अवसर पर जिला प्रषासन के अधिकारियों ने भी दौड़ लगाई। इस दौड़ में उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला षिक्षा पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी तथा जिला खेलकूद के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
आयोजन को सफल करने में जिला खेलकूद संघ से जुड़े उमाशंकर चैबे, वरूण कुमार,, हैदर हुसैन, मदन कुमार, विद्यापति झा, निमाय कान्त झा, दीपक झा, अरविन्द कुमार, शैलेन्द्र सिन्हा, मुकेश कुमार के साथ विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, षिक्षकगण के साथ साथ बड़ी संख्या में खेल प्रेमी एवं नगर के गणमान्य उपस्थित थे।