Tuesday 2 January 2018

दुमका 02 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 001 
दुमका जिला में खुला पहला ग्रमीण बीपीओ केन्द्र...

दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने आज दुमका जिला का पहला ग्रामीण बीपीओ केन्द्र का उद्घाटन एलआईसी काॅलोनी में किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संभवतः यह संताल परगना का भी पहला ग्रामीण बीपीओ केन्द्र है। उन्होंने कहा कि आॅन लाईन इन्ट्री, माॅड्यूल्स, डिजिटल सर्विसेज को इस केन्द्र में इंगेज किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द जिले के सभी प्रखंडों में लगभग 10 से 15 ग्रामीण बीपीओ केन्द्र खोला जायेगा। नव वर्ष के अवसर पर दुमका जिले के लिए डिजिटल क्रांति एवं यंग इन्ट्रेप्रेन्योरषिप की दिषा में यह मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि इस सेंटर के माध्यम से सरकार की आॅनलाइन सेवा का लाभ ग्रामीणों को आसानी से मिल सकेगा। बीपीओ सीएससी (काॅमन सर्विस सेंटर) ग्रामीण भारत में संचार क्रांति को एक नयी गति प्रदान करने में अहम भूमिका निभायेगा। उन्होंने कहा कि इस सेंटर के माध्यम से ग्रामीणों को सरकार सारी आॅनलाइन सुविधा उनके गांव में उपलब्ध कराना चाहती है। आधार कार्ड, प्रमाण पत्र आदि के लिये उन्हें भटकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गांव में रुरल बीपीओ केन्द्र खोले जाने से गांव के युवाओं को भी रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा कि रुरल बीपीओ केन्द्र के माध्यम से केन्द्र सरकार की टेली मेडिसिन सेवा का लाभ ग्रामीण ले पायेंगे। इस सेंटर के माध्यम से सरकार की आॅनलाइन सेवा का लाभ ग्रामीणों को आसानी से मिल सकेगा। रुरल बीपीओ केन्द्र, केन्द्र सरकार की टेली मेडिसिन सेवा, आॅनलाइन बैंकिग, बीमा, षिक्षा और ई0 कारोबार आदि सेवाओं का अधिकृत केन्द्र बनेगा। 
इसके माध्यम से ग्रामीण स्तरीय उद्यमियों को अधिक व्यापार मिलने की संभावना है। इसकी मदद से शहर और ग्रामीण क्षेत्र का फासला को समाप्त किया जा सकता है। वीएलई जो पहले प्रज्ञा केन्द्र संचालक थे अब ग्रामीण बीपीओ केन्द्र के निदेषक बने। इस केन्द्र में ब्राॅड बैण्ड कनेक्षन, कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर आदि सारी आवष्यकताएँ उपलब्ध रहेगी तथा तकनीकि रुप से दक्ष 10 आॅपरेटर भी रहेंगे।    
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त शशि रंजन प्रशिक्षु आईएएस विशाल सागर, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राशिद अख्तर, डीआईओ रवि रंजन, ईडीएम अमरदीप हांसदा, ग्रमीण बीपीओ केन्द्र के संचालक वरूण कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।















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