Saturday, 6 January 2018

दुमका 06 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 007 
नई दिल्ली के डॉ आंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित आकांक्षी जिलों के कलेक्टर एवं अधिकारियों के सम्मेलन में 6 अधिकारियों के समूह ने पोषण, शिक्षा, मूलभूत बुनियादी ढांचे, कृषि और जल संसाधन, वामपंथी चरमपंथियों के उन्मूलन और वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के विषयों पर अपनी प्रस्तुतीकरण दी । दुमका जिला झारखंड के उपायुक्त मुकेश कुमार ने माननीय प्रधानमंत्री और भारत के कई मंत्रियों और सचिवों की उपस्थिति में बुनियादी ढांचे पर अपनी प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने इन क्षेत्रों में मूलभूत बुनियादी ढांचे को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। ये इन जिलों की पिछड़ने के लिए प्रमुख कारण हैं। उन्होंने इन क्षेत्रों को विकसित करने के लिए क्षेत्र विशिष्ट रणनीति तैयार करने पर जोर दिया तथा हर क्षेत्र की आवश्यकताओं को अलग करने की बात कही । बिजली के संबंध में श्री कुमार ने अपनी प्रस्तुति को सौर खेती पर केंद्रित किया। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा को हरी, स्वच्छ शक्ति के रूप में बढ़ावा देने की आवश्यकता है। इसमें बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता है और देश के उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उच्च संभावनाएं हैं। उन्होंने सरकारी योजनाओं पर विशेष रूप से प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना को अवसंरचना के रूप में बताया, जो कि असंबद्ध गांवों में सभी प्रकार की सड़कों की कनेक्टिविटी प्रदान करते हैं। उन्होंने इस दौरान कहा कि निश्चित रूप से  सड़कों की कनेक्टिविटी  पर इसका असर रहा है और कई ग्रामीणों की जीवन शैली को बदलने में इसका योगदान रहा है। उन्होंने पंचमार्ट की अवधारणा पर जोर दिया- दुमका जिले के सभी हिस्सों में शुरू किए गए युवा ग्रामीण उद्यमियों के लिए एक पहल। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उचित कीमत पर अच्छी गुणवत्ता वाली सामग्री उपलब्ध कराने और इसके नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, समग्र विकास के कोर मुद्दे, ओडीएफ से संबंधित समस्याओं और ओडीएफ प्लस की तरफ बढ़ने के मुख्य मुद्दे पर चर्चा की। इसके अलावा जल उपचार और पीने के पानी की गुणवत्ता के लिए विशेष रुप से अपनी बात को रखा।


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