Thursday 25 January 2018

दुमका 25 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 036 
राजभवन दुमका में माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास की अध्यक्षता में एसएलबीसी की बैठक आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए माननीय मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 तक न्यू इंडिया बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है और यह लक्ष्य तभी पूरा हो सकता है जब पूरे देश के गांव का विकास हो। उन्होंने कहा कि गांव के विकास से ही राज्य और देश का विकास निहित है। गांव के लोगों का विकास जब तक नहीं होगा राज्य का विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि बैंकों की भूमिका राज्य के विकास में बड़ी मायने रखते हैं। बड़े-बड़े प्लांट में हजारों करोड़ के निवेश किए जाते हैं और बैंक उन्हें तुरंत ऋण उपलब्ध करा देता है। लेकिन मध्यम लघु एवं कुटीर उद्योग के लिए बैंकों द्वारा आसानी से ऋण उपलब्ध नहीं हो पाता। इस क्षेत्र में कार्य करने की जरूरत है। छोटे छोटे उद्योगों के लिए भी ऋण उपलब्ध कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर युवा को सरकार रोजगार नहीं दे सकती है। जिसके लिए हमें स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। सखी मंडल, लघु उद्योग आदि को भी सरलतापूर्वक ऋण उपलब्ध कराएं। आपके सहयोग की जरूरत है। न्यू इंडिया और न्यू झारखंड के निर्माण में आपका योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि झारखंड संभावनाओं से भरा प्रदेश है। झारखंड पर्यटन के क्षेत्र में पूरे देश के मानचित्र में अपनी एक अलग पहचान रखता है। बाबा बैद्यनाथ हो या फिर बासुकीनाथधाम, मलूटी जैसी जगहों में प्रतिवर्ष हजारों, लाखों की संख्या में देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं। कृषि के क्षेत्र में भी झारखंड प्रगति कर रहा है। झारखंड के लोगों के द्वारा मधु का उत्पादन किया जा रहा है। कुछ संस्थाओं के द्वारा लोगों के बीच जाकर उन्हें मधुमक्खी पालन के लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है। गांव के लोगों के द्वारा छोटे छोटे उद्योग लगाने वालों को भी सरलतापूर्वक ऋण उपलब्ध कराएं। मैं विश्वास दिलाता हूं आपके दिए गए लोन को लेकर कोई भी नहीं भागेगा। आपके पूरे पैसे यहां के लोग वापस करेंगे। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की जरूरत है। राज्य से गरीबी समाप्त करना है। गांव के लोगों को आर्थिक रुप से मजबूत करना होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों को देश की सेवा करने का सौभाग्य नहीं प्राप्त होता। मुझे और आपको देश सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अगर आप अपने कार्यकाल में थोड़ा सा भी कुछ समाज के लिए कर पाते हैं तो सही मायने में यही आपकी सफलता होगी। सरकार और बैंक की टीम आपस में बैठकर बातचीत करें। राज्य के विकास के लिए सोचें। सभी लोगों को इसके लिए मिल जुल कर कार्य करना होगा। उन्होंने संथाल परगना के आयुक्त को निर्देश दिया कि हर 3 महीने में एसएलबीसी की बैठक कर समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि मुखिया अपने स्तर पर हर 6 महीने में एसएलबीसी के साथ बैठक कर दिए गए निर्देश की समीक्षा करूंगा। उन्होंने कहा कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने की जरूरत है। सरकार द्वारा अर्बन हाट तथा रूरल हाट बनाया जा रहा है ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को अपने सामान के लिए बाजार मिल सके।
उन्होंने कहा कि ट्राइबल क्षेत्रों में फोकस कर कार्य करने की जरूरत है। संथाल परगना से गरीबी को दूर करना है। इसके विकास के लिए सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि सखी मंडल को किसी प्रकार की परेषानी ना हो। सरलतापूर्वक उन्हें ऋण उपलब्ध हो सके इसकी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए प्रत्येक गांव को डिजिटल गांव के रूप में बनाना होगा। उन्होंने सभी बैंक के अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना के पैसे ससमय लाभुकों को मिले इसे सुनिश्चित करें।
बैठक में अमित खरे, विकास आयुक्त झारखण्ड, सत्येन्द्र सिंह सचिव वित्त (व्यय) झारखण्ड, अविनाष कुमार सचिव ग्रामीण विकास विभाग, सुनिल कुमार वर्णवाल मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव झारखण्ड, विनय कुमार चैबे सचिव पंचायती राज एवं एनआरईपी स्पेषल डिविजन झारखण्ड, पूजा सिंघल सचिव कृषि एवं गन्ना विकास विभाग झारखण्ड, अमिताभ कौषल सचिव खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता विभाग झारखण्ड तथा सरकार की वरीय अधिकारीगण एवं विभिन्न बैंकों के आलाधिकारी उपस्थित थे। 


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