Monday, 29 January 2018

दुमका 29 जनवरी 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 042 
स्माईलिंग सारा - जिला प्रशासन दुमका द्वारा शुरू किया गया एक अभियान

महिलाओं को शराब ना बेचने एवं उन्हें किसी अन्य बेहतर कार्य जैसे कुटीर उद्योग में काम शुरू करने के लिए प्रेरित किया जायेग। सारा हंसदा जो पहले शराब बेचने का काम किया करती थी। अब बलीजोर में चप्पल बनाकर अपनी आजिविका को संवार रही है। सारा हांसदा दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार द्वारा गोद लिये गये गांव बालीजोर में बालीफुटवेर की हिस्सा बनी हुई है। जिला प्रशासन उन सभी महिलाओं जो शराब बेचती है का मैपिंग कराकर उनकी संख्या का पता लगायेगा। उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि मैपिंग के बाद परामर्ष एवं जागरूकता के माध्यम से महिलाओं को इस व्यापार की अनुपयुक्तता के बारे में बताया जायेगा तथा उन्हें इस धंधे को छोड़कर कोई अन्य बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया जायेगा। फरवरी 2018 के मध्य तक मैपिंग का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। शराब का धंधा छोड़ने वाली महिलाओं को कुटिर उद्योग से जोड़ा जायेगा तथा उन्हें हर प्रकार का सहयोग मुहैया कराया जायेगा। जिला प्रशासन उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने के लिए अवसर प्रदान करेगा। इनमें से कुछ को बालिजोर में फुटवियर निर्माण में समायोजित किया जा सकता है। कुछ महिलाओं को अगरबत्ती के निर्माण में लगाया जा सकता है।
अगरबत्ती का उत्पादन दुमका जिले में बड़े पैमाने पर किया जाता है। दुमका एवं देवघर में अगरबत्ती की बहुत मांग है। लेकिन उचित ब्रांडिंग और मार्केटिंग की कमी के कारण दुमका के अगरबत्ती निर्माताओं को उचित बाजार एवं आमदनी नहीं मिल पा रहा है। जिला प्रशासन ने दुमका में निर्मित होने वाली अगरबत्ती को एक ब्रांड नाम ‘‘बासुकी’’ देने का निर्णय लिया है। इसी नाम से इसकी ब्रांडिंग की जायेगी। अन्य छोटे एवं कुटीर उद्योगों में उन्हें कार्य दिया जा सकता है। मुकेश कुमार ने कहा कि सारा जैसी महिलायें सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है और अन्य महिलाओं को भी आगे आना चाहिए। शराब के धंधे को छोड़कर प्रतिष्ठित व्यापार/पेशा को अपनाना चाहिए। जिला प्रशासन 24ग7 हर संभव सहायाता और समर्थन प्रदान करेगा।   

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