Tuesday, 14 November 2017

दुमका 14 नवम्बर 2017 
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 648 
बच्चे भगवान का दूसरा रुप...
- मुके कुमार, उपायुक्त दुमका
दुमका के उपायुक्त मुके कुमार ने दुमका के हिजला स्थित नेत्रहीन विधायलय मे बाल दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। नेत्रहीन बच्चों एवं मुक बधिर बच्चों को संबोधित करते हुए उपायुक्त दुमका मुके कुमार ने कहा कि आप हमारे अनमोल रत्न हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को हमेशा उच्च विचार रखना चाहिये तथा सदैव प्रत्यनषील रहना चाहिये। आप सब ही दे के भावी कर्णधार हैं। खूब पढ़ें खूब आगे बढ़ें। अपने जज्बे और जोष से अपनी मंजिल तक पहंुचे। उन्होंने कहा कि अपनी उर्जा का सदुपयोग पढ़ाई में करें। आप किसी से कमजोर नहीं है जो आपको कमजोर समझते हैं वे अपने आप में कमजोर हैं।
बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बचपन का अर्थ ही सेलिब्रेन हैं और कोई भी उत्सव बच्चों के बिना अधुरा हैं। जो जोष और जज्बा बच्चों में देखने को मिलता है वह बड़ो में कभी नहीं दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि जो समाज अपनी नई पीढ़ी में भावना, करुणा और नैतिक मुल्य विकसित नहीं कर पायेगा वह विकास की दौड़ में पिछड़ जायेगा। 
 उन्होंने कहा कि ऐसे कई उदाहरण है जिन्होंने विषम परिस्थिति मेें कड़ी परेशानी के बावजूद अपनी एक अलग पहचान बनाई। आज बाल दिवस के अवसर पर आप सभी संकल्प ले कि हम किसी से कम नहीं हैं। दुनिया का कोई कार्य ऐसा नही है जिसे हम नही कर सकते। आपको अपने जीवन में बहुत आगे जाना है।
 बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपकी हर परेषानी को दूर करना हमारी प्राथमिकता है। विभाग के द्वारा आपकी हर समस्याओं को जल्द से जल्द दूर किया जायेगा। जरुरत पड़ी तो मैं अपने वेतन से भी आपका सहयोग करने के लिए तैयार रहुंगा।
 इस अवसर पर उप विकास आयुक्त शषिरंजन ने कहा कि आज पंडित जवाहर लाल नेहरु का जन्म दिन है और आज का दिन हर बच्चों के लिए खास होता है। उन्होंने कहा कि मन में अगर विष्वास और कुछ करने की दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो आपको अपने मंजिल तक पहंुचने से कोई नही रोक सकता।
 इस अवसर पर बच्चों के साथ उपायुक्त ने केक काटा तथा उन्हें अपने हाथों से केक खिलाया।
 कार्यक्रम में उपायुक्त दुमका मुके कुमार के साथ उप विकास आयुक्त शषिरंजन, जिला षिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी सैयद राषिद अख्तर, विधालय के षिक्षक षिक्षिका तथा विधालय के छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।







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