Monday, 27 November 2017

दुमका 27 नवम्बर 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 670
नेत्रहीन आवासीय विद्यालय, दुमका में 27 नवम्बर 2017 को नेत्रहीन छात्र छात्राओं के अध्ययन हेतु तैयार की गई ब्रेल पुस्तक के साथ-साथ जूता-मोजा एवं स्वेटर का भी वितरण किया गया। 
इस अवसर पर दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि मैं आपसे इसके पूर्व बाल दिवस के अवसर पर मिला था और मैंने ये वादा किया था कि बहुत जल्द मैं आपसे पुनः मिलने वाला हूँ। आज 27 नवम्बर है और मैं अपके बीच हूँ। 
उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं मानता कि आपमें कोई कमी है। मेरा ये मानना है कि यदि कोई परमसत्ता है तो उसने हमलोगों से कुछ अधिक भरोसा आप लोगों पर किया है। नेत्रहीन आवासीय विद्यालय के एक छात्र सीताराम के गायन की तारिफ करते हुए उन्होंने कहा कि आप अपनी काबिलियत के साथ हैं। इतनी कम उम्र और इस विशेष अवस्था में मैने अबतक किसी को इतना अच्छा गायन करते हुए नहीं देखा। हम कह सकते हैं कि कोई ये नहीं कह सकता है कि किसमें क्या है। यदि आप में कोई कमी है तो निश्चित तौर पर आपमें किसी दूसरे प्रतिभा की अधिकता है। आप अपनी किसी भी प्रतिभा को ताकत बनाईये आप मंजिल अवश्य पायेंगे। 
उपायुक्त ने अपने सिनियर आईएएस आॅफिसर राजेश सर् की चर्चा करते हुए कहा कि ये भी आप ही की तरह हैं और आज एक आईएएस आॅफिसर हैं। मैं आज आप के बीच आप ही की तरह के दूसरे कामयाब लोगों की चर्चा कर रहा हूँ। मुझे आप ये अवसर दीजिये कि भविष्य में मैं आपलोगों की काबिलियत ओर सफलता की चर्चा करूँ, आपका नाम लूँ। 
मैं जिला शिक्षा परियोजना के पदाधिकारियों एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को पूर्व में मेरे दिये गये निदेशो को तत्परता के साथ इतने कम समय में अनुपालन के लिए धन्यवाद देता हूँ। उन्होंने कहा कि दुमका में ब्रेल पुस्तक निर्माण हेतु मषीन अधिष्ठापन की चर्चा चल रही है। मुझे उम्मीद है कि बहुत जल्द ही हम इसमें सफलता पायेंगे। जिला प्रशासन की ओर से मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूँ कि आपको किसी भी प्रकार का अभाव नहीं होने दिया जायेगा। उन्होंने नेत्रहीन विद्यालय के शिक्षकों को कहा कि आपकी भूमिका सामान्य षिक्षकों से अलग और भिन्न है। आप अपने मनोबल और संयम को न गिरने दें। 
बच्चों को सम्बोधित करते हुए प्रशिक्षु आईएएस विशाल सागर ने कहा कि आपमें किसी भी प्रकार की कमी नहीं हैं। मैं आपके बीच आकर देख पा रहा हूँ कि आप कितना अच्छा गाते, खेलते और पढ़ते हैं। आपका उत्साह एवं जीवन के प्रति सजगता देखते ही बनती है। उन्होंने नेत्रहीन बच्चों के अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप कभी भी ये न सोचें कि आपके बच्चे मुख्यधारा में नहीं आ सकते। इन बच्चों के विकास के लिए सरकार की कई योजनायें हैं जिससे इन्हें सहायता प्राप्त हो सकती है। सरकारी नौकरियों में भी इनके लिए विशेष प्रावधान किया गया है। इस अवसर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी बच्चों को सम्बोधित किया। 
इस अवसर पर सीताराम भारती ने भोजपूरी गीत, रिंकु कुमारी, सनिता पवारिया, लक्ष्मी कुमारी, पिंकी कुमारी ने गणेश वंदना गाकर लोगों को मंत्रमुग्ध किया। 
अवसर पर दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार, प्रशिक्षु आईएएस विशाल सागर, जिला शिक्षा पदाधिकारी धर्मदेव राय, अतिरिक्त जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अनूप माईकल केरकेट्टा, सहायक अभियंता राजेष कुमार, सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी मनोज कुमार अम्बष्ट, लेखापाल पुष्पलता मुर्मू, विद्यालय के संचालक शिवनंदन महतो, शिक्षक तापस कुमार दास, शिक्षिका पप्पी कुमारी, केयरटेकर मुकेश कुमार, हिमांशु ठाकुर, वार्डन अनिता मुर्मू, रीता देवी, संगीत शिक्षक साधन महतो एवं नेत्रहीन विद्यालय के छात्र/छात्रायें उपस्थित थे।





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