दुमका 26 नवम्बर 2017
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 666
झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ दुमका के तत्वावधान में दो दिवसीय सेमिनार ‘‘महिला शिक्षिकाओं में शिक्षक संघ के प्रति जागरूकता एवं गुणात्मक शिक्षा में शिक्षक संघ की भूमिका’’ सूचना भवन दुमका के सभाकक्ष में आयोजित की गई। यह सेमिनार विश्व अध्यापक संघ ई आई ब्रुसेल्स एवं स्वीडिश रिसर्च फेडरेशन एवं अखिल भारतीय शिक्षक संघ नई दिल्ली के द्वारा प्रायोजित है। सेमिनार का उद्घाटन झारखंड सरकार के समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी के द्वारा किया गया। उन्होंने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक संगठन द्वारा राज्य के गुणात्मक शिक्षा के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की मैं प्रशंसा करती हूं। उन्होंने शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन का वाहक बने। शिक्षक समाज में पूजनीय हैं। पथ प्रदर्शक हैं। सेमिनार में समाज कल्याण मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने विशिष्ट अतिथि को निर्देश देते हुए कहा कि जिले की महिला शिक्षिकाओं की समस्याओं का निदान अविलंब करें। कार्यशाला का संचालन जिला प्रधान सचिव विश्वनाथ गोराई ने झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ की एआईपीटीएफ एवं विश्व अध्यापक संघ ई आई की संबद्धता को सुपरिभाषित किया।
जिला शिक्षा अधीक्षक दुमका छठु विजय सिंह ने सेमिनार को संबोधित करते हुए बताया कि संगठन का गुणात्मक शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका हो। सभी सदस्यों को कर्तव्य के प्रति प्रेरित करने की आवश्यकता है।
उद्घाटन सत्र के अंत में एआईपीटीएफ न्यू दिल्ली के मीडिया प्रभारी श्याम किशोर सिंह गांधी ने मंत्री महोदया को आश्वस्त किया कि इस संगठन के सभी सदस्य गुणात्मक शिक्षा के प्रति समर्पित होंगे। सेमिनार में विशिष्ट अतिथि के रुप में झारखंड राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ राज्य महासचिव योगेंद्र तिवारी उपस्थित थे। सेमिनार में रिसोर्स पर्सन के रूप में उपस्थित मनीषा धवन जो संघ के राज्य महिला चेयर पर्सन भी हैं ने सेमिनार के विषय वस्तु पर विस्तार से चर्चा किया।
कार्यषाला में निवास मंडल, प्रणवी मोहाली, भारती शर्मा, पुनम भगत, सुहागिनी मरांडी, मीना बजरीता टुडू, हरिदासी मिर्घा, केथरीन हेम्ब्रम, सहित काफी संख्या में महिलायें उपस्थित थीं।
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