दिनांक-27 जुलाई 2019
प्रेस विज्ञप्ति संख्या-1135
श्रावणी मेला बासुकीनाथ की बात हो और घुघनी मुढ़ी की बात नहीं हो तो तो ये कुछ अच्छा नहीं लगता है।श्रावणी मेला के दौरान घुघनी मुढ़ी श्रद्धालुओं का एक प्रमुख आहार है। हाँ ये बात जरूर है कि श्रावणी मेला के दौरान श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए इसे प्याज़ और लहसुन से दूर रखा जाता है। मतलब बात ये है कि एक महीना इसे बिना प्याज़ लहसुन के बनाया जाता है। श्रावणी मेला के दौरान बासुकीनाथ आने वाले श्रद्धालु जैसे ही बाबा पर जलार्पण कर निकलते हैं उनकी पहली पसंद घुघनी मुढ़ी होती है। बड़े ही अलग तरीके से इसे परोसा जाता है जो श्रद्धालुओं को काफी पसंद आता है।पूरे मेला क्षेत्र में 30 से अधिक आपको घुघनी मुढ़ी की दुकानें आपको दिख जाएंगी। जामताड़ा से आये विकास बताते हैं श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष मैं घुघनी मुढ़ी की दुकान लगता हूँ ।श्रद्धालु इसे बहुत पसंद करते हैं।बिना प्याज़ लहसुन के होने के बावजूद श्रद्धालुओं को ये अच्छा लगता है।25 रुपये पेर प्लेट इसकी कीमत है। एक महीना बाबा के भक्तों की सेवा में घुघनी मुढ़ी ही खिलाकर कर पाता हूँ और मुझे इससे बहुत खुशी मिलती है।
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