दुमका, दिनांक 08 अक्टूबर 2015 प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 380
सूचना भवन में सभी सहायक अभियंताओं का चार दिवसीय तकनीकी प्रषिक्षण समाप्त हुआ। प्रषिक्षण की समाप्ति पर उप विकास आयुक्त ने सभी सहायक अभियंताओं को प्रषिक्षण में मिली जानकारी का उपयोग किये जाने का निदेष दिया एवं ‘‘सामर्थय’’ पुस्तक का वितरण सभी सहायक अभियंता के बीच किया गया। मनरेगा अंतर्गत तकनीकि प्रषिक्षण श्री चन्द्र षेखर पाण्डेय, परियोजना पदाधिकारी, डीआरडीए द्वारा दिया गया ।
मनरेगा अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 हेतु गहन सहभागी नियोजन अभ्यास 2 (आई0पी0पी0ई0।।) को झारखण्ड राज्य में एक वृहत अभियान - ‘‘योजना बनाओ अभियान 2015’’ के रूप में लेकर क्रियान्वयन किए जाने का निर्णय लिया गया है। यह अभियान आई0पी0पी0ई0 व सीएफटी कार्यक्रम के लिए चयनित झारखण्ड के 195 प्रखण्डों के हर गांव में होगा। दुमका जिला के 9 प्रखण्डों (दुमका को छोड़कर) चयन किया गया है। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण अपने प्राकृतिक संसाधनों (जैसे जल, जंगल, जमीन आदि), आजीविकाओं व जरूरतों पर आधारित योजनाओं का सामूहिक सहभागिता एवं सामूहिक निर्णय लेकर चयन करेंगे।
मनरेगा की वार्षिक नियोजन अक्सर कुआं, बड़े तालाबों व सड़कों तक ही सीमित रह जाती है। इस अभियान के माध्यम से यह प्रयास किया जायेगा कि ग्रामीण अपनी आजीविका (जैसे कृषि, पषुपालन, वन उपज आदि) वृद्धि हेतु प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन आधारित योजनाओं का चयन कर सकेंगे।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए अभियंताओं की अहम भूमिका है। दुमका जिला के सभी सहायक अभियंताओं को विभिन्न प्रकार की वाटरषेड से संबंधित योजनाओं का प्रषिक्षण दिया गया। सभी सहायक अभियंता अपने अपने प्रखण्ड में संबंधित कनीय अभियंताओं को भी प्रषिक्षण देंगे।
सूचना भवन में सभी सहायक अभियंताओं का चार दिवसीय तकनीकी प्रषिक्षण समाप्त हुआ। प्रषिक्षण की समाप्ति पर उप विकास आयुक्त ने सभी सहायक अभियंताओं को प्रषिक्षण में मिली जानकारी का उपयोग किये जाने का निदेष दिया एवं ‘‘सामर्थय’’ पुस्तक का वितरण सभी सहायक अभियंता के बीच किया गया। मनरेगा अंतर्गत तकनीकि प्रषिक्षण श्री चन्द्र षेखर पाण्डेय, परियोजना पदाधिकारी, डीआरडीए द्वारा दिया गया ।
मनरेगा अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2016-17 हेतु गहन सहभागी नियोजन अभ्यास 2 (आई0पी0पी0ई0।।) को झारखण्ड राज्य में एक वृहत अभियान - ‘‘योजना बनाओ अभियान 2015’’ के रूप में लेकर क्रियान्वयन किए जाने का निर्णय लिया गया है। यह अभियान आई0पी0पी0ई0 व सीएफटी कार्यक्रम के लिए चयनित झारखण्ड के 195 प्रखण्डों के हर गांव में होगा। दुमका जिला के 9 प्रखण्डों (दुमका को छोड़कर) चयन किया गया है। इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण अपने प्राकृतिक संसाधनों (जैसे जल, जंगल, जमीन आदि), आजीविकाओं व जरूरतों पर आधारित योजनाओं का सामूहिक सहभागिता एवं सामूहिक निर्णय लेकर चयन करेंगे।
मनरेगा की वार्षिक नियोजन अक्सर कुआं, बड़े तालाबों व सड़कों तक ही सीमित रह जाती है। इस अभियान के माध्यम से यह प्रयास किया जायेगा कि ग्रामीण अपनी आजीविका (जैसे कृषि, पषुपालन, वन उपज आदि) वृद्धि हेतु प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन आधारित योजनाओं का चयन कर सकेंगे।
इस अभियान को सफल बनाने के लिए अभियंताओं की अहम भूमिका है। दुमका जिला के सभी सहायक अभियंताओं को विभिन्न प्रकार की वाटरषेड से संबंधित योजनाओं का प्रषिक्षण दिया गया। सभी सहायक अभियंता अपने अपने प्रखण्ड में संबंधित कनीय अभियंताओं को भी प्रषिक्षण देंगे।
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