Sunday, 16 December 2018

दुमका 16 दिसम्बर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 1186

उपायुक्त दुमका मुकेष कुमार ने षिकारीपाड़ा प्रखंड के पंचायत सचिवालय मुड़ायाम पहुंचकर प्रषिक्षण-सह-सिलाई सेंटर का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि 25 दिसंबर 2017 को बालीजोर को एक आदर्श गांव बनाने का संकल्प जिला प्रशासन ने लिया था लेकिन उस समय बाली फुटवेयर की कल्पना भी नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि कोई भी गांव तभी आदर्श गांव बन सकता है जब वहां के लोग को रोजगार की दिक्कत ना हो वह आर्थिक रूप से सशक्त बने तथा महिलाओं को उनके घर के आस-पास ही रोजगार मिल सके। जब तक आप सशक्त नहीं होंगे तब तक जिला प्रशासन का सपना सही मायने में पूरा नहीं होगा। इसे ही ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा बाली फुटवेयर की शुरुआत की गई थी ताकि आप आर्थिक रूप से सशक्त हो सके उन्होंने कहा कि हड़िया बेचने वाली महिलाओं के लिए आपके गांव की सारा हादसा एक उदाहरण है। जिन्होंने अपनी झोपड़ी के नीचे से हड़िया बेचने की सामान को हटाकर चप्पल बनाने का सामान लगाया है। सिर्फ सरकार के सोचने से कोई भी कार्य सफल नहीं हो सकता सरकार और जिला प्रशासन के सपनों को पूरा करने में आमजनों का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सरकारी स्कूल के बच्चों को जो चप्पल दिए जाते हैं वे स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बनाएंगे और उन चप्पलों को सरकार खरीद कर बच्चों को देगी। उन्होंने कहा कि यहां के प्रखंड की टीम का योगदान बालीजोर को आदर्श गांव बनाने में बहुत ही महत्वपूर्ण है। मैं तहे दिल से प्रखंड के टीम को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा कि देवघर दुमका के कस्तूरबा विद्यालय की बच्चियां बालीजोर की महिलाओं द्वारा निर्मित चप्पल को पहन रही हैं। आने वाले दिनों में मुझे विश्वास है की सभी घरों तक बालीजोर की महिलाओं द्वारा निर्मित चप्पल पहुंचेंगे और आप निश्चित रूप से आर्थिक रूप से सशक्त होंगे। आपके द्वारा निर्मित चप्पल को माननीया राज्यपाल ,माननीय मुख्यमंत्री एवं बड़े-बड़े लोग पहनते हैं ये आपकी ताकत है। अब आप सभी के सहयोग से आस पास के गाँव मे हड़िया नहीं फुटवियर का निर्माण किया जाएगा। यह एक सकारात्मक बदलाव और इसके लिए पूरी नारी शक्ति बधाई के पात्र हैं। आप सभी पूरी ईमानदारी से कार्य करें। खूब मेहनत करें आपके आपकी मेहनत रंग ला रही है और आगे भी लाएगी। बाली हेड क्वार्टर का भी निर्माण किया जा रहा है। यह पहला प्रयोग है जहां प्रशिक्षण के साथ उत्पादन भी किया जा रहा है। आज बाली फुटवियर की चर्चा हर जगह हो रही है। लोग आपकी प्रशंसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सगुन शुतम के माध्यम से भी महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। ये सभी महिलाओं को स्टीचिंग का प्रशिक्षण देकर उन्हें स्कूल ड्रेस सिलाई का कार्य कराया जा रहा है। 20 दिसम्बर को नारगंज के सगुन शुतम केंद्र का उदघाटन किया जायेग। बासुकी अगरबत्ती, मयूराक्षी सिल्क सगुन शुतम या बाली फुटवियर इन सभी के माध्यम से महिलाओं को उनके घर के आस पास ही रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। बहुत जल्द आपके द्वारा निर्मित सामग्रियों को दूसरे देशों में भेजा जाएगा।
इस अवसर पर उपायुक्त ने महिलाओं के बीच में कंबल एवं बाली फुटवेयर का वितरण किया।
इस दौरान उपायुक्त मुकेष कुमार ने बाली हेडक्वार्टर के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया तथा निर्माण कार्य को जल्द-जल्द पूरा करने को कहा।
इस अवसर प्रषिक्षु आईएएस शषि प्रकाष, जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, पंचायत के मुखिया के साथ-साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।








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