दुमका 17 दिसम्बर 2018
प्रेस विज्ञप्ति संख्या - 1187
‘‘आओ विद्यालय देखें दिवस’’ के सफल क्रियान्वयन के उद्देश्य से स्थानीय इन्डोर स्टेडियम में मुखिया के एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि शिक्षा एक मात्र जरिया है जो जीवन को बदल सकता है। समाज को बदलते दखना है तो शिक्षा पर अवश्य ध्यान दें। यह भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है। शिक्षा का असर तत्काल नहीं दिखता परन्तु यह भविष्य के बेहतर समाज की नींव गढ़ता है। शिक्षा का प्रभाव व्यक्तिगत स्तर पर तो है ही, साथ ही यह ऐसा इंसान तैयार करता है, जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक है। अपने आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकता है। साथ ही जानकारी के अभाव में पनप रहे बिचैलिए की भूमिका को समाप्त करने में सक्षम होता है।
उपायुक्त ने कहा कि नीति आयोग ने देश के तीन राज्यों में प्रोजेक्ट ‘‘साथ’’ चलाया है। जिसमें झारखण्ड भी शामिल है। शिक्षा में सुधार के लिए सिर्फ विद्यालय ही नहीं बल्कि अभिभावकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। पूरे जिले के सभी सरकारी विद्यालयों में 21 दिसम्बर को प्रातः 10 बजे से 1 बजे तक ‘‘अभिभावक - शिक्षक दिवस’’ मनाया जा रहा है। इस दिन अभिभावक अपने बच्चों के विद्यालय जाकर अपने बच्चों के शैक्षणिक प्रगति, गैर शैक्षणिक क्रियाकलापों में बच्चों की भागीदारी उनके समग्र विकास के सम्बन्ध में शिक्षकों से जानकारी ले सकेंगे।
उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर मुख्यिा की महत्वपूर्ण भूमिका है। पंचायत की स्थिति इस बात पर निर्भर करती है कि वहां के मुखिया कितने जागरूक है। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी मुखिया से अपील की कि वे स्वयं जागरूक बने तथा अन्य को जागरूक बनायें। उन्होंने कहा कि वे अपने पंचायत में सभी बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें। शिक्षकों की यह शिकायत होती है कि बच्चे विद्यालय नहीं आते, अभिभावकों की शिकायत होती है कि विद्यालय में शिक्षक नहीं है, और है भी तो पढ़ाई नहीं होती। इस स्थिति को बदलने की जिम्मेवारी हम सभी पर जिसमें आप मुखिया की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुखिया स्कूल जायें, और यह सुनिश्चित करायें कि विद्यालय नियमित खुले, शिक्षक नियमित रूप से स्कूल जायें, छात्र नियमित स्कूल जायें और वहां नियमित पढ़ाई हो। वे अभिभावकों को अपनी भूमिका सक्रियता से निभाने के लिए प्रेरित करें। वे यह देखें कि किताबें, पेन्सिल बंटी या नहीं, बच्चों के पोषाक के लिए अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित हुए पैसों से बच्चों की पोषाक बने।
उपायुक्त ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनायें चलायी जा रही है। मुखिया इन योजनाओं की जानकारी अन्य लोगों को देने के लिए वाहक की भूमिका निभायें। ऐसे योग्य लाभुक जो दूर गये हैं या नाम से वंचित रह गए हैं। उनके नाम की सूची प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, उप विकास आयुक्त या फिर सीधे उपायुक्त को दें। वहीं यदि सक्षम है परन्तु लाभ ले रहे हैं तो उनके नाम सूची से हटवाने का भी कार्य करें। ऐसी सक्षम लोगों के विरूद्ध नियम संगत कठोर कार्रवाई की जायेगी।
सभा को सम्बोधित करते हुए उप विकास आयुक्त वरूण रंजन ने कहा कि जिस भी पंचायत का उपयोगिता प्रमाण पत्र अब तक पूरा नही हुआ उस पंचायत के मुखिय 15 दिनों के अंदर उपयोगिता प्रमाण पत्र को पूरा करके जिला में जमा करे। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिस भी पंचायत को आवास निर्माण का जो लक्ष्य सरकार के द्वारा दिया गया है उसे जल्द-जल्द पूरा करे। 14 वें वित्त आयोग की राशि से सभी मुखिया अपने-अपने क्षेत्र में बंद पड़े चापानलों को मरम्मत कराये। उन्होंने कहा कि आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में एक-एक स्कूल एवं आगनबाड़ी केन्द्र को चिन्हित कर माॅडल के रुप में विकसित करे। जो भी मुखिया बेहतर कार्य करेगा, जिला प्रषासन द्वारा वैसे मुखिया को सम्मानित किया जायेगा।
इस अवसर पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी ने भी संबोधित किया।
इस दौरान विभिन्न पंचायत के मुखिया ने भी अपने अनुभव को लोगों के समक्ष रखा।
कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस शशि प्रकाश, जिला प्रशासन के अधिकारी के साथ-साथ बड़ी संख्या में विभिन्न पंचायत के मुखिया आदि उपस्थि थे।
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